कुंडली में बारह भावों को जागृत करने के लिए करें लाल किताब के ये उपाय ।

By: Future Point | 22-Jun-2019
Views : 26537
कुंडली में बारह भावों को जागृत करने के लिए करें लाल किताब के ये उपाय ।

हिंदू धर्म के अनुसार ज्योतिष शास्त्र एक ऐसी विद्या है जिसकी मदद से कोई भी व्यक्ति अपने जीवन की सभी समस्याओं को जानकर समय से उसका निवारण कर सकता है और इसके अलावा ज्योतिष शास्त्र में लाल किताब को भी एक मशहूर और असरदार विद्या मानी गई है, लाल किताब पूरी तरह से सामुद्रिक शास्त्र पर आधारित है, ऐसा माना जाता है कि लाल किताब में दिए गए उपायों को आजमा कर कोई भी व्यक्ति अपने जीवन की कई समस्याओं को दूर कर एक सुखद जीवन प्राप्त कर सकता है, यदि किसी व्यक्ति की कुंडली / Kundli में यदि कोई घर सोया हुआ हो तो व्यक्ति को सुखद फल प्राप्त नही होते हैं अतः ऐसी स्थिति में लाल किताब द्वारा बताये गए कुछ उपायों को करने से व्यक्ति की कुंडली में सोये घर जाग सकते हैं और इसके साथ ही व्यक्ति की किस्मत भी पलट सकती है।

कुंडली में सोये घर का मतलब क्या है / What is the meaning of sleeping house in horoscope -

  • लाल किताब के अनुसार किसी व्यक्ति की कुंडली में जिस घर में कोई ग्रह न हो तथा जिस घर पर किसी ग्रह की नज़र नहीं पड़ती हो उसे सोया हुआ घर माना जाता है.
  • लाल किताब के अनुसार कुंडली में जो घर सोया हुआ होता है तो उस घर से सम्बन्धित फल तब तक प्राप्त नहीं होता है जब तक कि वह घर जागता नहीं है.
  • लाल किताब में कुंडली में सोये हुए घरों को जगाने के लिए कई उपाय बताए गये हैं जिन्हें करके व्यक्ति अपना जीवन सुखद बना सकता है।

कुंडली में सोये हुए भावों को जगाने के उपाय / Ways to awaken the sleeping emotions in the horoscope

  • यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में प्रथम भाव सोया हुआ हो तो इसे जाग्रत करने के लिए व्यक्ति को मंगल का उपाय करना चाहिए, और मंगल का ये उपाय करने के लिए प्रत्येक मंगलवार का व्रत करना चाहिए और इसके साथ ही मंगलवार के दिन हनुमान जी को लडुडुओं का प्रसाद चढ़ा कर बांटना चाहिए, और इसके अलावा मूंगा रत्न को धारण करने से भी कुंडली में प्रथम भाव जागता है।
  • यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में दूसरा घर सोया हुआ हो तो इसे जाग्रत करने के लिए चंद्रमा का उपाय करना शुभ फल प्रदान करता है और चंद्रमा का उपाय करने के लिए व्यक्ति को चांदी धारण करना चाहिए और माता की सेवा करनी चाहिए एवं उनसे आशीर्वाद प्राप्त करना चाहिए, इसके अलावा मोती धारण करने से भी व्यक्ति को लाभ मिलता है।
  • यदि किस व्यक्ति की कुंडली में तीसरा घर सोया हुआ है तो तीसरे घर को जाग्रत करने के लिए बुध का उपाय करना लाभकारी होता है और बुध के उपाय करने के लिए व्यक्ति को प्रति दिन माँ दुर्गा सप्तशती का पाठ करना चाहिए और इसके साथ ही बुधवार के दिन गाय को चारा देना चाहिए।
  • लाल किताब के अनुसार यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में चौथा घर सोया हुआ है तो उसे भी जाग्रत करने के लिए भी व्यक्ति को चंद्रमा का उपाय करना ही लाभकारी होता है।
  • यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में पांचवा घर सोया हुआ है तो पांचवें घर को जागृत करने के लिए सूर्य का उपाय करना फायदेमंद होता है और सूर्य का उपाय करने के लिए प्रति दिन आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ एवं रविवार के दिन लाल भूरी चीटियों को आटा, गुड़ देना चाहिए ऐसा करने से सूर्य की कृपा अवश्य प्राप्त होती है।
  • यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में छठा घर सोया हुआ है तो छठे घर को जाग्रत करने के लिए राहु का उपाय करना चाहिए और राहु का उपाय करने के लिए व्यक्ति को अपने जन्मदिन से आठवां महीना शुरू होने पर पांच महीनों तक बादाम मन्दिर में चढ़ाना चाहिए जितना बादाम मन्दिर में चढाएं उतना वापस घर में लाकर सुरक्षित रख दें और इसके अलावा घर का दरवाजा दक्षिण में नहीं रखना चाहिए. इन उपायों को करने से कुंडली में छठा घर जाग्रत होता है क्योंकि यह राहु का उपाय है।
  • यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में सातवां घर सोया हुआ हो तो सोये हुए सातवें घर को जाग्रत करने के लिए शुक्र को जाग्रत करना फलदायी होता है और शुक्र को जाग्रत करने के लिए व्यक्ति को अपने आचरण की शुद्धि करना सबसे आवश्यक होता है।
  • यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में आठवां घर सोया हुआ है तो सोये हुए आठवें घर को जाग्रत करने के लिए भी चंद्रमा का उपाय करना शुभ फलदायी होता है।
  • यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में नवम भाव सोया हुआ हो तो व्यक्ति को गुरूवार के दिन पीला वस्त्र धारण करना चाहिए व सोना धारण करना चाहिए और इसके अलावा माथे पर हल्दी या केशर का तिलक करना चाहिए. इन उपायों को करने से गुरू प्रबल होता है और नवम भाव जाग्रत होता है.
  • यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में दशम भाव सोया हुआ है तो दशम भाव को जागृत करने हके लिए शनिदेव का उपाय करना लाभकारी होता है।
  • यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में एकादश भाव सोया हुआ है तो एकादश भाव को जाग्रत करने के लिए भी गुरू का उपाय करना ही लाभकारी होता है।
  • यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में बारहवां घर सोया हुआ हो तो इसे जाग्रत करने के लिए घर मे कुत्ता पालना चाहिए, पत्नी के भाई की सहायता करनी चाहिए और मूली रात को सिरहाने रखकर सोना चाहिए और सुबह मंदिर मे दान करना चाहिए।

कंसल्ट करें हमारे एस्ट्रोलॉजर से कि कौन सा रत्न आपके लिए लाभकारी है.


Previous
अपने कार्यक्षेत्र में सफलता प्राप्त करने के लिए अवश्य पहनें ये रत्न ।

Next
कुंडली में किस प्रकार के योग कहलाते हैं व्यक्ति के लिए राजयोग