क्या वैदिक ज्योतिष बताती है, आपके भविष्य में कौन सा नौकरीपेशा आपके लिए सर्वोत्तम है । | Future Point

क्या वैदिक ज्योतिष बताती है, आपके भविष्य में कौन सा नौकरीपेशा आपके लिए सर्वोत्तम है ।

By: Future Point | 20-Apr-2019
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क्या वैदिक ज्योतिष बताती है, आपके भविष्य में कौन सा नौकरीपेशा आपके लिए सर्वोत्तम है ।

हम सब जानते है, जैसा की मनुष्य के जीवन में आगे बढ़ने के लिए एक अच्छे मार्गदर्शन की आवश्यकता होती है | फिर जब बात मनुष्य के अपने जीवनकाल में बेहतर भविष्य के लिए हो तो वह खुद के लिए अन्य लोगों से उचित राय और विचार विमर्श करता है की उसके मुताबिक़ कौन सा नौकरी क्षेत्र उसके लिए कारगर सिद्ध होगा, शरुआती दिनों में मनुष्य को अपने लक्ष्य के लिए आगे बढ़ना किसी संघर्ष से कम नहीं है, इसलिए हर व्यक्ति अपने कैरियर के लिए एक बेहतर मार्गदर्शन चाहता है जिससे उससे वक़्त और स्वयं के मनोबल की हानि कम से कम हो|

आजकल की इस भाग दौड़ भरी जिंदगी में कोई भी व्यक्ति अपनी रोजीरोटी से संतुष्ट नहीं है चाहे वो नौकरी पेशे वाला हो या व्यापारी सब आगे पदोन्नति में बढ़ना चाहते इसके लिए व्यक्ति दिन रात एक कर कड़ी मेहनत कर रहा है उसके वावजूद भी वह अपने मुकाम पर नहीं पहुंच रहा,इसका यह भी कारण है की वह खुद अपनी मानसिक रूप से एकाग्र नहीं है|

भारत में वैदिक ज्योतिष का अध्ययन वैदिक काल से चला आ रहा है वैदिक ज्योतिष भी आपके नौकरी पेशा और किस व्यवसाय में आपकी रूचि रहेगी और आपका भविष्य कैसा होगा इसके बारे में बताता है.

जन्म कुंडली के बारे में तो सभी व्यक्ति जानते होंगे जो जन्म उपरान्त पंडित / ज्योतिषी से बनवाई जाती है जिसमे मूल ,नक्षत्र ,गृह की दशा का पता लगाया जाता है वही कुंडली आपके भविष्य की भविष्यवाणी भी करती है| हम ग्रहों के दशा की बात करें तो दसवें घर का अध्यन करने पता चलता है की व्यक्ति का किस नौकरीपेशा में शुभ योग बन रहा है ,यदि बात व्यवसाय की करें तो कुंडली के सातवें घर की दशा उस व्यवसाय की सफलता और विफलता को दर्शाती है |

वैदिक ज्योतिष शास्त्र से व्यक्ति की योग्यता और दक्षता का पता चलता है की वह किस कार्यक्षेत्र में अव्वल रहेगा प्रथम घर मनुष्य के व्यक्तित्व्य को दर्शाता है दसवें घर के अध्यन के साथ इसका अध्यन भी जरुरी है | आपके भाग्य का छठवां घर बताता है की आने वाले वर्षों में आपका भाग्य आपको कहाँ ले जाएगा ,और विभिन्न ग्रहों के साथ छटवें घर को पढ़ने से कैरियर गंतत्व्य के बारे में पता चलता है.

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आपकी जन्मकुण्डली की ग्रह चाल क्या दर्शाती।

एक ज्योतिष विद्या में पारंगत ज्योतिषी ही आपके कैरियर का अध्यन कर सकता है | और कुण्डली में विराजित ग्रहों के घर की दशा बता सकता है | यदि व्यक्ति की कुंडली में सूर्य की मौजूदगी प्रबल रूप से है तो यह संकेत सरकारी नौकरी की तरफ इशारा करता है |

वैदिक ज्योतिष शास्त्र का कैरियर के नवनिर्माण में किस तरह लाभ प्राप्त हो सकता है |

जन्म कुण्डली के प्रथम ,दसवीं और छटवें ग्रहों के घरों की स्थिति आपके उज्जवल भाग्योदय को दिखाती है | ग्रहों की शक्ति और स्थान का आपसी गठन पुरुष के लाभ - हानि ,वर्तमानं दशा भविष्य में कैरियर को लेकर होने वाले उतार चढ़ाव को दर्शाता है |

व्यक्ति को दैनिक या साप्ताहिक रूप से अपनी राशि के अनुशार कैरियर कुण्डली पढ़ना भी उचित ज्ञान दे सकता है.

दी गई जानकारी का प्रयोग करके या किसी ज्योतिषी परामर्श से उपयुक्त कैरियर पथ के बारे में जान सकते हैं.

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कैसे आप अपनी कुंडली को समझ सकते और अपने कैरियर का सही चुनाव कर सकते हैं |

दिये गए महत्वपूर्ण बिन्दु-

वैदिक ज्योतिष अनुशार कुण्डली के दशवें घर का अध्यन जो कर्म का घर है वह यह दर्शाता है की व्यक्ति की भाग्य क्या है और जब वह किसी कार्य य व्यवसाय की बात करता है |

यदि आप व्यवसाय को विकल्प के रूप में देखते हैं तो 7 वें घर का अध्ययन आपको अपने व्यवसाय की सफलता या विफलता के भाग्य के बारे में जानने में मदद कर सकता है।

वैदिक ज्योतिष से पता चलता है कि कौन सा पेशा उनकी योग्यता और व्यक्तित्व के अनुसार सबसे अच्छा है। 1 घर आपके व्यक्तित्व के प्रकार को प्रकट करने में मदद करेगा और करियर की सिफारिश करने के लिए 10 वें घर के साथ-साथ इसका अध्ययन महत्वपूर्ण है। भाग्य का 6 वाँ घर यह जानने में भी मदद करेगा कि आने वाले वर्षों में आपका भाग्य आपको कहाँ ले जाएगा, और विभिन्न ग्रहों के साथ उस घर को पढ़ने से आपको अपने करियर के गंतव्य के बारे में जानने में मदद मिलेगी।


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कैसे वैदिक ज्योतिष ज्ञान आपको कैरियर मे आगे उन्नति के लिए अग्रसर करता है

  • आपके जनम कुंडली के विभिन्न घरों में ग्रहों की उपस्थिति।
  • 1, 10 वें, 7 वें और 6 वें घर में ग्रहों की स्थिति।
  • ग्रहों की शक्ति और स्थान।
  • लाभकारी या पुरुषार्थी ग्रह।
  • आपकी कुंडली में चल रहा वर्तमान दशा, और कैरियर पर इसका प्रभाव।
  • विशिष्ट ग्रहों के माध्यम से नए योगों का गठन, जो करियर में फायदेमंद होगा।
  • साप्ताहिक या दैनिक रूप से अपने सूर्य राशियों के अनुसार अपने कैरियर कुंडली के बारे में पढ़ना, आपको उसी के बारे में एक संक्षिप्त विचार भी दे सकता है।

पाठकों को इस लेख में किसी जानकारी को लेकर कोई दुविधा हो तो हमारे ज्योतिष कंसलटेंट से समपर्क करें


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