लोक सभा चुनाव 2019

By: Dr. Arun Bansal | 28-Jan-2019
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लोक सभा चुनाव 2019

201़9 का गोचरीय विश्लेषण

वर्ष 2019 में शनि धनु राशि में रहेंगे तथा राहू 23 मार्च को मिथुन राषि प्रवेष करेंगे 29 मार्च से 23 अप्रैल तक गुरु धनु राषि में रहेंगे। वर्ष के अंत अर्थात् 5 नवंबर के बाद गुरु पुनः धनु राषि में प्रवेष करेंगे। शनि 30 अप्रैल से 18 सितंबर तक वक्री रहेंगे।

यदि हम ग्रहों के गोचरीय प्रभाव का विष्लेषण करें तो यह पायेंगे कि देष की आर्थिक स्थिति व राष्ट्रीय कोष के लिए विपरीत फलदायी परिणाम प्राप्त होंगे। भारत की कुंडली में स्थित मंगल के साथ गोचरीय शनि का परस्पर दृष्टि योग राष्ट्र की आर्थिक स्थिति के लिए अनुकूल परिणाम नहीं देगा। इस प्रकार का ग्रह योग प्राकृतिक आपदा तथा आर्थिक स्थिति में अचानक पतन उत्पन्न करता है। 21-22 जनवरी 2019 को ग्रह स्थिति दक्षिण दिशा में ग्रहण के साथ भूकंप के योग को दर्शाता है। वर्ष का प्रारंभ कई प्रकार की प्राकृतिक विपदाओं और घटनाओं को दर्शाता है।

सभी की निगाहें 2019 के चुनावों पर है। देखें क्या कहते हैं ग्रह व गोचर

लोक सभा चुनाव 2019

वर्तमान गोचरीय प्रभाव का चुनाव परिणाम पर अच्छा प्रभाव नहीं पड़ेगा। वर्ष 2014 में शनि का गोचर छठे भाव में हो रहा था जिसके परिणाम स्वरूप चुनाव का परिणाम जनता की इच्छाआंे के अनुरूप आया था और इससे राष्ट्र की अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कीर्ति बढ़ी थी परंतु 2019 के चुनाव परिणाम जनता की इच्छा के अनुरूप न होकर चैंकाने वाले होंगे।

राहुल गांधी व मायावती का पलड़ा भारी

इस पूरे लेख में जितनी भी कुंडलियों का विश्लेषण किया गया है उन सब में कांग्रेस का शनि जन्म लग्न पर चल रहा है तथा राहुल गांधी, बीएसपी व मायावती ही ऐसे नेता हैं जिनकी साढ़ेसाती अपने चरम पर चल रही है जबकि नरेंद्र मोदी जी की साढ़ेसाती चुनाव की तारीख से पहले ही समाप्त होने वाली है। उतरती साढ़ेसाती इनके हाथ से फिसलती सत्ता का संकेत दे रही है। अतः लोकसभा चुनाव 2019 के महानायक राहुल गांधी व मायावती ही होंगे।

साढ़ेसाती एक ऐसा समय होता है जिसके दौरान बडबोलापन व हाईप्रोफाइल रखना विपरीत फलदायी साबित होता है। इसलिए यदि मोदी जी को अपनी सत्ता को बरकरार रखना है तो उन्हें अपना लो प्रोफाइल ही रखना चाहिए। नेताओं पर आरोप लगाना, केस करना तथा विपक्ष की नीतियों की पूरी तरह से निंदा करने की बजाय यदि वे अपनी कार्यप्रणाली को सुचारू रूप से चलाते रहें तथा अधिक न बोलें तो उनके लिए सही होगा। इस समय राहुल गांधी की छवि ऐसे नेता की है जो बहुत बढ़ा-चढ़ाकर विपक्षी नेताओं की निंदा तथा उनके खिलाफ षडयंत्र आदि नहीं कर रहे अपितु सभी की धार्मिक भावनाओं का ख्याल रखने की कोशिश कर झुककर अपना प्रयास कर रहे हैं। इसी प्रकार नरेंद्र मोदी जी ने 2014 के चुनावों में किया था। इनका इसी लो प्रोफाइल में रहना इनकी साढ़ेसाती में इनके लिए शुभफलदायी रहेगा। ऐसी संभावनाएं हैं। ऐसा प्रतीत होता है कि राहुल गांधी पूरे जोश के साथ महागठबंधन का संचालन करेंगे। मार्च-अप्रैल 2019 में अचानक पासे पलटेंगे और कांग्रेस कड़ी टक्कर देने में सक्षम होगी। आश्चर्य नहीं होगा की कांग्रेस हारी बाजी भी जीत में बदल ले।


बीजेपी पार्टी, 06 अप्रैल, 1980, 11ः40, दिल्ली

30 अप्रैल तक चुनाव होने की स्थिति में बीजेपी को चुनावों में 2014 की अपनी सफलता के ग्राफ को दोहराने में कठिनाई होगी। मई माह में चुनाव होने पर बीजेपी पार्टी की सफलता पर संदेह बना हुआ है।


श्री नरेंद्र मोदी जी, 17 सितम्बर 1950, 11ः00, मेहसाना

नरेंद्र मोदी जी की कुंडली में चंद्रमा 110 का है अतः उनकी साढ़ेसाती धनु में केवल - 0 तक ही मानी जाएगी जो कि फरवरी के अंत में समाप्त हो जाती है। साढ़ेसाती चुनावों में सत्ता दिलाने में विशेष फलदायी होती है। इसके समाप्ति के कारण मार्च से मोदी जी के दिन अचानक बदलने लगेंगे और उनकी आम लोगों की राय में छवि नकारात्मक हो सकती है जिसके कारण अप्रैल 2019 के चुनावों के परिणाम उनके हाथ में आने में शक होता है। पुनः साढ़ेसाती में सकारात्मक फल प्राप्त करने के लिए आवश्यक है कि व्यक्ति झुककर बिना किसी पर आक्षेप लगाए काम करे। ऐसा न करने पर शनि बहुत कठोर होकर मानहानि कर पदच्युत करने में सक्षम होता है। अतः मोदी जी यदि सफलता प्राप्त करना चाहते हैं तो उन्हें 2014 की तरह बिना किसी अहंकार के आगामी माहों में काम करना चाहिए एवं जनता से किये गये वादों को जहां तक हो सके पूर्ण करने की कोशिश करनी चाहिए।


अमित शाह, 22 अक्तूबर 1964, 05ः25, मुंबई

अमित शाह की कुंड्ली में साढ़ेसाती चंद्र से प्रभावी नहीं हैं लेकिन शनि लग्न भाव से चतुर्थ भाव पर गोचर कर रहे है। शनि का यह गोचर आंशिक संभावनाएं बना रहा हैं परन्तु यह संभावनाएं मई माह में समाप्त हो रही हैं। ग्रह स्थिति कहती है कि इन्हें असफलता का मुंह देखना पड़ सकता है।


नितिन गड़करी, 27 मई 1957, 06ः40, नागपुर

नितिन गड़करी की कुंडली में जन्म कालीन मंगल व गोचरीय शनि का परस्पर दृष्टि योग हो रहा है इसलिए ये 2019 के आम चुनाव में बीजेपी का चेहरा नहीं बनने वाला।


कांग्रेस पार्टी, 02 जनवरी 1978, 09ः30, दिल्ली

कांगे्रस की साढ़ेसाती नहीं चल रही परंतु पार्टी के जन्म लग्न पर शनि का गोचर पार्टी के खोये हुए गौरव को पुनः प्राप्त करने हेतु पूर्णतया अनुकूल है।

अप्रैल 2019 में कांगेस पार्टी के जन्म लग्न पर गुरु व शनि दोनों का संयुक्त गोचरीय प्रभाव पार्टी की प्रतिष्ठा को पुनः स्थापित करने के उद्देष्य से पूर्णतः अनुकूल है। पराक्रम भाव में स्थित राहू की महादषा पार्टी में अवष्य ही शक्ति का संचार करके इसके पराक्रम को अवष्य ही बढ़ायेगी।


राहुल गांधी, 19 जून 1970, 05ः50, दिल्ली

राहुल गांधी की जन्मकुंडली पर साढ़ेसाती का प्रभाव चल रहा है। कुंडली में चंद्र 27 अंशों के साथ स्थित है। ऐसे में पुरुषार्थ से विरोधी शांत होंगे और चुनावी जंग में सफलता इन्हें मिलेगी। अप्रैल माह हों या मई दोनों ही माहों में चुनाव होने पर परिणाम इनके पक्ष में आने के संयोग बन रहे हैं।

सप्तमस्थ शनि सफल नेतृत्व करने की शक्ति प्रदान करेगा। राहुल गांधी अब अधिक परिपक्व व धैर्यवान दिखाई देंगे और कांग्रेस को सफल नेतृत्व प्रदान करेंगें। कांग्रेस के लिए उनका नेतृत्व अति लाभकारी रहेगा।


प्रियंका गांधी, 12 जनवरी 1972, 01ः59ः00, दिल्ली

प्रियंका गांधी वर्तमान समय में साढ़ेसाती के प्रभाव में है और उनकी ग्रह स्थिति के अनुसार निश्चित रूप से ही ये कांग्रेस और महागठबंधन के सुदृढ़ी करण के लिए उचित कदम उठायेंगी। इनकी कुंडली में शनि व राहु की स्थिति कमजोर है इसलिए इनके अंदर सत्ता प्राप्ति का मोह नहीं है। ये सहायक की भूमिका में ही रहेंगी।


सोनिया गांधी, 09 दिसंबर 1946, 21ः30ः00, तूरिन

सोनिया गांधी की जन्मपत्री में वर्तमान समय में शनि का गोचर छठे भाव में हो रहा है जो इनकी प्रतिष्ठा व कूटनीति में सफलता के संकेत दे रहा है लेकिन सत्ता से बहुत दूरी बनी रहेगी।


बहुजन समाजवादी पार्टी व मायावती

बी.एस.पी, 01 जनवरी 1984, 00ः00, दिल्ली


मायावती, 15 जनवरी 1956, 19ः50, दौलतपुर

इन दोनों की ही कुंडलियों में वर्तमान समय में साढ़ेसाती चल रही है। इसलिए 2019 के चुनावों इनका नाम राष्ट्रीय राजनीति में बहुत जोर-षोर से उछाला जा रहा है। ऐसा लगता है कि इनका राजनैतिक भविष्य काफी सुखद होने वाला है। आगामी चुनावों में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली है।


समाजवादी पार्टी व अखिलेष यादव

समाजवादी पार्टी, 4 अक्तूबर 1992, 00ः00, दिल्ली

अखिलेष यादव 01 जुलाई 1973, 08ः00, सैफई

समाजवादी पार्टी की साढ़ेसाती चल रही है इसलिए इस पार्टी का आगामी लोकसभा चुनाव में दबदवा अवष्य बढ़ेगा। लेकिन अखिलेष यादव की कुंडली में छठे भाव में शनि का गोचर इनके प्रभाव को अधिक नहीं बढ़ने देगा।


तृणमूल कांग्रेस व ममता बैनर्जी

तृणमूल कांग्रेस, 1 जनवरी 1998

ममता बैनर्जी, 05 जनवरी 1951, 12ः55, कलकत्ता

तृणमूल कांग्रस की साढेसाती चल रही है परंतु ममता बैनर्जी की अष्टम ढैया के कारण उनकी पार्टी का राजयोग उन्हें विषेष शुभफलदायी नहीं होगा अपितु कुछ बिपरीत निर्णयों के चलते इन्हें नुकसान उठाना पड़ेगा।


तेलगू देषम् व चंद्र बाबू नायडू

तेलगू देषम्, 29 मार्च 1982, 00ः00, हैदराबाद

चंद्रबाबू नायडू, 27 अप्रैल 1951, 06ः30, हैदराबाद

तेलगू देषम् पार्टी की कुंडली में शनि की ढैय्या चल रही है व चंद्रबाबू नायडू की साढ़ेसाती चरम पर है अतः राष्ट्रीय राजनीति में इनका चेहरा अपनी विषेष पहचान बनायेगा तथा विपक्षी दलों की एकता के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाएंगे।


शिवसेना व उद्धव ठाकरे,

शिवसेना, 19 जून 1966, 00ः00, मुंबई

उद्धव ठाकरे, 27 जुलाई 1960, 10ः14, मुंबई

शिवसेना और उद्धव ठाकरे की क्रमशः मिथुन व कन्या राशि है इसलिए इनके लिए भी 2019 के लोकसभा चुनाव में कोई बड़ी उपलब्धि नहीं होगी।


नितीष कुमार

01 मार्च 1951, 13ः20, बख्तियारपुर

नितीश कुमार की कुंडली में अभी भी साढ़ेसाती चल रही है अतः इनका राष्ट्रीय राजनीति को प्रभावित करते रहना तय है।


आम आदमी पार्टी व अरविन्द केजरीवाल

आम आदमी पार्टी, 26-12-2012, 00ः00, गाजियाबाद

अरविन्द केजरीवाल, 16 अगस्त 1968, 23ः46, सिवनी

आम आदमी पार्टी व अरविन्द केजरीवाल इन दोनांे की ही वृषभ राषि है और शनि की ढैय्या चल रही है जिसके फलस्वरूप आगामी लोकसभा चुनाव में इन्हें सकारात्मक परिणाम प्राप्त होंगे। दिल्ली में अवश्य ही कुछ सीटें प्राप्त करने में सफल होंगे। लेकिन 2020 में होने वाले दिल्ली के चुनावों के समय तक ग्रह समीकरण बदलेंगे और पुनः दिल्ली में सरकार बनाने में असफल होंगे।


टी. आर एस पार्टी

27-4-2001, 00ः00, हैदराबाद

टी. आर. एस की भी ढैय्या चल रही है इसलिए इनका प्रदर्शन भी बेहतर रहेगा।


ए आई ए डी एम के

17-10-1972

इस समय इनकी शनि की साढ़ेसाती चल रही है। अतः आगामी लोकसभा चुनाव में इनका प्रदर्शन श्रेष्ठ रहेगा।


डी एम. के.

17-9-1949

डी. एम. के. की मिथुन राशि है। अतः इनका प्रदर्शन सामान्य ही रहेगा।


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