हमारी अंगुलियों के पोरों में शंख या चंक्र रहते हैं। किसी के पोरों के दो या तीन चक्र रहते हैं तो किसी के पोरों में रहते ही नहीं है। कहते हैं कि सभी अंगुलियों में चक्र होने का अर्थ है कि व्यक्ति चक्रवर्ती सम्राट की तरह जीवन व्यतीत करेगा।
प्राचीन पौराणिक ग्रंथों, कहानियों तथा लोक कथाओं के आधार पर समुद्र मंथन के दौरान भगवान विष्णु ने कछुए का रूप धारण किया था और इसी कारण शास्त्रों और हिन्दू धर्म में कछुए का बहुत महत्व है।
चार मुखी रुद्राक्ष उन जातकों के लिए सबसे अधिक उपयोगी है जो अपने ज्ञान में वृद्धि करना चाहते है | बुद्धि को तीव्र बनाना चाहते है| चार मुखी रुद्राक्ष धारण करने से संतान संबंधी सुख प्राप्त होता है |
नींबू-मिर्ची के टोटके बेहद लोकप्रिय हैं, लोगों का मानना है कि इससे बुरी नजर नहीं लगती। ऐसा अपने घर-परिवार और व्यापार को बुरी नजर से बचने के लिए किया जाता है|
मोती के विषय में कहा जाता है| कि स्वाति नक्षत्र में टपकने वाली बून्द जब घोंघे के खुले हुए मुँह में पड़ती है| तब मोती का जन्म होता है|
कोरोना: एस्ट्रोलॉजिकल एनालिसिस (Corona : An Astrological Analysis): इस कोरोना के चक्र की शुरुआत 26 दिसंम्बर के सूर्यग्रहण से होती है।
सूर्य रत्न माणिक्य बहुत से रोगों को ठीक करने में सक्षम है| ऐसी मान्यता है कि माणिक्य विष को दूर कर देता है|
क्या होता है गुण मिलान में बनने वाला नाड़ी दोष और कैसे होता है इस दोष का निर्माण। क्या वास्तव में ही नाड़ी दोष किसी विवाह को तोड़ सकता है अथवा नहीं।
राहुकाल में शुरु किये गये किसी भी शुभ कार्य में हमेशा कोई न कोई विघ्न आता है, अगर इस समय में कोई भी व्यापार प्रारंभ किया गया हो तो वह घाटे में आकर बंद हो जाता है।
चैत्र नवरात्र (Chaitra Navratri 2023): जानिए घटस्थापना मुहूर्त, महत्वपूर्ण परंपराएं, अनुष्ठान व शुभ योग के बारे में
नज़र दोष के कारण जातक को हर क्षेत्र में निराशा हासिल होती है इसलिए बुरी नज़र से बचने के लिए लोग नजर उतारने के उपाय, नज़र दोष के टोटके और नज़र उतारने का मंत्र का जाप करते हैं।
विष योग एक ऐसा ही योग है। कुंडली में अगर यह योग हो तो व्यक्ति की ज़िंदगी ज़हर बन जाती है।