सूर्य का सिंह में गोचर, जानें क्या होगा आपकी राशि पर असर
By: Future Point | 15-Aug-2022
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सूर्य आत्मबल, अधिकार, शक्ति और यश का प्रतीक है। वैदिक ज्योतिष के अनुसार सूर्य को सभी नौ ग्रहों के बीच राजा का दर्जा प्राप्त है और यह किसी भी जातक की कुंडली में उसके नेतृत्व क्षमता, गौरव और यश का कारक माना जाता है। सूर्य किसी भी जातक के जीवन में पिता या पिता तुल्य व्यक्ति के साथ अच्छे या बुरे संबंध का भी कारक है। अग्नि तत्व का कारक ग्रह सूर्य अधिकार, आदेश और स्वाभिमान का प्रतिनिधित्व करता है। किसी जातक की कुंडली में सूर्य की स्थिति उसके व्यक्तिगत स्वभाव और आस-पास की चीज़ों के प्रति उसके दृष्टिकोण को दर्शाती है। जब सूर्य किसी जातक की कुंडली में मजबूत स्थिति में होता है तो वह जातक को हर स्थिति और परिस्थिति का सामना करने की शक्ति प्रदान करता है। इसके द्वारा व्यक्ति को जीवन, ऊर्जा एवं बल की प्राप्ति होती है। सूर्य आत्मा, पिता, पूर्वज, राज्य सम्मान, नेत्र और राजनीति आदि का कारक होता है। ऐसे में किसी कुंडली में सूर्य के शुभ प्रभाव, जातक को विभिन्न क्षेत्र में उच्च पद और मान-सम्मान की प्राप्ति देते हैं। और जब सूर्य कुंडली में कमज़ोर रूप से स्थित होता है तो जातकों के अंदर आत्मविश्वास और इच्छाशक्ति में कमी देखने को मिलती है। सूर्य की स्थिति किसी जातक को महत्वाकांक्षी और अभिमानी भी बना सकती है।
सूर्य का यह गोचर उन लोगों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण और सकारात्मक है जो अपने करियर में अच्छा करना चाहते हैं और आत्मसम्मान अर्जित करना चाहते हैं। यदि आप विदेश में बसने की इच्छा रखते हैं या फिर अपने कार्यक्षेत्र में उच्च अधिकारियों से बेहतर संबंध बनाना चाहते हैं तो यह गोचर आपके लिए लाभदायक सिद्ध हो सकता है। जिस दिन सूर्य सिंह राशि में गोचर करता है, उस दिन को सिंह संक्रांति के नाम से जाना जाता है। श्रद्धालु इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करते हैं और दान-पुण्य का कार्य करते हैं।
आत्मा का कारक ग्रह “सूर्य”, जिसे नवग्रहों में राजा का दर्जा प्राप्त है, 17 अगस्त, बुधवार को अपनी स्वराशि सिंह में गोचर करेगा। सूर्य ग्रह का सिंह राशि में प्रवेश 17 अगस्त को प्रातः 07 बजकर 23 मिनट पर होगा और इस राशि में वह 17 सितंबर प्रातः 07 बजकर 55 मिनट तक रहेगा। ऐसे में आईये अब इस भविष्यफल के माध्यम से जानते हैं, समस्त 12 राशियों पर सूर्य के सिंह राशि में होने वाले इस गोचर का क्या प्रभाव पड़ने वाला है।
मेष राशि -
इस गोचर के दौरान सूर्य आपकी राशि से पांचवें भाव में स्थापित होंगें। यह भाव संतान, प्रेम, शिक्षा, पद, प्रतिष्ठा आदि का होता है। जो जातक फ़्रेशर हैं और नौकरी की तलाश कर रहे हैं, उनके लिए यह अवधि अनुकूल साबित हो सकती है। आपको इस दौरान नौकरी के कुछ अच्छे अवसर प्राप्त होने की संभावना है। साथ ही इस बात की भी संभावना है कि आप इस दौरान अपने कार्यक्षेत्र में अपने काम के प्रति अधिक महत्वाकांक्षी रहेंगे और अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए पूरी मेहनत से काम करते नज़र आएंगे जो कि आपके लिए फलदायी साबित होगा।इस दौरान आपको सरकार के माध्यम से विदेशी मामलों में स्वयं का योगदान देने का अवसर प्राप्त हो सकता है। आप इस दौरान अपने व्यवसाय में विस्तार और विकास के लिए रचनात्मक विचारों के साथ कुछ अच्छी नीतियां बनाने में सफल रह सकते हैं जो कि भविष्य में आपके लिए फलदायी साबित होंगी।
उपाय - सोमवार के दिन ॐ नमः शिवाय मंत्र का जाप करें।
वृष राशि -
सूर्य ग्रह का गोचर आपके चतुर्थ भाव में होगा। यह भाव आपके सुख, माता, वाहन, भूमि, आवास आदि का होता है। यह अवधि आपके लिए अनुकूल रहने की संभावना है। इस दौरान आप अपने परिवार वालों के साथ सुखद समय बिताते नजर आ सकते हैं। साथ ही इस बात की भी संभावना है कि किराए के जरिए इस दौरान आपकी आय हो सकती है जिसकी वजह से आप धन संचय करने में सफल रह सकते हैं। इसके अलावा आप इस अवधि में अपने घर के बड़े-बुजुर्गों की सहायता से संपत्ति भी खरीद सकते हैं। हालांकि आपको सलाह दी जाती है कि कोई भी बड़ा निवेश करने से पहले उसकी अच्छे से जांच-पड़ताल जरूर कर लें। करियर के दृष्टिकोण से देखा जाए तो इस अवधि में अपने कार्यों को लेकर आपका मन व्याकुल रह सकता है जिसकी वजह से इस दौरान आपको अपने दैनिक कार्यों को पूरा करने में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। इस दौरान आप अपनी माँ के स्वास्थ्य को लेकर थोड़ा परेशान रह सकते हैं क्योंकि इस अवधि में उन्हें रक्तचाप, कोलेस्ट्रॉल और दिल से संबंधित कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
उपाय - सरसो के तेल में अपना चेहरा देखें और किसी गरीब को दान करें।
मिथुन राशि -
बुध के स्वामित्व वाली मिथुन राशि के जातकों के तृतीय भाव में सूर्य का गोचर होगा। इस भाव से छोटे भाई-बहन, संबंधी, लेखन आदि का विचार किया जाता है। इस दौरान आपके संबंध अपने भाई-बहनों और पड़ोसियों के साथ बेहतर हो सकते हैं। आपकी संवाद कौशल में भी सुधार होने की संभावना है जिसका आपको लाभ होगा। निजी और पेशेवर जीवन में इस दौरान आपको अपने भाई-बहनों का पूरा समर्थन प्राप्त होने की संभावना है। करियर के दृष्टिकोण से देखें तो इस दौरान आप अत्यधिक मेहनत करते नजर आ सकते हैं जिसका आपको सकारात्मक परिणाम मिलने की संभावना है। आपके द्वारा किए गए कार्य इस अवधि में सभी के द्वारा सराहे जा सकते हैं और इसकी मदद से आप अपने कार्यस्थल पर अपनी एक अलग पहचान बनाने में कामयाब रह सकते हैं। आर्थिक स्तर पर यह गोचर अवधि आपके लिए फायदेमंद सिद्ध हो सकती है और आप इस दौरान अपने दोस्तों व भाई-बहनों की मदद से कुछ आर्थिक लाभ भी अर्जित करने में सफल रह सकते हैं। इस दौरान आपको अप्रत्याशित रूप से आर्थिक लाभ होने के भी योग बन रहे हैं।
उपाय - विष्णु सहस्रनाम या गोपाल सहस्रनाम का पाठ करें।
कर्क राशि -
सूर्य का गोचर आपके दूसरे यानी कि धन, वाणी और परिवार के भाव में होगा। सूर्य का यह गोचर कर्क राशि के लोगों को, अधिक संवेदनशील और परिष्कृत बनाएगा। इस समय आपको वाणी में ज़रूरत से ज्यादा स्पष्टता देखी जाएगी, और आप अपने करीबी लोगों को न चाहते हुए भी कुछ आहत कर सकते हैं। यह समय आपकी नैतिक क्षमता में वृद्धि लेकर आएगा, जिसके परिणामस्वरूप आप हर कार्य को करने से पहले उसके बारे में पुनः विचार करते दिखाई देंगे। जो लोग पारिवारिक व्यवसाय से जुड़े हैं, उनके लिए समय अनुकूल होगा। क्योंकि इस दौरान आपके रचनात्मक विचारों में वृद्धि होगी, जिससे आप व्यवसाय में सफलता की नई ऊंचाइयां छूने में पूरी तरह सक्षम होंगे। इस दौरान आपको धन अर्जित करने के कई मौके प्राप्त हो सकते हैं और आपकी आय में वृद्धि होने की प्रबल संभावना है। आपका प्रेम जीवन भी इस दौरान प्रभावित हो सकता है क्योंकि सूर्य आपके दूसरे भाव में स्थित है और इसकी वजह से आपकी भाषा भी प्रभावित हो सकती है।
उपाय - घर के आंगन में तुलसी का पौधा लगाएं।
सिंह राशि -
सूर्य देव का गोचर आपकी ही राशि यानि आपके लग्न भाव में होगा। लग्न भाव से आपके व्यक्तित्व, स्वास्थ्य, चरित्र, बुद्धि और सौभाग्य के बारे में विचार किया जाता है। यह अवधि नौकरीपेशा जातक, विशेषकर सरकारी नौकरी कर रहे जातकों के लिए अनुकूल साबित हो सकती है। इस दौरान आपको अपने कार्यक्षेत्र में अपनी योग्यता साबित करने के कई नए अवसर प्राप्त होने की संभावना है। जो जातक बैंकिंग और न्यायपालिका के क्षेत्र से जुड़े हुए हैं, उनके लिए भी यह समय शुभ सिद्ध हो सकता है। इस दौरान आपको अपने कार्यक्षेत्र में पदोन्नति मिलने के प्रबल योग बन रहे हैं। साथ ही जो जातक नौकरीपेशा हैं, वे भी अपने कार्यक्षेत्र में एक नया मुकाम हासिल करने में सफल रह सकते हैं क्योंकि संभावना है कि आप अपने अतीत में किए गए कामों की वजह से इस दौरान अच्छा प्रदर्शन करने में सफल रहेंगे और कार्यक्षेत्र में आपकी प्रतिष्ठा भी बढ़ेगी। वहीं वो लोग जो सरकारी नौकरी में है या सरकारी नौकरी के लिए परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, उनके लिए समय उत्तम रहेगा। हालांकि शादीशुदा जातकों के लिए समय थोड़ा कष्टदायक रहने वाला है।
उपाय - श्वेतार्क गणपति के सामने गणपति मंत्र का जाप और आरती करें।
कन्या राशि -
कन्या राशि के जातकों के द्वादश भाव में सूर्य देव का गोचर होगा। इस भाव से विदेश, व्यय, दान आदि के बारे में विचार किया जाता है। यह गोचर आपको अपनी छवि को लेकर थोड़ा संवेदनशील बनाएगा, जिससे आप अपने कार्यों को करते समय नियम-क़ानूनों का सख्ती से पालन करेंगे। शिक्षा के दृष्टिकोण से देखें तो यह समय विदेश में पढ़ाई के इच्छुक छात्रों के लिए सकारात्मक साबित हो सकता है। इस दौरान आप अपने मनपसंद कॉलेज में प्रवेश पाने में सफलता प्राप्त कर सकते हैं। इस अवधि में आप विदेशी जमीन से संबंधित कार्यों या गतिविधियों में सफल रह सकते हैं। यदि आपका जीवनसाथी नौकरी में है तो इस बात की आशंका है कि आपका उनके साथ कोई विवाद हो। ऐसे में आपको सलाह दी जाती है कि आप इस अवधि में अपने अहंकार को किनारे रखकर अपने जीवनसाथी से शांतिपूर्वक और धैर्य के साथ संवाद करें अन्यथा आपके वैवाहिक जीवन में परेशानियां बढ़ सकती हैं। सूर्य गोचर की इस अवधि में आपको अपने पेशेवर जीवन में कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है और आशंका है कि आप इस दौरान कुछ अच्छे अवसर भी खो देंगे।
उपाय - बुधवार के दिन एक पक्षियों के जोड़े को पिंजरे से आज़ाद करें।
तुला राशि -
तुला राशि के जातकों के लिए सूर्य उनके ग्यारहवें भाव यानी कि लाभ के भाव से गोचर करेगा। आर्थिक दृष्टिकोण से यह अवधि तुला राशि के जातकों के लिए लाभकारी रहने की संभावना है। इस दौरान आप एक से अधिक स्रोतों से धन अर्जित करने में सफल रह सकते हैं। साथ ही आपको इस अवधि में अचानक ही कहीं से लाभ होने के भी योग बन रहे हैं जिसकी आपको उम्मीद भी नहीं होगी। इसके अलावा इस बात की भी संभावना है कि आप इस अवधि में किसी अटकी हुई परियोजना या किसी ऐसी परियोजना से लाभ प्राप्त करने में सफल रहेंगे जो आपके ध्यान तक से उतर चुका होगा। यदि आपको कोई शौक है या किसी काम में रुचि अधिक है तो इस दौरान आप अपने उस शौक और रुचि के काम को पेशे में बदल सकते हैं और आप इस पेशे से अच्छी कमाई करने में भी सफल रह सकेंगे। आपको बता दें कि यह समय किसी प्रॉपर्टी में निवेश करने के लिए अच्छा है और ऐसा करना इस दौरान आपके लिए लाभकारी सिद्ध हो सकता है।
उपाय - नित्य दुर्गा चालीसा का जाप करें।
वृश्चिक राशि -
सूर्य इस दौरान आपके दसवें भाव यानी कि करियर, नाम और यश के भाव में गोचर करेगा, जो आपके लिए एक अनुकूल स्थिति उत्पन्न करेगा। वह जातक जो किसी सरकारी नौकरी या राजनीति में करियर बना रहे हैं और वह छात्र जो राजनीति विज्ञान, कानून और मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे हैं, उन्हें इस अवधि में सकारात्मक परिणाम प्राप्त होने की संभावना है। आपके स्वभाव में आकर्षण की वृद्धि भी होगी, जिससे लोग आपके आसपास रहना पसंद करेंगे। हालांकि इस समय आप किसी भी तरह की आलोचना को सकारात्मक रूप से स्वीकार नहीं कर पाएंगे, क्योंकि आपका आत्मसम्मान आपके लिए सर्वोपरि होगा। ऐसे में आप दूसरों को कुछ अहंकारी और कठोर प्रतीत हो सकते हैं।समाज में आपको मान-सम्मान मिलेगा, जिससे आप कई सामाजिक कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हुए कुछ दान-पुण्य भी करेंगे। दांपत्य जातकों को भी अपनी संतान से कोई खुशख़बरी मिल सकती है। आर्थिक जीवन में यह समय आपको कई अप्रकाशित स्रोतों व किसी पैतृक संपत्ति से, लाभ होने के योग भी दर्शा रहा है।
उपाय - पुजारियों, द्विज, देव, ब्राह्मणों, गुरुओं और मंदिर की सेवा करें।
धनु राशि -
धनु राशि के जातकों के नवम भाव में सूर्य का गोचर होगा। इस भाव से भाग्य, धर्म, लंबी यात्रा आदि के बारे में विचार किया जाता है। सूर्य के सिंह राशि में गोचर के दौरान भाग्य आपका सहयोग करेगा। यह गोचर आपको उच्च शिक्षा प्राप्त करने और विदेश यात्राओं के लिए प्रेरित कर सकता है। आशंका है कि इस दौरान आपके दैनिक खर्चों में वृद्धि हो सकती है और आपके अंदर कहीं बाहर घूमने जाने की इच्छा ज़ोर पकड़ सकती है। माता पिता से वैचारिक मतभेद होने की भी आशंका है। प्रेम रिश्ते के दृष्टिकोण से देखा जाए तो भाग्य आपका उतना साथ नहीं देगा, और आपका प्रेमी/प्रेमिका इस दौरान मानसिक तौर से परेशान रह सकता है। गोचर की इस अवधि में आप किसी धार्मिक यात्रा पर जाने की योजना बना सकते हैं। साथ ही आपका झुकाव किसी धर्म गुरु के प्रवचनों की तरफ भी हो सकता है। करियर के दृष्टिकोण से देखा जाए तो सूर्य गोचर की यह अवधि आपके लिए अनुकूल रह सकती है।
उपाय - बृहस्पतिवार के दिन केले के वृक्ष में चने की दाल और हल्दी अर्पित करें।
मकर राशि -
सूर्य ग्रह का गोचर आपके अष्टम भाव में होगा। यह भाव आयुर भाव भी कहलाता है और इससे आपके जीवन में आने वाली परेशानियों, चिंता, रुकावटों, शत्रु आदि के बारे में विचार किया जाता है। आपको इस अवधि में अपने शत्रुओं से सावधान रहने की सलाह दी जाती है। करियर के दृष्टिकोण से देखें तो मकर राशि के जातकों को अपने कार्यस्थल पर कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है और साथ ही आप इस दौरान यह भी महसूस कर सकते हैं कि आपको अपने करियर के लक्ष्यों को प्राप्त करने में विलंब हो रहा है। वहीं जो जातक व्यवसाय करते हैं उन्हें सलाह दी जाती है कि किसी भी अनुबंध पर हस्ताक्षर करने से पहले उसकी अच्छे से जांच-पड़ताल कर लें अन्यथा नुकसान हो सकता है। इस समय कोई भी आर्थिक फैसला लेने से परहेज करें। मकर राशि के छात्रों का इस अवधि में शोध की तरफ ज्यादा झुकाव रह सकता है और वो इस दौरान पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करने में समस्याओं का सामना कर सकते हैं। स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से यह गोचर कुछ स्वास्थ्य संबंधी परेशानी दे सकता है।
उपाय - घर में नर्मदेश्वर शिवलिंग की स्थापना करें और उसका प्रतिदिन अभिषेक करें।
कुम्भ राशि -
सूर्य इस अवधि में आपके सातवें भाव यानी कि विवाह और साझेदारी के भाव में गोचर करेगा। इस भाव से आपके जीवनसाथी और जीवन में होने वाली साझेदारियों के बारे में पता चलता है। इस गोचकाल के दौरान आपको मिश्रित परिणामों की प्राप्ति होगी। आप अपने कार्यों में साहसी होंगे और कोई भी जोखिम लेने से नहीं कतराएंगे। आप स्वभाव से कुछ दयालु भी बन सकते हैं, लेकिन कभी-कभी आपके स्वभाव में आक्रामकता देखी जाएगी और आप न चाहते हुए भी, छोटे-छोटे मुद्दों को लेकर ज़रूरत से ज्यादा प्रतिक्रिया देंगे। इस अवधि में नौकरीपेशा जातकों का अपने बॉस या वरिष्ठों के साथ कुछ विवाद हो सकता है जिससे कार्यस्थल पर आपकी छवि प्रभावित होगी। साथ ही यह सब आपके काम पर भी काफ़ी नकारात्मक असर डाल सकता है। यदि आर्थिक दृष्टिकोण से देखा जाए तो संभावना है कि कुम्भ राशि के जातकों को इस दौरान किसी बड़ी आर्थिक समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। इस अवधि में आप अपनी आर्थिक स्थिति का कुशलतापूर्वक प्रबंधन करने में सक्षम रह सकते हैं, आप अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए कोई नया कार्य भी शुरू कर सकते हैं।
उपाय - शनिवार के दिन भैरव जी के दर्शन करें, और शिव चालीसा का जाप करें।
मीन राशि -
सूर्य ग्रह का गोचर आपकी राशि से षष्ठम भाव में होगा। इस भाव से आपके शत्रु, रोग, मातृ पक्ष के लोग आदि के बारे में विचार किया जाता है। यह गोचर आपके लिए अनुकूल परिस्थिति पैदा करने वाला सिद्ध हो सकता है। संभावना है कि इस दौरान आपके शत्रु अपनी योजनाओं में विफल होंगे और आप अपने पुराने कर्ज़ से भी मुक्त पा सकते हैं। वहीं जो जातक सरकारी नौकरी या सेवाओं से जुड़े हैं, उन्हें इस दौरान अपने कार्य के लिए पहचान और सम्मान प्राप्त हो सकता है। जो जातक प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, उन्हें इस दौरान परीक्षा में सफलता प्राप्त हो सकती है। सूर्य गोचर की इस अवधि में आपकी आय में निरंतरता आने की संभावना है जिसकी वजह से आपकी आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा। इस दौरान आपको मनोवांछित धन लाभ होने के योग बन रहे हैं। संभावना है कि आपको इस दौरान लंबे समय से अटका हुआ धन वापस प्राप्त हो सकता है। रिश्तों के दृष्टिकोण से देखा जाए तो आपका प्रेम जीवन इस दौरान सुखद और आनंदमय रहने की संभावना है।
उपाय - गुरुवार के दिन हल्दी व चना दाल का दान करें और गाय को रोटी खिलाएं।