आइये जानते हैं, ग्रहों की युति जातक के जीवन में क्या परिणाम दर्शाती है। | Future Point

आइये जानते हैं, ग्रहों की युति जातक के जीवन में क्या परिणाम दर्शाती है।

By: Future Point | 29-Jun-2019
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आइये जानते हैं, ग्रहों की युति जातक के जीवन में क्या परिणाम दर्शाती है।

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार किसी जातक की राशि में दो या तीन ग्रह एक साथ हो तो वह ग्रहों की युति कहलाती है, और ऐसी स्थिति बनने पर इसके परिणाम अच्छे भी होते हैं तो कुछ ग्रहों की युति के बुरे परिणाम भी हो सकते हैं जातक के लिए ।

सूर्य के साथ दो ग्रहों की युति के परिणाम -

  • सूर्य, चंद्र और बुध ये तीनों ग्रहों की युति किसी भी जातक के माता पिता के लिए अशुभ होती है और इनकी युति व्यक्ति की मानसिक स्थिति, सरकारी नौकरी, ब्लैक मेलर, अशांत, मानशिक तनाव पैदा करने वाली होती है।
  • सूर्य, शुक्र और शनि इन ग्रहों की युति की वजह से व्यक्ति को उसके जीवनसाथी से तलाक हो सकता है, और घर में अशांति का वास हो सकता है इसके अलावा व्यक्ति की सरकारी नौकरी में भी कुछ गड़बड़ होने की संभावनाएं बन सकती हैं।
  • सूर्य, चंद्र और केतु इन ग्रहों की युति से व्यक्ति को उसके रोजगार में परेशानी आ सकती है, जिसकी वजह से व्यक्ति के दिन रात का सुख चैन खो जाता है और ऐसी स्थिति में बुद्धि काम करना बंद कर देती है और व्यक्ति शक्तिहीन हो जाता है।
  • सूर्य, बुध और राहू इनकी युति की वजह से व्यक्ति के विवाह योग में दिक्कते आती है और ये युति संतान प्राप्ति में भी बाधा बन जाती है जिससे व्यक्ति के जीवन में अंधकार उत्पन्न हो जाता है।

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चंद्रमा के साथ दो ग्रहों की युति के परिणाम -

  • चंद्रमा, शुक्र और बुध इन तीनो ग्रहों की युति व्यक्ति के जीवन में अशांति लाती है और जीवन के हर क्षेत्र को प्रभावित करती है, जैसे कि इस युति की वजह से व्यक्ति की सरकारी नौकरी, व्यापार, संतान प्राप्ति और सम्बंधियो के बीच के संबंध में बाधा उत्पन्न करती है।
  • चंद्रमा, मंगल और शनि इन तीनो ग्रहों की युति व्यक्ति की नजरो के कमजोर होने, अनजानी बीमारी के घेरने, मानसिक तनाव और व्यक्ति के जीवन के हर दुःख के पीछे इन्ही ग्रहों की युति का हाथ होता है।
  • चंद्रमा, मंगल और बुध ये तीनो ग्रहों की युति व्यक्ति के लिए अच्छी मानी जाती है क्योकि इनकी युति से व्यक्ति के मन में साहस बढ़ता है, वो अपनी बुद्धि से अपने जीवन में सामंजस्य बना पाता है और इनका स्वास्थ्य भी हमेशा अच्छा रहता है, अतः ऐसे व्यक्तियों को नीतिवान, साहसीमाना जाता है, परन्तु इनमे से एक का भी पाप ग्रह में होने से व्यक्ति डरपोक हो जाता है और उसके साथ किसी दुर्घटना की सम्भावना बढ़ जाती है और वो अपनी ख्याली दुनिया में जीने लगता है।
  • चंद्रमा, मंगल और राहू ये तीनो ग्रहों की युति व्यक्ति के माता और भाई के लिए तो हल्की मानी जाती है परन्तु इसे व्यक्ति के पिता के लिए अशुभ माना जाता है, इन ग्रहों की युति से व्यक्ति का स्वभाव भी चंचल हो जाता है।
  • चंद्रमा, बुध और शनि इन ग्रहों की युति से व्यक्ति को तंतु प्रणाली के रोग होने की संभावना अधिक होती है और साथ ही ये बेहोश भी अधिक होते हैं और इनका मन अशांत, और मानसिक तनाव से ग्रसित होता है।
  • चंद्रमा, बुद्ध और राहू इन तीनो ग्रहों की युति को व्यक्ति की माँ के लिए अशुभ माना जाता है और पिता के लिए भारी माना जाता है, इनकी युति से जातक की दुर्घटना की संभावना बढ़ जाती है जिससे उसकी मौत के भी योग बनते है।
  • चंद्रमा, शनि और राहू इन तीनो ग्रहों की युति व्यक्ति के लिए अशुभ होती है इससे व्यक्ति को दिमागी परेशानियों को झेलना पड़ता है और उसे ब्लड प्रेशर का रोग हो जाता है और स्वास्थ्य हमेशा हल्का रहता है।

मंगल के साथ दो ग्रहों की युति के परिणाम –

  • मंगल, बुद्ध और शनि इन ग्रहों की युति आँखों के विकार को उत्पन्न करती है और साथ ही इनसे रक्त का विकार या रोग भी होता है. इनकी युति से जातक को दुर्घटना का भय बना रहता है।
  • मंगल, बुद्ध और गुरु ये तीनो ग्रहों की युति व्यक्ति के लिए बहुत ही अच्छी होती है क्योकि इस युति का व्यक्ति अपने कुल का राजा होता है अतः उसे विद्वान माना जाता है और साथ ही इन्हें गाने का शौक होता है और इनकी शादी भी एक अच्छी लड़की से होती है।
  • मंगल, बुद्ध और शुक्र इन ग्रहों की युति के व्यक्ति हमेशा खुश रहते है और इनका स्वभाव भी हमेशा चंचल होता है परन्तु ये कभी कभी क्रूर परवर्ती को अपना लेते है, और इनके जीवन में कभी भी धन की कमी नही होती है।
  • मंगल, बुद्ध और केतु ये तीनो ग्रहों की युति एक अशुभ योग बनाते है, अतः इनके योग से व्यक्ति दरिद्र और रोगी हो जाता है और साथ ही व्यक्ति व्यर्थ के कार्य करने लगता है।
  • मंगल, बुद्ध और राहू इन ग्रहों की युति व्यक्ति को लालची, कंजूस, फ़क़ीर और बुरा बना देती है अतः इनकी युति के परिणामो की वजह से व्यक्ति अपने मान- सम्मान को भी खो देता है।

गुरु के साथ दो ग्रहों की युति के परिणाम -

  • गुरु, सूर्य और बुध- गुरु को ग्रहों में गुरु का दर्जा मिला है और बुध को बुद्धि का किन्तु सूर्य ताप का ग्रह है और इसके साथ युति करने पर सभी अपना प्रभाव खोने लगते है इसीलिए कुंडली में इनकी युति व्यक्ति के पिता के लिए अशुभ मानी जाती है।
  • गुरु, चंद्र और शुक्र इन तीनो ग्रहों की युति व्यक्ति के प्रेम संबंध के लिए ठीक नही है क्योकि इनकी युति की वजह से व्यक्ति के दो विवाह होंगे और व्यक्ति का प्रेम भी बदनाम होगा, इसके अलावा व्यक्ति को हमेशा अपना जीवन धन की कमी और गरीबी में बिताना पड़ता है।
  • गुरु, मंगल और बुद्ध इन ग्रहों की युति से व्यक्ति की संतान कमजोर होती है और व्यक्ति बैंक एजेंट और वकील के चक्करों में फंसे रहते हैं।
  • गुरु, शुक्र और शनि ये ग्रहों की युति व्यक्ति के जीवन में लड़ाई, दंगे और फसादों को दर्शाती है और इसके साथ ही इस युति से व्यक्ति के पुत्र के साथ तकरार की भी संभावनाएं रहती है।
  • गुरु, चंद्र और मंगल इन ग्रहों की युति व्यक्ति के लिए हर प्रकार से अच्छी और उत्तम मानी जाती है क्योकि इनकी युति व्यक्ति को धन, ऊँचा पद और गृह सुख प्राप्त कराती है।
  • गुरु, शुक्र और बुद्ध इन ग्रहों की युति व्यक्ति के गृहस्थ जीवन पर बुरे प्रभाव के पीछे का कारण इन ग्रहों की युति होती है और साथ ही ये व्यक्ति के व्यापार व कार्यो के लिए भी अशुभ मानी जाती है।
  • गुरु, शुक्र और मंगल इन ग्रहों की युति की वजह से व्यक्ति को अपनी संतान से परेशानियों का सामना करना पड सकता है और व्यक्ति के प्रेम संबंधो में भी दुःख आने लगता है और इसके साथ ही गृहस्थ जीवन में भी दिक्कतें शुरू हो जाती है।

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