Shani Vakri 2021: शनि की मकर राशि में वक्री चाल, जानें आपकी राशि पर क्या होगा असर

By: Future Point | 01-Jun-2021
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Shani Vakri 2021: शनि की मकर राशि में वक्री चाल, जानें आपकी राशि पर क्या होगा असर

शनि देव को ज्योतिष शास्त्र में न्यायकर्ता कहा जाता है। यह व्यक्ति के कर्मों के अनुसार फल देते हैं। इसलिए शनि के गोचर, वक्री, दशा, अंतरर्दशा आदि का ज्योतिष में विशेष महत्व है। शनि के वक्री होने का यह बिलकुल मतलब नहीं है, कि शनिदेव वक्री होकर खराब फल करेंगे, वक्री शनि जिन लग्नो में कारक होता है उनमें अच्छा फल और जिन लग्नो में अकारक होता है उनमें खराब फल देता है,

शनिदेव को नवग्रहों में न्यायाधीश का दर्जा प्राप्त है, हमेशा ही शनि को क्रूर ग्रह के तौर पर माना जाता है। लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। जातकों को उनके कर्मों के अनुसार ही शनिदेव फल प्रदान करते हैं। कहा जाता है कि शनि सभी ग्रहों में सबसे मंद गति से चलने वाले ग्रह हैं। एक राशि में शनिदेव ढाई वर्षों तक रहते हैं। वे वक्री से मार्गी होने में लग-भग पांच महीने का समय लगाते हैं।

फ्यूचर पंचांग के अनुसार शनि देव 23 मई दोपहर 14:49 मिनट पर मकर राशि में वक्री होंगे। और 11 अक्टूबर 2021 तक वक्री अवस्था में ही रहेंगे। आपको बता दें कि शनि के वक्री का हर राशि पर अलग-अलग प्रभाव देखने को मिलता है। शनि वक्री को वैसे तो चुनौतीपूर्ण माना जाता है लेकिन कुछ जातकों के जीवन में यह सकारात्मकता लाने का काम भी करते हैं। आइए अब जानते हैं, शनि की वक्री गति का सभी 12 राशियों पर क्या प्रभाव पड़ने वाला है।

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मेष राशि (Aries)

मेष राशि से वक्री शनि का परिवर्तन आपके दशवें भाव में हो रहा है। शनि का वक्री होना आपके कार्यक्षेत्र पर कहीं न कहीं एक बदलाव की परिस्थिति बना सकता है। इस दौरान आपको कार्यक्षेत्र में मेहनत पहले से ज्यादा करनी पड़ेगी, तभी आपको सफलता हासिल हो सकती है। बेवजह की चिंताएं आपके अमूल्य समय को खराब कर सकती हैं। परिवार के लोगों के मन में आपको लेकर कुछ गलतफहमियां हो सकती हैं, इसलिए बातचीत के दौरान आपको सावधान रहने की सलाह दी जाती है। यदि आप कार्य में अपना शत प्रतिशत नहीं देंगे तो इस दौरान वरिष्ठ अधिकरियों द्वारा आपके काम पर सवाल उठाए जा सकते हैं। इस समय आपको अपने पिता के स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा। 

वृषभ राशि (Taurus)

वृषभ राशि से वक्री शनि का परिवर्तन आपके नवमें भाव में हो रहा है। इस दौरान आपके अपने पिता के साथ संबंध अच्छे नहीं रहेंगे, पिता या पितातुल्य लोगों से बातचीत के दौरान आपको अपनी सीमाओं का उलंघन करने से बचना चाहिए। लेकिन किसी भी भाषा को सीखने के लिए यह उत्कृष्ट समय है। इस राशि के जातकों को आर्थिक लाभ होने की संभावना रहेगी, लेकिन ध्यान रखने वाली बात यह है कि आमदनी के साथ खर्चे भी बढ़ सकते हैं। साथ ही नए व्यापार में भी संकट हो सकता है। इसलिए प्रत्येक कार्य को करने से पहले उस पर गंभीरता से विचार करें।

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मिथुन राशि (Gemini)

शनिदेव आपके आठवें भाव में वक्री होंगे। शनि की ढ़ैया और मकर में वक्री शनि आपके लिए बहुत अच्छे परिणाम नहीं देगा, आप आकस्मिक किसी भी प्रकार का निर्णय इन 142 दिन में न लें। आपको इस दौरान अपने निवेश में नुकसान का सामना करना पड़ सकता है। आपको किसी भी बुरी आदत से बचना चाहिए। इस दौरान कोई पुराना रोग उभर सकता है। कोई पुराना कर्ज आपके लिए परेशानी का कारण बन सकता है। रक्तस्राव या फिर रक्त से जुड़ी समस्या आपको परेशान कर सकती है। वहीं आपको हड्डियों से जुड़ी परेशानी भी हो सकती है।

धन और लाभ के मामले में यह समय बहूत अच्छा नहीं कहा जा सकता। खानपान का विशेषतौर पर ध्यान रखना आपके लिए इस समय जरूरी है।

कर्क राशि (Cancer)

कर्क राशि से वक्री शनि का परिवर्तन आपके सातवें भाव में हो रहा है। आप पुराने गठबंधन को वापस से जोड़ सकते हैं और उनके साथ एक व्यापारिक संबंध का पुनर्निर्माण कर सकते हैं। पार्टनर के साथ संबंध मधुर बने रहेंगे। परिजनों se विवाद होने की संभावना है। जीवनसाथी का खासकर दबाव आप अपने जीवन में महसूस करेंगे। संतान से जुड़ी समस्या हो सकती है। संतान की विद्या और स्वास्थ्य दोनों का ध्यान रखें। संतान के स्वास्थ्य का विशेष रूप से ध्यान रखना आपके लिए जरूरी रहेगा। इस दौरान किसी प्रकार से क्रोध और आवेश में आकर नौकरी न छोड़ें। नहीं तो मुश्किलें आपकी बढ़ जाएंगी।

सिंह राशि (Leo)

शनिदेव आपके छठें भाव में वक्री होंगे। आपको अपनी पिछली कंपनी से नौकरी का प्रस्ताव मिल सकता है, लेकिन कार्य में अधिकता ना दिखाएं। इस दौरान कार्यक्षेत्र में कोई आपके खिलाफ साजिश कर सकता है। इसलिए सावधान रहें। आपको तनाव पहले से कहीं अधिक महसूस होगा। वहीं आपको जीवनसाथी के साथ संबंधों में तनाव भी महसूस होते हुए नजर आएगा। अपने मनोबल को बनाए रखने के लिए आपको योग ध्यान करना चाहिए। शत्रुओं का पराभव बना रहेगा जोकि आपके लिए परेशानी का कारण बन सकता है। आपके खर्चे पहले से अधिक बढ़ेंगे। सेहत खराब हो सकती है। धन खर्च होने की संभावना है।

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कन्या राशि (Virgo)

कन्या राशि से वक्री शनि का परिवर्तन आपके पांचवें भाव में हो रहा है। इस दौरान आपके और आपके प्रेमी के बीच गलतफहमी पैदा हो सकती है, इसलिए सावधान रहें। आप में से कई लोगों को संतान का सुख या संतान द्वारा सुख ये प्राप्त होगा। पारिवारिक मुसीबतें कम होगी। आप में से कई लोगों के साथ कहीं न कहीं आत्मविश्वास में कमी नजर होती हुई नजर आएगी। आप इसमें आकस्मिक निर्णय न लें नहीं तो आपके लिए परेशानी का कारण हो सकता है। नौकरी छूट सकती है या असुरक्षा पैदा हो सकती है। आपको सलाह दी जाती है कि लड़ाई-झगड़े से बचें। आप में से कई लोगों को पैतृक संपत्ति द्वारा लाभ प्राप्त होगा।

तुला राशि (Libra)

तुला राशि से वक्री शनि का परिवर्तन चौथे भाव में हो रहा है। आप अपनी मां की सेहत का ख्याल रखें। घर पर अप्रत्याशित खर्च आपके बजट को बिगाड़ सकता है। यदि आपके घर परिवार में नया मकान से जुड़ा कोई भी काम बंद हो गया था तो समझिए इस दौरान वो कार्य फिर से प्रारम्भ होगा। आंखों से जुड़ी कोई समस्या आपको पीड़ित कर सकती है। वहीं आपमें से कई लोगों के संबंध पहले से खराब हो सकते हैं। इस समय नौकरी से जुड़ाव कोई भी निर्णय न लें नहीं तो धन का आगमन आपके लिए मुश्किल हो सकता है।

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वृश्चिक राशि (Scorpio)

वृश्चिक राशि से वक्री शनि का परिवर्तन आपके तीसरे भाव में हो रहा है। इस दौरान शनि वक्री के कारण आपके आत्मविश्वास में कमी रह सकती है। आप अपने घर से दूर कहीं भी फंस सकते हैं। आप शारीरिक और मानसिक तौर पर थक सकते हैं। आपकी वित्तीय स्थिति ठीक नहीं रहेगी। आपके संबंध अपने परिवार और कुटुम्ब के साथ पहले से कहीं बेहतर होंगे। सही व्यक्ति द्वारा आपको मार्गदर्शन भी प्राप्त होगा। कोई पुराना संबंध जो ख़राब हो गया है उसमें सुधार की अपेक्षा नजर आ रही है। खर्चे और तनाव आपके लिए परेशानी का कारण बन सकते हैं। आंखों से और सर से जुड़ी समस्या आपको सता सकती है।

धनु राशि (Sagittarius)

धनु राशि से वक्री शनि का परिवर्तन दूसरे भाव में हो रहा है। धनु राशि पर शनि की साढ़ेसाती चल रही है। यह अंतिम चरण में है। 23 मई से शनि के वक्री होने से धनु राशि के जातकों को प्रतिकूल प्रभाव मिलने लगेगा। नुकसान होने के संकेत हैं। भविष्य के लिए अपनी वित्तीय योजनाओं के बारे में सोचने का समय है। क्योंकि वित्तीय असुरक्षाएं आपको बुरी तरह परेशान कर सकती हैं। जल्दबाजी में किसी भी प्रकार का कोई निर्णय न लें। इस समय अब्धि में कई बार आप अपना स्वयं का नुक़सान अपनी वाणी द्वारा कर सकते हैं जो कि आप अपने धन लाभ के क्षेत्र में भी करेंगे।

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मकर राशि (Capricorn)

शनिदेव आपकी राशि में ही वक्री होने जा रहे हैं। 23 मई से शनि उल्टी चाल चलेंगे और नौकरी और सेहत में परेशानियां बढ़ जाएंगी। ऐसे में आप फ़िल्टर्ड तरीके से सोचना शुरू कर सकते हैं। जिसकी वजह से निर्णय लेने की गति धीमी पड़ जाएगी। आप में गंभीरता भी बहुत नजर आएगी और ये गंभीरता आपके लिए आने वाले समय के लिए बहुत ही लाभकारी साबित होगी। लेकिन आपको कहीं न कहीं परेशानी का सामना भी करना पड़ सकता है। कार्यक्षेत्र में आपको छोटी रुकावटों का सामना करना पड़ सकता है और विरोधाभास परिस्थितियां भी बन सकती हैं।

कुंभ राशि (Aquarius)

कुंभ राशि से वक्री शनि का परिवर्तन बारहवें भाव में हो रहा है। इस समय आपको अनुकूल फल की प्राप्ति हो सकती है। लेकिन अगर शनि की  स्थिति अशुभ है तो आपको कई तरह की बाधाओं का सामना भी करना पड़ सकता है।  इस दौरान मानसिक अशांति बनी रह सकती है और आप स्वयं को ऊर्जावान महसूस नहीं करेंगे। सकारात्मक और ऊर्जावान महसूस करने के लिए मेडिटेशन करें। आपके खर्चे पहले से अधिक बढ़ेंगे। जिम्मेदारियों का बोझ रहेगा। वहीं स्वास्थ्य में गिरावट नजर आएगी। आप में से कई लोगों के ज्यादातर खर्चे स्वास्थ्य में आई परेशानी के कारण होंगे। इस दौरान आपको आंखों से जुड़ी समस्या या फिर कंधे से जुड़ी समस्या हो सकती हैं।

मीन राशि (Pisces)

इस दौरान शनिदेव आपके ग्यारहवें भाव में वक्री होंगे। एक ओर आपकी धन से जुड़ी समस्याओं में आराम मिलेगा वहीं दूसरी ओर अटका हुआ पुराना पैसा प्राप्त हो सकता है। आपके द्वारा आपके बड़े भाई बहनों को भी लाभ प्राप्त होगा। इस समय आप किसी पोलटिकल पार्टी में जा सकते हैं। आपके मित्र के माध्यम से कोई व्यवसाय योजना आपके पास आ सकती है। और आप एक साथ काम कर सकते हैं। इस अवधि के दौरान धन खर्च करते समय सोच-विचार अवश्य करें। परिजनों के साथ टाइम बिताएं, जिससे आपके रिश्ते में मजबूती आएगी। धन लाभ के प्रबल योग बन रहे हैं जो कि भविष्य में आपके लिए कारगर रहेंगे। जहां एक ओर परिस्थिति बेहतर बन रही है वहीं दूसरी ओर आपको स्वास्थ्य के मामले में थोड़ा सावधान रहना होगा।


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