शीघ्र विवाह होने के ज्योतिषीय उपाय

By: Future Point | 17-Feb-2018
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शीघ्र विवाह होने के ज्योतिषीय उपाय

विवाह जीवन का महत्वपूर्ण अंग है। यदि इसे मानव जाति के निर्माण का मुख्य आधार भी कहा जाए तो गलत नहीं होगा। जीवन के अन्य सभी कार्यों के साथ-साथ विवाह भी समय पर होना अनिवार्य है। यह सर्वविदित है कि हम सभी के जीवन की सभी घटनाएं ग्रह-नक्षत्रों के द्वारा निर्धारित होती है। जन्म के साथ ही भाग्य और जीवन के सुख-दुख तय हो जाते हैं। जन्म कुंडली में बन रहे योग, दोष और विवाह से जुड़े अन्य योगों के सूक्ष्म विश्लेषण से विवाह का समय, विवाह में विलंब के कारण और विवाह के बाद की स्थिति जानी जा सकती है। आधुनिक काल में जन्म लेनी वाली अन्य अनेक समस्याओं के साथ एक अन्य समस्या जो इस समय में सामने आ रही है वह है विवाह में देरी की समस्या। सही वायु में विवाह न होने की स्थिति में जातक के मन में विवाह से जुड़ा उत्साह समाप्त हो जाता है।

पहले शिक्षा, फिर आजीविका और फिर अन्य कारणों से विवाह की सही आयु निकल जाती है। बार-बार प्रयास करने पर विवाह तय नहीं हो पाता है। इस स्थिति में विवाह तय करने में ज्योतिषीय उपायों की भूमिका अहम हो सकती है। ज्योतिष शास्त्र के उपाय रामबाण का कार्य करते हैं, इसी बात को ध्यान में रखते हुए आज हम आपको इस समस्या के निदान के रुप में कुछ उपाय बताने जा रहें हैं जिनका पालन करने पर आपको विवाह योग लड़की या लड़के का विवाह शीघ्र संपन्न करने में सहायता मिल सकती है-

विवाह योग्य युवकों के उपाय -

    • माता दुर्गा का आशीर्वाद प्राप्त होना, जीवन के प्रत्येक कार्य के मध्य आने वाली बाधाओं को दूर कर सकता है। जो व्यक्ति विवाह की कामना कर रहे हैं उन सभी को प्रतिदिन प्रात: काल में स्नानादि कार्यों से निपटने के बाद नीचे दिए गए मंत्र का कम से कम 11 बार जाप करना चाहिए। ऐसा करने पर जातक की कामना शीघ्र पूर्ण होती है और व्यक्ति शीघ्र ही वैवाहिक जीवन में प्रवेश करता है।

पत्नीं मनोरमां देहि मनोवृत्तानुसारिणीम्।
तारिणीं दुर्गसंसारसागरस्य कुलोद्भवाम।।

    • भगवान श्रीगणेश को विघ्न निवारक कहा गया है। श्री गणेश जी का दर्शन-पूजन सदैव शुभदायक होता है। विवाह में देरी की स्थिति होने पर विवाह योग्य युवक बुधवार के दिन पीतल धातु से निर्मित एक छोटी सी प्रतिमा खरीदकर घर लाएं। प्रतिमा को पीतल की गहरी थाली में रख, उसका पंच्चोपचार व पंचामृत से पूजन करें। धूप, दीप और फूल से पूजन करने के पश्चात इसके सम्मुख प्रतिदिन नीचे दिए मंत्र का कम से कम २१ बार जाप करें। जाप करने के पश्चात थाली का पंचामृत निकट के किसी पीपल के पेड़ पर चढ़ा दें।

ओम गं गणपतयै नम:

    • भगवान श्री राम और माता सीता की जोड़ी सभी के लिए प्रेरणादायी है। मंगलवार के दिन यदि विवाह कामना से इनकी पूजा की जाए तो निश्चित रुप से मनोकामना पूर्ण होती है। इसके लिए आपको यह करना है कि मंगलवार के दिन देवी सीता और राम जी या लक्ष्मी नारायण की प्रतिमा अथवा चित्र को घर के मंदिर में स्थापित कर, विधि विधान से पूजन करें तथा साथ ही यहां दिए गए मंत्र का 21 जाप भी अवश्य करें। ऐसा लगातार 21 मंगलवार तक करें। 21 मंगलवार तक यह उपाय करते समय मन में आस्था और विश्वास अवश्य बनाए रखें।

ॐ सृष्टिकर्ता मम विवाह कुरु कुरु स्वाहा

 

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लड़का/लड़की दोनों के लिए विवाह का उपाय

  • शाबर मंत्रों से भी कार्य में आ रही बाधाओं को दूर किया जा सकता है। जिन लड़कियों या लड़कों का विवाह प्रयास करने पर भी तय नहीं हो रहा हो तो, इस मंत्र का जाप करें। दिए गए मंत्र का जाप करने के साथ-साथ भगवान शिव-पार्वती का दर्शन पूजन भी करें। यदि यह उपाय लड़की/लड़का स्वयं न कर पायें तो इसके स्थान पर इनके माता-पिता भी यह उपाय कर सकते हैं।
  • शीघ्र और पूर्ण फल प्राप्ति के लिए इस उपाय के लिए श्रवण माह के सोमवार के दिन का चयन करना अतिउत्तम रहता है।
  • गौरी आवे, शिव जो ब्यावे, अमुक का विवाह (अमुक के स्थान पर जिस लड़की/ लड़का का विवाह न हो रहा हो उसका नाम उच्चारित करें) तुरंत सिद्ध करें, देर न करें, जो देर होए, तो शिव को त्रिशूल पड़ें, गुरु गोरखनाथ की दुहाई फिरै।
  • सोमवार के दिन प्रात:काल में भगवान शिव मंदिर में जाकर भगवान शिव की उपासना करें। देव के सम्मुख पांच नारियल चढ़ाएं तथा ऊं सोमेश्वराय नम: मंत्र का 5 माला जाप रुद्राक्ष की माला पर करें। जाप करते हुए भगवान शिव का जलाभिषेक करें। यह उपाय विशेष रुप से महिलाओं के लिए उपयोगी है।

कुछ अन्य उपाय

  • विवाह की प्रतीक्षा कर रही लड़की या लड़का किसी की शादी में पहने जाने वाला जोड़ा यदि कुछ देर के लिए स्वयं पहन लें तो शीघ्र विवाह की संभावनाएं बनती है।
  • अनार के पौधे की पूजा गुरुवार के दिन करें तथा अनार का पुष्प भगवान शिव को श्रद्धा के साथ अर्पित करें। इस उपाय को गुरुवार के दिन करें।
  • केले के पेड़ की जड़ लेकर एक पीले कपड़े में बांध लें। इसे ताबीज की तरह बाजू या गले में धारण कर लें। उपाय को करने के लिए गुरुवार या शुक्रवार का दिन शुभ रहेगा।
  • नवग्रहों की शुभता प्राप्ति के लिए ग्रहों से संबंधित वस्तुओं का प्रयोग करने पर ग्रह दोष दूर होते है तथा ग्रह से संबंधित फल प्राप्त होने लगते हैं। सभी ग्रहों में गुरु ग्रह को विवाह का कारक ग्रह माना गया है। गुरु ग्रह की शुभता पाने के लिए जातक फिर वह चाहे युवक हो या युवती हो, को अपने स्नान के जल में चुटकी भर हल्दी या केसर मिलाकर स्नान करना चाहिए। इससे विवाह कार्य जल्द निश्चित होता है और विवाह मार्ग में आ रही बाधाओं का निवारण होता है।
  • विवाह की बात बार-बार बनते बनते बिगड़ जाती हों तो सोमवार के दिन प्रात:काल में स्नानादि कार्यों के बाद भगवान शिव का पूजन करें। तथा 12 सौ ग्राम पीली चने की दाल एवं सवा लीटर दूध किसी जरुरतमंद व्यक्ति को दान करें। जरुरतमंद व्यक्ति न मिल पाए तो किसी मंदिर में दान करें।
  • ऐसा माना जाता है कि - विवाह में देरी की स्थिति का सामना कर रही युवती यदि किसी दुल्हन के हाथों से थोड़ी सी मेंहदी लेकर अपने हाथों में लगा लें तो, उसके हाथों में भी शीघ्र विवाह की मेंहदी लगने के योग बनने लगते हैं।
  • युवक या युवती दोनों इस उपाय को कर सकते हैं - मंदिर में किसी वट के पेड़ की 108 बार परिक्रमा करें। यह उपाय गुरुवार के दिन करें और संभव हो तो गुरुवार के दिन पड़ने वाली पूर्णिमा के दिन यह उपाय करें। विवाह संबंधी बाधाएं दूर करने के लिए शुक्रवार के दिन 8 छुहारे लेकर आए, उन्हें पानी में डालकर उबाल लें। उबालने के बाद इसे पानी के साथ ही अपने सिरहाने रख कर सो जायें। अगले दिन उठने के बाद इसे बहते हुए जल में बहा दें। इससे विवाह तय होने में आ रही परेशानियां दूर होती हैं।
  • विवाह योग्य युवती बुधवार के दिन भगवान श्री गणेश को माल-पुए का भोग लगाएं। तथा विवाह योग्य लड़का विवाह की इच्छा रखते हुए पीले रंग की मिठाई विघ्ननाशाक श्री गणेश को प्रसाद स्वरुप अर्पित करें।
  • विवाह में देरी का कारण यदि मांगलिक दोष हो तो यह उपाय करें - मंगलवार के दिन चंडिका स्तोत्र का पाठ निकट के मंदिर में जाकर करें।
  • विलंब से विवाह की स्थिति से गुजर रहे युवक शनिवार को सुंदर कांड का पाठ करें। इसके अलावा चांदी का वर्गाकार टुकड़ा सदैव अपने पास रखें।
  • जन्म कुंडली में सूर्य यदि विवाह भाव में स्थित हो या सूर्य ग्रह के कारण विवाह में देरी होने पर जब विवाह की बात करने जा रहे हों तो घर से निकलने से पूर्व गुड़ खाकर पानी पी लें। इस उपाय को करने के बाद जातक की माता हमेशा के लिए गुड़ खाना छोड़ दें। साथ ही प्रतिदिन उगते हुए सूर्य को अर्ध्य दें और ‘ॐ सूर्याय नमः मंत्र का जाप करें।
  • सूर्य ग्रह जन्म कुंडली में किसी भी तरह से कमजोर हो तो जातक एक तांबे का वर्गाकार टुकड़ा भूमि में दबा दें। इससे विवाह का विलंब दूर होता है।
  • इसके विपरीत जब शनि ग्रह विवाह दें देरी होने पर भगवान शिव को शनिवार के दिन काले दिन अर्पित करें।
  • शनिवार के दिन एक जट्टा वाला नारियल बहते जल में प्रवाहित करना चाहिए। यदि विवाह में देरी की वजह राहु बन रहा हो।
  • भूरे रंग के कुत्ते को एक ओर से सीकी हुई मीठी 8 रोटियां बनाकर खिलायें।
  • विवाह की वार्ता के लिए जब लड़की-लड़के को मिलाया जाए तो उन्हें दक्षिण दिशा में बिठाना चाहिए।
  • अविवाहित कन्या विवाह की कामना करते हुए, गुरुवार के दिन दो रोटी के ऊपर गुड़ रखकर सफेद गाय को खिलाना चाहिए।
  • विवाह योग्य युवक/युवतियों को शुक्रवार के दिन सफेद या पीले रंग के वस्त्र धारण करने चाहिए।
  • विवाह की प्रतीक्षा कर रही लड़कियां घर में सफेद खरगोश पालकर उसे अपने हाथों से खाना खिलाएं।
  • किसी भी शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से शुरु करते हुए यह उपाय ४५ दिन तक करें। उपाय के लिए चावल और दूध की खीर बनायें और उसमें एक तुलसी का पत्ता डालें। इस खीर को उगते हुए चंद्र को अर्पित करें। लगातार ४५ दिन यह उपाय करने के बाद किसी एक १० वर्ष से छोटी कन्या को खीर का भोजन करायें। साथ ही उसे नूतन वस्त्र व मेंहदी दान स्वरुप दें।
  • शनिवार के दिन सायं काल के समय पीपल के पेड़ को मीठा जल दें तथा घी का दीपक लगाएं, साथ ही पीपल देव से अपनी इच्छा कहें।
  • कुंडली में यदि पूर्ण कालसर्प योग या आंशिक कालसर्प योग बन रहा हो तो समय रहते इसकी शांति अवश्य करायें।
  • इसके अतिरिक्त जन्मकुंडली में सूर्य व चंद्र एक साथ होने पर ग्रहण योग बनाते हैं। यह योग यदि विवाह भाव में बन रहा हो तो विवाह में अतिविलम्ब योग के योग बनते है। जिसकी शांति अवश्य करानी चाहिए।
  • नित्य प्रात: स्नानादि क्रियाओं के बाद भगवान शिव का दूध से अभिषेक करें।
  • किसी योग्य वास्तु शास्त्री से घर का वास्तु दिखाएं और यदि वास्तु दोस्ष हो तो उसे शीघ्र अतिशीघ्र दूर करें।
  • विवाह में विलम्ब की स्थिति का सामना कर रहे युवक/युवतियां दक्षिण या पूर्वकी ओर सिर रहकर ना सोयें।
  • शीघ्र विवाह के लिए होली के दिन एक पान लेकर, उसके साथ एक साबुत सुपारी एवं एक हल्दी की गांठ लेकर प्रात:काल में शिवलिंग पर चढ़ा कर आयें और पीछे मुड़कर ना देखें। मार्ग में बिना किसी से बात करें, घर वापस आ जायें। यही प्रयोग अगले दिन भी दोहरायें। इससे अतिशीघ्र विवाह के योग बनते हैं।
  • विवाह योग्य कन्या के विवाह संबंधित वार्ता के लिए जाते हुए पिता कन्या को एक नया वस्त्र भेंट करें और वार्ता के समय कन्या इसी वस्त्र को पहनें। इससे विवाह में विलंब दूर होता है।
  • जल्द से जल्द कन्या का विवाह तय हों इसके लिए पिता अपनी कन्या को गुरुवार को पीले वस्त्र दें और कन्या गुरुवार के दिन इन्हीं वस्त्रों को पहनें। लगातार चार सप्ताह तक यह प्रयोग करने पर अच्छे फल सामने आने लगते है। जब बात तय हो जाएं तो इन वस्त्रों को उपयोग न करें। किसी को दान कर दें।
  • विवाह हेतु आने वाले प्रस्ताव यदि सगाई तक पहुंचने से ठीक पहले ही टूट जाते हैं तो कन्या के माता-पिता प्रयास करें की जहां विवाह की बात तय की जाए उस कमरे के बाहर ही जूते-चप्पल उतार कर प्रवेश किया जाएं। इस बात का भी ध्यान रखा जाए कि सभी जूते चप्पल कमरे के बाहर बायीं ओर रखें जाएं।

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