गोमेद रत्न कब और किस स्थिति में धारण करना चाहिए
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार राहु एक छाया ग्रह होता है अतः इसका अपना कोई अस्तित्व नहीं होता है, यह जिस भाव, राशि, नक्षत्र या ग्रह के साथ ये जुड़ जाता है उसके अनुसार ही अपना फल देने लगता है, राहु जब नीच का या अशुभ होकर प्रतिकूल फल देने लगता है.
फ्यूचर पाॅइन्ट | 14-Jun-2019
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