सूर्य का कर्क राशि परिवर्तन, जानिए क्या लाएगा आपके जीवन में बदलाव?

By: Future Point | 23-Jun-2021
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सूर्य का कर्क राशि परिवर्तन, जानिए क्या लाएगा आपके जीवन में बदलाव?

वैदिक ज्योतिष में सूर्य को आत्मा का कारक माना जाता है। ये जातक के जीवन में सफलता व पद प्रतिष्ठा के भी कारक होते हैं। इनकी कृपा से जातक अपने जीवन में वो सब कुछ प्राप्त करने में सफल होता है जो वह चाहता है। हिन्दू धर्म में सूर्य को ईश्वरस्वरुप पूजा जाता है। इसलिए सूर्य देव की पूजा अर्चना का हिन्दू धर्म में भी विशेष महत्व है।

ऐसी मान्यता है कि यदि रोज सुबह उठकर सूर्य देव को नियमित रूप से जल अर्पित किया जाए तो इससे कुंडली में उपस्थित सूर्य के हानिकारक प्रभावों से बचा जा सकता है। इसके साथ ही साथ व्यक्ति के आत्मविश्वास में भी वृद्धि होती है। जातक के जीवन पर सूर्य के सकारात्मक प्रभाव से जातक को समाज में मान-सम्मान की वृद्धि, राजनीतिक क्षेत्र में सफलता और सरकारी नौकरी की प्राप्ति हो सकती है। वहीं सूर्य के विपरीत प्रभाव पड़ने से, मान सम्मान में कमी, सरकारी नौकरी में असफलता, आँखों का रोग और पिता के साथ संबंधों में कड़वाहट हो सकती है। 

सूर्य जब गोचर कर अन्य राशि में प्रवेश करते हैं तो इस ज्योतिषीय घटना को संक्रांति कहा जाता है। इस बार सूर्य मिथुन राशि से गोचर कर कर्क राशि में प्रवेश करेंगे। जिसे कर्क सक्रांति कहा जाता है। फ्यूचर पंचांग के अनुसार सूर्य का कर्क राशि में परिवर्तन 16 जुलाई को शाम 16 बजकर 53 मिनट पर होने जा रहा है। ऐसे में आपकी राशि के अनुसार सूर्य का कर्क राशि में आना क्या परिणाम लेकर आ सकता है? आइये जानते हैं।

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मेष राशि (Aries)

आपकी राशि के लिए सूर्य पांचवें भाव का स्वामी होकर चौथे भाव में गोचर करेंगे। इस दौरान आर्थिक स्तर पर आपको विशेष लाभ की प्राप्ति  हो सकती है। इसके साथ ही साथ आप आर्थिक लाभ प्राप्ति के लिए लंबी दूरी की यात्रा पर भी जा सकते हैं। लेकिन इस दौरान आपको थोड़ी सावधानी बरतने की आवश्यकता है, दूसरों के ऊपर हावी रहने की आपकी प्रवृत्ति आपको परेशानी में डाल सकती है। जीवनसाथी के साथ प्रेम पूर्वक व्यवहार रखें और उनका सम्मान करें। पारिवारिक स्तर पर भी आपके हावी होने की प्रवृत्ति की वजह से आप किसी मतभेद में फँस सकते हैं, पारिवारिक जीवन में अशांति की स्थिति बन सकती है। किसी भी तरह का निर्णय लेने में आप स्वयं को सहज नहीं पाएंगे।  हालाँकि कार्यक्षेत्र में अच्छे परिणाम प्राप्त होंगे।

उपायः- प्रातः काल सूर्योदय के पूर्व उठें और लाल रंग के पुष्प वाले पौधों एवं वृक्षों को जल से सिंचित करें।

वृषभ राशि (Taurus)

इस गोचर के दौरान सूर्य आपकी राशि से तीसरे भाव में विराजमान होने वाले हैं। इस राशि के जातक इस दौरान अपने साहस और आत्मशक्ति में वृद्धि महसूस करेंगे, और बेहद ऊर्जावान होंगे। जिसके कारण कई कार्यों को गति के साथ समय से पहले ही पूरा करने में सक्षम होंगे। परिवार में भी आपको अपने भाई बहनों और दोस्तों से, अपने प्रयासों के अनुसार अच्छा सहयोग मिलेगा। इस कारण आप दोस्तों और करीबियों के साथ, किसी छोटी रोमांचक यात्रा या लंबी ड्राइव पर जाने का फैसला भी ले सकते हैं। कार्यक्षेत्र में आप अपनी कड़ी मेहनत और लगन के दम पर सफलता प्राप्त करने में सफल होंगें। कार्य स्थल पर आपके काम की सराहना हो सकती है और उच्च अधिकारियों का आपको साथ मिलेगा। दूसरी तरफ स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से देखें तो, इस अवधि में आपको खासतौर से अपनी सेहत को लेकर सावधानी बरतनी पड़ सकती है।

उपायः- आपको प्रतिदिन श्रद्धा पूर्वक भगवान विष्णु की उपासना करनी चाहिए, तथा विशेषरूप से रविवार के दिन, गाय को गुड़ खिलाना चाहिए।

मिथुन राशि (Gemini)

मिथुन राशि वालों के लिए सूर्य का परिवर्तन आपकी राशि से दूसरे भाव में होने वाला है। इस भाव से आपकी वाणी, संपत्ति, परिवार, भोजन, कल्पना आदि के बारे में विचार किया जाता है। सूर्य का यह गोचर कर्क राशि के लोगों को, अधिक संवेदनशील और परिष्कृत बनाएगा। इस समय आपको वाणी में ज़रूरत से ज्यादा स्पष्टता देखी जाएगी, और आप अपने करीबी लोगों को न चाहते हुए भी कुछ आहत कर सकते हैं। पारिवारिक जीवन में किसी बात को लेकर उत्पन्न हुए मतभेद से आप तनाव का शिकार हो सकते हैं। बहरहाल मानसिक शांति बनाए रखने के लिए इस गोचर के दौरान खुद को पारिवारिक विवादों से दूर रखना ही आपके लिए बेहतर होगा। नौकरी पेशा लोगों के लिए गोचर की ये अवधि शुभ परिणाम दे सकती है।

उपाय- अपने पिता का सम्मान करें और घर से निकलने से पहले, उनका आशीर्वाद ज़रूर लें।

कर्क राशि (Cancer)

कर्क राशि के जातकों के लिए सूर्य का गोचर उनकी ही राशि में होने जा रहा है। सूर्य गोचर के फलस्वरूप आपकी ऊर्जा और आत्मविश्वास में गजब की वृद्धि होगी। इस अवधि में आप हमेशा खुश और संतुष्ट दिखाई देंगे। साथ ही यह समय आपको अपने शरीर और फिटनेस के प्रति भी, अधिक सचेत करेगा और आप कोई भी जोखिम लेने में ज़रा भी संकोच नहीं करेंगे। सूर्य का ये गोचर आपके लिए कार्य क्षेत्र में शुभ फलदायी सिद्ध हो सकता है। यदि आप किसी सरकारी पद पर आसीन हैं तो इस दौरान आपको सरकार की तरफ से विशेष लाभ मिल सकता है। कामकाजी लोगों को कार्य क्षेत्र में उम्मीद से ज्यादा सफलता मिल सकती है। इस अवधि में स्वास्थ्य को अनदेखा करना आपके लिए हानिकारक साबित हो सकता है। लिहाजा अपनी सेहत का ख़ास ख्याल रखें। 

उपाय - शिव मंत्र या शिव स्तोत्र का नियमित पाठ करना लाभकारी रहेगा।

सिंह राशि (Leo)

आपकी राशि के लिए सूर्य पहले भाव के स्वामी होकर द्वादश भाव में गोचर करेंगे। यह समय आपके आत्मविश्वास में कुछ कमी ला सकता है। आप कुछ कार्यों को लेकर असहज भी हो सकते हैं। इस दौरान आपके ख़र्चों में वृद्धि होने की संभावना नजर आ रही है। बहरहाल आर्थिक रूप से मजबूत बने रहने के लिए गोचर की इस अवधि में अपने ख़र्चों पर थोड़ा नियंत्रण रखें। यदि प्रेम जीवन की बात करें तो, सूर्य का गोचर आपके प्रेम जीवन के लिए विपरीत परिणाम दे सकता है। पार्टनर की किसी बात से आपके दिल को चोट पहुँच सकती है। प्रेम संबंध में परस्पर प्रेम और सद्भाव बनाये रखने के लिए एक दूसरे की भावनाओं को समझना बेहद आवश्यक है। जहाँ तक वैवाहिक जीवन की बात है तो, शादीशुदा जातक इस दौरान कुछ अनमोल पलों का आनंद उठा पाने में सफल रहेंगे। बिज़नेस से जुड़े लोगों को कामकाज के सिलसिले में किसी अनचाही यात्रा पर जाना पड़ सकता है।

उपाय- हनुमान चालीसा का नियमित जाप करना लाभकारी रहेगा।

कन्या राशि (Virgo)

सूर्य का गोचर आपकी राशि से ग्यारहवें भाव में हो रहा है। यह समय आपके लिये धन वृद्धि के योग बना रहा है। रूका धन आपको मिल सकता है। इसके साथ ही पहले किसी योजना में किया गया निवेश आपको लाभ दिला सकता है। कार्यक्षेत्र में भी आपका प्रदर्शन सराहनीय रह सकता है। इस समय व्यापारी वर्ग अच्छा मुनाफ़ा अर्जित कर सकेंगे, जिससे उनकी आमदनी में बढ़ोतरी होगी। साथ ही यदि आप अपना काम शुरू करने की योजना बना रहे हैं, तो यह समय आपके लिए अनुकूल रहने वाला है। हालांकि प्रेमी जातक को इस अवधि के दौरान, अपने रिश्ते में तनाव महसूस होगा। क्योंकि इस दौरान आपका अपने प्रेमी के साथ छोटी-छोटी बातों को लेकर झगड़ा हो सकता है। छात्रों की बात करें तो, शोध कार्य से जुड़े छात्रों और विद्वानों का झुकाव अपने विषयों के प्रति अधिक होगा।

उपाय- गणेश मंत्र का नियमित जाप या संकट नाशन स्तोत्र का पाठ लाभकारी होगा।

तुला राशि (Libra)

तुला राशि से सूर्य का परिवर्तन दशवें भाव में हो रहा है। सूर्य का ये गोचर खासतौर से करियर के लिहाज से फलदायी हो सकता है। यदि आप काम की तलाश में हैं तो गोचर की इस अवधि के दौरान आपकी ये तलाश ख़त्म हो सकती है और आपको मनचाही जगह पर काम मिल सकता है। इसके साथ ही यदि आप पहले से ही कामकाजी हैं तो आपके ओहदे में वृद्धि हो सकती है। आपके नेतृत्व कौशल को भी उचित सराहना प्राप्त होगी, जिससे आपके विरोधी और शत्रु चाहकर भी आपका कुछ नहीं बिगाड़ सकेंगे और आप उन्हें परास्त करने में सफल होंगे। समाज में आपको मान-सम्मान मिलेगा, जिससे आप कई सामाजिक कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेंगे।

उपाय- विष्णु मंत्र या स्तोत्रम का नियमित जाप और माता लक्ष्मी श्री सूक्तम पाठ अत्यधिक लाभकारी होगा।

वृश्चिक राशि (Scorpio)

सूर्य आपकी राशि के नवमें भाव में गोचर करेंगे। इस गोचर के दौरान आपका रुझान आध्यात्मिक कार्यों की तरफ होगा और आप परोपकार के कामों में ज्यादा सहयोग करेंगे। समाज में आपके पिता के मान सम्मान में वृद्धि होगी, इसके फलस्वरूप आपको सामाजिक स्तर पर एक नई पहचान मिलेगी। इस गोचर काल में भाग्य आपका पूर्ण रूप से साथ देगा, और कार्य क्षेत्र तथा व्यापारिक स्तर पर भी आपको सफलता मिलेगी। जहाँ एक तरफ कार्य क्षेत्र में आप अपनी मेहनत से सभी चुनौतियों को पार करने में सफल होंगें वहीं दूसरी तरफ बिज़नेस में भी आपको मुनाफ़ा प्राप्त होगा। जो लोग शिक्षा उद्योग, परामर्श सेवाओं में हैं, वे इस अवधि के दौरान उन्नति पाएंगे। उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे लोगों को भी इस दौरान अच्छी सफलता मिलेगी। 

उपायः- रविवार के दिन लाल चन्दन मिले हुए जल से सूर्य देव को अर्घ्य प्रदान करें।

धनु राशि (Sagittarius)

सूर्य आपकी राशि से आठवें भाव में संचरण करेंगे। इस दौरान आपको अपने स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। स्वास्थ्य को लेकर बरती गयी असावधानी आपको भारी मुसीबत में डाल सकता है। ये गोचरीय अवधि आपके लिए कार्य क्षेत्र में मुसीबतें पैदा कर सकती है। कार्य स्थल पर आप किसी विवाद में फँस सकते हैं इसलिए इस दौरान विशेष रूप से सावधानी बरतें। कुछ जातकों को नौकरी से हाथ भी धोना पड़ सकता है। कुल मिलाकर व्यावसायिक दृष्टि से समय अनुकूल नहीं कहा जा सकता। हालांकि नया कार्य शुरु कर रहे हैं तो परिणाम सकारात्मक मिल सकते हैं जिससे आपका आत्मबल भी बढ़ने के आसार हैं।

उपायः- भगवान सूर्य देव के मंत्र “ॐ घृणि सूर्याय नमः’’ का जाप करना हितकर होगा।

मकर राशि (Capricorn)

इस गोचर के दौरान सूर्य आपकी राशि से सातवें भाव में स्थित होंगें। इस गोचकाल के दौरान आपको मिश्रित परिणामों की प्राप्ति होगी। आप अपने कार्यों में साहसी होंगे और कोई भी जोखिम लेने से नहीं कतराएंगे। आपका अपने जीवन साथी के साथ अहम का टकराव हो। जिसका नकारात्मक असर साफ़ तौर पर आपके दांपत्य जीवन पर पड़ेगा और इससे आप दोनों के विचारों में मतभेद की स्थिति भी उत्पन्न हो सकती है। ऐसे में आपको अपने संबंधों को बेहतर करने के लिए, खुद को शांत रखने की सबसे अधिक आवश्यकता होगी। यदि आप किसी बिज़नेस से जुड़े हैं तो इस गोचरकाल में आपके बिज़नेस पार्टनर के साथ किसी बात को लेकर आपका मतभेद हो सकता है। इस दौरान बिज़नेस में नुकसान होने से बचने के लिए विशेष रूप से आपको इस बात का ख़ास ध्यान रखना होगा की पार्टनर के साथ आपका किसी प्रकार का कोई मतभेद ना हो।

उपाय- रविवार के दिन बंदरों को गुड़, चने और केले खिलाएं।

 कुंभ राशि (Aquarius)

इस गोचरीय अवधि के दौरान सूर्य आपकी राशि से छठे भाव में स्थित होंगें। गोचर का यह समय स्वास्थ्य जीवन के लिए, सबसे अधिक अनुकूल रहने वाला है। क्योंकि इस समय आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बेहतर होगी और आप शारीरिक रूप से खुद को बेहतर पाएंगे।  यदि आप किसी प्रशासनिक पद या सरकारी पद पर कार्यरत हैं तो, आपकी सफलता निश्चित है। वो छात्र जो प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, उन्हें यह गोचर सफलता देगा। क्योंकि इस दौरान आप अपने परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन देने में सक्षम होंगे। यदि कोर्ट-कचहरी में कोई केस चल रहा था तो आपको इस दौरान विजय मिल सकती है। आपकी मानसिकता इस दौरान मजबूत होगी और अपने सभी दुश्मनों और प्रतिस्पर्धियों पर भी आप विजय प्राप्त करेंगे।

उपायः- अपने हाथ में मौली अर्थात कलावा छह बार लपेट कर बाँधे, और रविवार के दिन गेहूँ, तांबा एवं गुड़ का दान करें।

मीन राशि (Pisces)

आपकी राशि के पांचवें भाव में सूर्य गोचर करेंगे। यह समय कार्यक्षेत्र में भी आपके मान-सम्मान, पद-प्रतिष्ठा में वृद्धि लाने वाला रह सकता है। बस आपको अपने कार्य को गंभीरता व पूरी जिम्मेदारी से करना होगा। आर्थिक पक्ष के लिहाज से भी, यह अवधि विशेष अच्छी रहेगी। क्योंकि इस दौरान नौकरीपेशा जातकों के साथ-साथ व्यापारियों की भी आमदनी में बढ़ोतरी होगी। ये समय उन्हें एक से अधिक स्रोतों से, कमाई करने के रास्ते भी दिखायेगा। छात्रों के लिए ये समय उत्तम रहेगा, क्योंकि उन्हें अपने विषय को समझने में मदद मिलेगी। जिसके परिणामस्वरूप, वो अपने सभी संभव स्रोतों की मदद से अपने ज्ञान में वृद्धि करने और कुछ नया सीखने के प्रति उत्सुक दिखाई देंगे। इस दौरान संतान पक्ष की ओर से शुभ समाचार मिलने का संकेत है। जो दंपति संतान प्राप्ति की कामना कर रहे हैं उन्हें भी खुशखबरी मिल सकती है।

उपाय- प्रतिदिन सुबह सूर्य देव को अर्घ्य अर्पित करें, और आदित्यहृदयस्तोत्र का प्रतिदिन पाठ करें।


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