यदि मंगल दोष के कारण विवाह में आ रही बाधा तो करें ये उपाय

By: Future Point | 28-Oct-2019
Views : 8242
यदि मंगल दोष के कारण विवाह में आ रही बाधा तो करें ये उपाय

Astrologer विधा के अनुसार मंगल ग्रह विनाशकारी माना गया है, यह जिस भी जातक की Kundali में प्रवेश करता है, उसे नष्ट करके रख देता है उसके जीवन में उथल-उथल मच जाती है, कोई भी कार्य सफल नहीं होता, तमाम कोशिशों के बाद भी वह असफल ही रहता है, ज्योतिष विशेषज्ञों के अनुसार जन्म कुंडली में मंगल ग्रह के नीच अवस्था में होने से जातक को रक्त संबंधित बीमारियां सबसे पहले जकड़ लेती हैं और इसके अलावा वह जिस घर में वास करता है वहां बिजली के उपकरण जल्दी-जल्दी खराब होने लगते हैं, तो यदि आपकी कुंडली में भी Mangal Dosh है तो आगे बताए जा रहे हैं कुछ उपाय।

मंगल दोष निवारण के कुछ उपाय | Mangal Dosh Nivaran ke Upay

    • जैसे कि कहते हैं कि विष को विष मरता है, किसी औषधि का प्रतिरोधक उसी बीमारी के जीवाणु से बनते है, इसी बात को ध्यान में अगर हम रखे तो मांगलिक से मांगलिक जातक का विवाह होना मंगल दोष का निवारण ही है, अतः जिस कन्या की कुंडली में मंगल १,२, ४, ७, ८, १२ स्थान पर हो उसका विवाह ऐसे जातक के साथ करवाना चाहिए , जिसकी कुंडली में मंगल की सामान भाव की कुंडली में शनि बैठा हो।
    • जातक की Kundli में मांगलिक दोष होने पर वधु पक्ष लड़की का पूर्व विवाह पीपल के साथ करता है, इसके अतिरिक्त शालिग्राम को पूजने और उस से सांकेतिक विवाह की रीत है, इसके अलावा शादी का मूल मन्त्र है, संयम जो किसी भी विवाह में काम आता है ।
    • Lal Kitab के अनुसार ग्रहों के प्रभाव को प्रतिकूल बनाने के लिए, हिंदु घरों में पूजा अर्चना से मांगलिक दोष का निवारण बताया गया है, भगवान गणेश की पूजा और मंगल ग्रह का जप करने से दोष का सरल निवारण संभव है,मन्त्र “ॐ हिं णमो सिद्धाणं “II हज़ार बार के जाप से होता है इसके लिए पूजन व्यवस्था मंदिरों में होती है।
    • मंगल ग्रह का रंग लाल होता है इस कारण से Lal Kitab में मांगलिक दोष के जातकों को लाल रंग का रुमाल रखना चाहिए।

क्या मंगल दोष के कारण आपके विवाह में आ रही है बाधा तो आज ही हमारे expert jyotish से सलाह ले

    • मांगलिक दोष होने पर लाल किताब में वट- वृक्ष पर मीठा दूध चढ़ाने के बारे में बताया गया है।
    • इसके अलावा अपने पास चांदी रखे और चिड़ियों को दाना डाले।
    • पंचम भाव में यदि मंगल हो तो सर के पास पानी रख कर सोए, सुबह उठ कर वही पानी किसी पेड़ में डाले, पिता के नाम पे दूध का दान दे और पराई स्त्री से सम्बन्ध बनाने से बचे।
    • मंगल यदि छठे भाग में हो तो पिता और पुत्र को सोना धारण नहीं करना चाहिए।
    • लाल किताब के प्रयोगों को केवल अपनी kundli milan कर के ही करना चाहिए।?
    • विवाह के उपरांत अगर जातक को पता चले कि वो मांगलिक दोष से पीड़ित है तो मन को अशांत ना रखे, मंगल ग्रह लाल रंग कि और आकर्षित होता है इस कारण से रक्त पुष्प.रक्त चन्दन, लाल कपड़े में लाल मसूर दाल, मिष्ठान द्रव्य को साथ बांध कर नदी में बहा देना चाहिए।
    • मंगल दोष से पीड़ित जातक को छोटे भाई बहनों का ख्याल रखना चाहिए, धर्म शास्त्रों के अनुसार मंगलवार के दिन हनुमान जी के चरण से सिन्दूर ले कर उसका टीका माथे पर लगाने से हनुमान मंगल दोष को नष्ट कर देते हैं।
    • आप रोज़ाना या विशेष तौर पर मंगलवार के दिन बंदरों को गुड़ और चने खिलाएं, इसके अलावा अपने घर में लाल पुष्प वाले पौधे या वृक्ष लगाकर उनकी देखभाल करनी चाहिए समय-समय पर पौधे को पानी देना ना भूलें।

यह भी पढ़े: जानिए, कुंडली में विवाह के योग किस प्रकार बनते हैं

  • सुंदरकांड का पाठ, हनुमानाष्टक मंत्र और बजरंग बाण का जाप करना चाहिए.
  • इसके अलावा मंगलवार के दिन किसी लाल वस्त्र में मसूर की दाल को लपेटकर भिखारी को दान करनी चाहिए।
  • मंगल दोष से पीड़ित व्यक्ति अगर स्वयं अपने घर का निर्माण करवाता है तो उसे लाल रंग के पत्थर का प्रयोग अवश्य करना चाहिए।
  • साथ ही ये बहुत जरूरी है कि हर चीज में जल्दबाजी करने का स्वभाव होने के बावजूद आपको बिना सोचे- समझे निर्णय लेने से बचना चाहिए, मंगल दोष व्यक्ति को जल्दबाज बनाता है, आपको अपने विवेक से इस कमी को पार करना चाहिए।
  • मंगल दोष से पीडित व्यक्ति के लिए अपने घर की बालकनी या परिसर के भीतर लाल रंग के फूल वाले पौधे लगवाना और उनकी सेवा करना बहुत अच्छा होगा।
  • हनुमान जी की आराधना एक रामबाण है जो आपको सभी कष्टों से उबार सकती है, क्योंकि हनुमान जी को अष्ट सिद्धियों और नव निधियों का स्वामी माना जाता है, ऐसा माना जाता है कि अगर इनकी कृपा हो तो कोई भी ग्रह अपको कष्ट नहीं पहुंचा सकता है।

Consult the best astrologers in India on Futurepoint.com. Click here to consult now!

Previous
The Position of Moon in Kundali can predict your attitude!

Next
Gayatri Mantra Benefits in Astrology