कर्क राशि में बुध का परिवर्तन – बनेंगें या फिर बिगड़ेंगें हालात? जानिए

By: Future Point | 28-Jun-2021
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कर्क राशि में बुध का परिवर्तन – बनेंगें या फिर बिगड़ेंगें हालात? जानिए

वैदिक ज्योतिष के अनुसार बुध को सभी ग्रहों में से युवराज की संज्ञा दी गयी है। बुध को बुद्धिमत्‍ता, वाणी,  विश्लेषण, संचार, गणनात्मक क्षमता, कौशल और व्यापार का कारक माना जाता है। बुध ग्रह को एक बेहद शुभ ग्रह माना गया है, यह जातक की कुंड़ली में स्थिति व प्रभाव के अनुसार परिणाम देता है। बुध को ज्योतिष शास्त्र में वाणी का कारक माना जाता है। जिस जातक की कुंडली में बुध कमजोर होता है। वह संकोची होता है। अपनी बात रखने में उसे परेशानी होती है। इसके साथ ही वह जातक अपने वाणी पर नियंत्रण नहीं रख पाता वाणी के कारण उनके कार्य बिगड़ जाते हैं।

ज्योतिष में बुध ग्रह, हमारी जन्म कुंडली में स्थित 12 भावों पर अलग-अलग तरह से प्रभाव डालता है। इन प्रभावों का असर हमारे प्रत्यक्ष जीवन पर पड़ता है। ज्योतिष में बुध ग्रह को एक शुभाशुभ ग्रह माना गया है अर्थात ग्रहों की संगति के अनुरूप ही यह फल देता है। यदि बुध ग्रह शुभ ग्रहों के साथ युति में हैं तो यह शुभ फल और क्रूर ग्रहों की संगति में अशुभ फल देते हैं। ज्योतिष में बुध ग्रह को मिथुन और कन्या राशि के स्वामी के तौर पर मान्यता प्राप्त है। कन्या बुध (Mercury) की उच्च राशि भी है जबकि मीन इसकी नीच राशि मानी जाती है। वैदिक ज्योतिष में उपस्थित मान्य 27 नक्षत्रों में से बुध को अश्लेषा, ज्येष्ठा और रेवती नक्षत्र का स्वामित्व प्राप्त है।

बुध जिस भी ग्रह अथवा राशि में होते हैं उसके साथ मिलकर फल देते हैं, पर जब वह उस स्थान पर जाते हैं जहां उन्हें रहना पसंद न हो तो उस समय पर स्थिति बहुत अधिक अनुकूल नहीं हो पाती है। बुध कर्क राशि में स्वयं को सहज नहीं पाते हैं। ज्योतिष के अनुसार बुध कर्क राशि को मित्र नहीं मानते हैं, इसका मुख्य कारण है कि कर्क राशि का स्वामित्व चंद्रमा को प्राप्त होता है। इसी कारण कर्क राशि में बुध की स्थिति बहुत सुखद नहीं मानी गयी है। इस दौरान बुध अपनी स्वराशि मिथुन को छोड़ कर कर्क राशि में प्रवेश करेंगे। बुध का यह गोचर 25 जुलाई 2021 को सुबह 11:42 बजे कर्क राशि में होगा और 9 अगस्त को यह सिंह राशि में गोचर कर जायेंगे। आईये जानते हैं कि इस गोचर का आपकी राशि पर क्या खास प्रभाव पड़ने वाला है।

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मेष राशि (Aries)

मेष राशि से बुध का परिवर्तन आपके चौथे भाव में हो रहा है। यह समय परिवार व संबंध के पहलू के लिए बहुत अच्छा नहीं कहा जा सकता। इस दौरान स्थिति पारिवारिक जीवन में उतार-चढ़ाव की ओर प्रबल संकेत दे रही है। ऐसी स्थिति में आपको अपने परिवार में होने वाले किसी भी अहम के टकराव को रोकने का प्रयास करना चाहिए क्योंकि परिवार के लोग असंगठित होंगे तो परिवार की नींव हिल सकती है। आपका पूरा ध्यान अपने घर पर और घर से संबंधित स्थितियों पर रहेगा, जिससे आपके घरेलू खर्च भी बढ़ेंगे और आपकी व्यक्तिगत जिम्मेदारी भी बढ़ेगी। बुध का गोचर आपको कोई संपत्ति भी दिलवा सकता है, आप अपने माता-पिता के साथ महत्वपूर्ण समय बिताएंगे। गोचर के उत्तरार्ध भाग में घर में शांति व सद्भाव स्थापित होगा। आप अच्छे माहौल का आनंद लेंगे। बुजुर्ग आपके साथ अपने अनुभव साझा करेंगे।

वृषभ राशि (Taurus)

इस गोचर के दौरान बुध आपकी राशि से तीसरे भाव में विराजमान होने वाले हैं। कम्युनिकेशन स्किल्स, मार्केटिंग, आप की हॉबी, आदि का विचार किया गया है। बुध ग्रह का इस भाव में गोचर आपको अपनी बात को दूसरों के सामने रखने में मदद करेगा और इससे आपके आत्मविश्वास में बढ़ोतरी होगी तथा आप खुद के प्रयासों के द्वारा अपने काम को तेजी से आगे ले जाने में कामयाब होंगे। आपके लिए यह समय बहुत अनुकूल रहेंगे और आपको बहुत लाभ होगा। कार्यक्षेत्र में अपने सहकर्मियों से अच्छा व्यवहार आपके काम में तरक्की दिलवाने में मदद करेगा और वे आपके पक्ष में रहेंगे तो आपको सफलता शीघ्र मिल जाएगी। इस समय काल में कानून और वकालत करने वाले लोगों को बहुत अच्छा लाभ मिलेगा। आपको भाग्य का पूरा साथ मिलेगा और भाग्य मजबूत रहेगा। इस वजह से आपके रुके हुए काम बनने लगेंगे और आपको समाज में बढ़िया मान-सम्मान भी मिलेगा। आपकी मुलाकात कुछ पुराने मित्रों से भी हो सकती है, जिससे पुरानी यादें ताजा होंगी तथा कुछ नए लोगों से मित्रता भी संभव है। इस समय काल में आप लोगों के प्रिय बने रहेंगे।

मिथुन राशि (Gemini)

मिथुन राशि वालों के लिए बुध का परिवर्तन आपकी राशि से दूसरे भाव में हो रहा है। बुध आपके ऊपर अपनी शुभ दृष्टि डालते हुए आपकी हर परेशानी को दूर तो करेंगे ही साथ ही आपको और बेहतर प्रदर्शन करने के लिए भी प्रोत्साहित करेंगे। ये समय आपके लिए धन लाभ भी लेकर आया है। इसलिए इस शुभ समय का अच्छा लाभ उठाने का निरंतर प्रयास करते रहें। इस समय काल में अचानक से भी कुछ ऐसी घटनाएं घटेंगी, जो आपको लाभ देंगी यानि कि आपने कुछ ऐसे लाभ की उम्मीद भी नहीं की होगी, जो आपको इस समय में मिल सकता है। आपको अपनी वाणी पर थोड़ा ध्यान जरूर देना होगा क्योंकि कभी-कभी आप ऐसी कोई बात कर सकते हैं, जो आपके विरुद्ध चली जाए। इस समय में आपके ससुराल पक्ष से भी आपको लाभ होने की उम्मीद रहेगी और वे किसी कार्य में आप की मदद भी करेंगे। इस समय में यात्रा करने से भी आपको लाभ मिलेगा।

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कर्क राशि (Cancer)

कर्क राशि वालों के लिए बुध ग्रह आपकी ही राशि में गोचर करेंगे। प्रथम भाव से व्यक्ति के व्यक्तित्व, स्वभाव, रंग-रूप आत्मबल आदि का विचार किया जाता है। इस गोचर के दौरान आप बुद्धिमानी से अपने कार्यों को आगे बढ़ाने की कोशिश करेंगे। नौकरी और व्यापार के दृष्टिकोण से यह गोचर आपके लिए बहुत ही उपयोगी साबित होगा और आपका व्यापार दिनोंदिन उत्तरोत्तर वृद्धि को प्राप्त होने लगेगा, जिससे आपको अत्यंत प्रसन्नता होगी। दांपत्य जीवन के दृष्टिकोण से भी बुध ग्रह गोचर काफी अच्छा रहने वाला है क्योंकि इससे आपके रिश्ते में जो समस्याऐं चली आ रही थीं, उन्हें दूर करने में मदद मिलेगी। आप अपने मन की गांठों को खोलने में कामयाब रहेंगे और इस समय में आप अपने जीवन साथी के साथ बैठकर जो भी बातें हैं, उन्हें सुलझा लेंगे, जिससे रिश्ता मजबूती की ओर आगे बढ़ेगा। इस समय में आप अपने व्यक्तित्व में बदलाव लाने की भी कोशिश करेंगे।

सिंह राशि (Leo)

सिंह राशि से बुध का परिवर्तन आपके बारहवें भाव में हो रहा है। द्वादश भाव से हानि, मोक्ष, विदेश संबंध आदि का विचार किया जाता है। इस गोचर के प्रभाव से आपके स्वास्थ्य में गिरावट देखने को मिल सकती है। आपको शारीरिक समस्यायें परेशान करेंगी। विशेष रूप से आपको त्वचा संबंधित परेशानियां आ सकती हैं और इस समय में आपकी नींद भी खराब हो सकती है। अर्थात आप की निद्रा कम हो सकती है, जिसकी वजह से आप असहज महसूस करेंगे। आपके द्वारा किए गए प्रयासों को इस दौरान अधिक सफलता न मिलने से आपका मन हताश हो सकता है। आपके विरोधी भी इस दौरान सर उठाएंगे और वे आपको परेशान करने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। हालांकि प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी में लगे विद्यार्थियों के लिए यह समय कुछ विशेष परिणाम दे सकता है लेकिन काफी मेहनत करनी पड़ेगी। कोर्ट कचहरी के मामलों में इस दौरान आंशिक रूप से ही सफलता मिल पाएगी और आपके खर्चों में भी जबरदस्त तरीके से बढ़ोतरी होगी, जो आपकी आर्थिक स्थिति पर बोझ बन सकती है।

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कन्या राशि (Virgo)

आपके लग्न और दशवें भाव का स्वामी ग्रह बुध आपके ग्यारहवें भाव में गोचर करेंगे। आप सहज रूप से अपने धन को गुणा करने में अपना समय लगाएंगे। यानि कि धन प्राप्ति की ओर आपका पूरा ध्यान रहेगा और इससे आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत होती चली जाएगी। आप अपनी बुद्धि का पूरा इस्तेमाल करेंगे और इस समय में अपने चारों ओर लाभ ही लाभ आपको मिलेगा। आपके सामाजिक दायरे में भी बढ़ोतरी होगी और कुछ नए लोगों और मित्रों से मिलने का मौका मिलेगा। कुछ व्यापारियों से भी सम्पर्क स्थापित करने का मौका मिलेगा अर्थात यह समय आपके व्यापार को बढ़ाने वाला साबित हो सकता है। इस समय आपको अपने प्रियतम के साथ वक्त बिताने के अनेक अवसर मिलेंगे, जिससे आप दोनों के बीच भावनाओं और विचारों का आदान-प्रदान होगा और आपका रिश्ता काफी मजबूती की ओर बढ़ेगा। आपकी संतान को इस समय में पूरी सफलता मिलेगी और वे जिस क्षेत्र में भी हैं, उसमें अपना बेहतरीन प्रदर्शन करने में कामयाब होंगे। 

तुला राशि (Libra)

तुला राशि से बुध का परिवर्तन आपके दशवें भाव में हो रहा है। इस भाव से करियर, जीवन के लक्ष्यों, उच्च पद आदि के बारे में विचार किया जाता है। इस गोचर काल में आपको अपने करियर से लेकर अपने परिवार और स्वयं के व्यक्तित्व के बारे में सोचने समझने का भरपूर मौका मिलेगा। आपके कुछ निर्णय अच्छे होंगे, जो आपको कार्यक्षेत्र में मदद देंगे और कुछ जगह आप अत्यधिक आत्मविश्वास का शिकार हो सकते हैं, जिसकी वजह से आपके कार्यस्थल पर परेशानी उठानी पड़ सकती है। इस समय काल में आपके पारिवारिक जीवन में ख़ुशियों भरे समय की प्राप्ति होगी और परिवार के लोग अपनी बातें एक दूसरे से साझा करना पसंद करेंगे। ऐसे में परिवार में समरसता का माहौल रहेगा। इस दौरान प्रॉपर्टी खरीदने में सफलता मिल सकती है, लेकिन कागज़ी कार्यवाही में काफी परेशानी आ सकती है। आप अपने काम को अधिक महत्व देंगे, जिसकी वजह से आपको थकान का अनुभव होगा और शारीरिक रूप से आप कमजोर महसूस कर सकते हैं।

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वृश्चिक राशि (Scorpio)

आपकी राशि के स्वामी बुध ग्रह आपके दशमे भाव में गोचर करेंगे।  इस भाव से धर्म, पिता, आध्यात्मिकता, यात्रा और भाग्य आदि का विचार किया जाता है। इस दौरान आपको आर्थिक स्तर पर बड़े फायदे मिल सकते हैं। इस दौरान आपकी बुद्धि मजबूत होगी और समाज में आपको अच्छा स्थान मिलेगा। आप अपने प्रयासों से अपने जीवन को नई दिशा देंगे और लिखने में अर्थात राइटिंग के काम में आपकी काफी रुचि होने लगेगी। हो सकता है आप इसे अपना पेशा भी बनाने का विचार करें। आपको मीडिया के लिए काम करने में आनंद आएगा। इसके अलावा इस दौरान आप मुखर होकर अपनी बात कहने लगेंगे और सामाजिक सरोकार के कामों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेंगे। आपकी इनकम भी बढ़ेगी और आपको आपके भाई बहनों से अच्छा सपोर्ट भी प्राप्त होगा। आप अपनी किसी हॉबी को आगे बढ़ाएंगे और गार्डनिंग या राइटिंग या एक्टिंग जैसे कामों में खूब मन लगेगा। इस समय आपको आपकी मेहनत का फल मिलेगा ,लेकिन कुछ बड़बोलापन आपको नुकसान भी दे सकता है।

धनु राशि (Sagittarius)

बुध ग्रह इस गोचर काल की अवधि में आपकी राशि से अष्टम भाव में प्रवेश करेंगे। अष्टम भाव को जीवन में अचानक से घटित होने वाली घटनाओं के लिए जाना जाता है और इसलिए इसके फल कथन को कहना अत्यंत कठिन काम है। इसके अतिरिक्त यह जीवन में अनचाही यात्राओं को भी बताता है। आपके अष्टम भाव में बुध ग्रह का गोचर होने से आपको धन के मामले में कुछ चुनौतीपूर्ण समय का सामना करना पड़ेगा और धन हानि के योग बनेंगे। इसमें आपके कुछ अपने भी शामिल होंगे, जो आपको परेशान कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त इस समय में आपको अपनी संतान से अच्छे समाचार सुनने को मिलेंगे और उन्हें सुखों की प्राप्ति होगी। आपकी संतान इस समय में खूब फले फूलेगी और आपको उन की प्रगति से खुशी मिलेगी। प्रेम संबंध के दृष्टिकोण से यह समय बहुत अनुकूल है और इस समय अवधि में आपको अपने प्रियतम के साथ वक्त बिताने का पूरा मौका मिलेगा और आपका रिश्ता मजबूत होगा। आप एक दूसरे से अपनी सभी बातें साझा करेंगे, जिससे रिश्ता भी मजबूत होगा और एक दूसरे पर विश्वास बढ़ेगा।

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मकर राशि (Capricorn)

इस गोचर के दौरान बुध ग्रह आपकी राशि से सातवें भाव में स्थित होंगें। इस गोचर के प्रभाव से आपके कार्यक्षेत्र में स्थितियाँ आपके पक्ष में होंगी और आप अपने काम में पदोन्नति प्राप्त कर सकते हैं। यही नहीं, आपकी वेतन वृद्धि भी हो सकती है। इस समय में आप जिस काम में हाथ डालेंगे, उसी में सफलता अर्जित करेंगे। यदि आप कोई व्यापार करते हैं तो व्यापार की गति पकड़ेगा और उसमें आपको अच्छी सफलता मिलेगी, लेकिन यहां बुध अपनी नीच राशि में है, जिसकी वजह से आपके स्वास्थ्य में गिरावट हो सकती है और आपका पूरा ध्यान आपके जीवनसाथी पर होगा, जिनसे सलाह लेकर ही आप कोई कार्य करेंगे। इसकी वजह से आपको कुछ कार्यों में निराशा का सामना भी करना पड़ सकता है। आपको ऐसा महसूस होगा कि आप से कुछ गलती हुई है। आपके पिताजी से आपके संबंध बेहतर बनेंगे और आप दोनों के रिश्ते में नज़दीकी आएगी। जीवन साथी से आपका रिश्ता भी सुधरेगा और आप अपने काम को महत्व देंगे। इस गोचर की अवधि के दौरान आपको सतर्क रहने और अपने जीवनसाथी की अच्छी देखभाल करने की सलाह दी जाती है। 

कुंभ राशि (Aquarius)

कुंभ राशि से सूर्यदेव का परिवर्तन पांचवें भाव में हो रहा है। अधिक मेहनत के बाद आपको अल्प सफलता हाथ लगेगी। कार्यों में रुकावट आने से मन थोड़ा परेशान हो सकता है और इस समय में आपकी आमदनी में भी गिरावट दर्ज हो सकती है। आपको अपने स्वास्थ्य को लेकर सतर्क होना चाहिए और अपने खान पान पर विशेष रूप से ध्यान देना चाहिए। इस गोचर काल में आपको व्यर्थ वाद विवाद से बचना ही बेहतर रहेगा और खर्चों पर नियंत्रण लगाना भी आपके लिए एक चुनौती बन सकता है। परिवार में आपके पिताजी के लिए इस गोचर के बड़े अच्छे परिणाम मिलेंगे और उन्हें उनके कार्य क्षेत्र में बहुत अच्छे काम का जबरदस्त लाभ मिलेगा। आपको एक बात का विशेष ध्यान रखना होगा कि जहां आप कहीं नौकरी करते हैं, वहां आप किसी को भी अपने दिल की बातें ना बताएं क्योंकि वह आपकी कमज़ोरी का फायदा उठा सकते हैं। 

मीन राशि (Pisces)

इस गोचर के दौरान बुध ग्रह आपकी राशि से पांचवें भाव में विराजमान होंगें। इस भाव से आपके प्रेम, शिक्षा और बुद्धि आदि का विचार किया जाता है। बुध के गोचर के परिणाम स्वरूप आपकी आमदनी में बढ़ोतरी होने के प्रबल योग बनेंगे और व्यवसायिक प्रतिष्ठानों से भी आपको लाभ होगा। यदि पहले से ही किसी व्यापार में संलग्न हैं तो यह गोचर आपके लिए फायदे का समय साबित होगा और विभिन्न प्रकार के सूत्रों से आपको धन प्राप्त होने की संभावनाएं बनेंगी। इस गोचर के परिणाम स्वरूप आपको अपने प्रेम जीवन में अच्छे और बुरे दोनों समय की झलक देखने को मिलेगी। जहां एक तरफ आपका प्रियतम आपसे प्रेम भरी बातें करेगा, वहीं आपकी बातें उन्हें समझ कम आएँगी और किसी बात को लेकर ग़लतफ़हमी होने से वाद-विवाद बढ़ सकता है। ऐसे में आपको बहुत सोच समझकर ही कोई बात करनी चाहिए। यदि आप शादीशुदा हैं तो इस गोचर काल में आपको अपनी संतानों की ओर से निश्चिंतता रहेगी और वे भी अपनी शिक्षा में अच्छा ध्यान लगाएंगे।


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