होली के दिन किये जाने वाले अचूक टोटके
By: Future Point | 15-Mar-2019
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आज सभी अपने जीवन की किसी न किसी समस्या से जुझ रहे हैं. संसार में ऐसा कोई नहीं जो पूर्णत: सुखी हो. किसी को पारिवारिक समस्या है, तो किसी को आर्थिक समस्या, तो कोई व्यवसाय या नौकरी की समस्याओं का सामना कर रहा है. किसी व्यक्ति के परिवार में कलह है, तो किसी का विवाह नहीं हुआ है, और कोई विवाहित है तो उसे संतान की प्रतीक्षा है. इसी तरह की अनेक समस्याओं, दुखों और कष्टों का नाम जीवन है. प्रत्येक व्यक्ति चाहता है कि उसके जीवन में कोई दुख ना हो, उसके जीवन की हर समस्या का समाधान हो जाएं. इस बार होली पर्व आने पर आप निम्न उपाय कर अपने जीवन को सुखमय बना सकते हैं-
यदि आप अपने व्यवसाय में वृद्धि या अपनी नौकरी में प्रगति की आकांक्षा रखते हैं, तो आपको जितने वर्ष काम करते हुए हो गए है, उतनी संख्या में गोमती चक्र लें, परिक्रमा करते हुए इन्हें एक-एक कर होलिका की अग्नि में समर्पित करते जाएं. यह माना जाता है कि इस प्रकार उपाय करने से कार्यक्षेत्र से जुड़ी समस्याओं का समाधन होता है, और योग्यतानुसार उन्नति होती है।
बहुत प्रयास करने पर भी यदि व्यापार में उन्नति नहीं हो पा रही हैं तो होली का पर्व आपके लिए खास हो सकता है. इस होली पर आप हनुमान जी के मंदिर में धूप, दीप, फूल, अगरबत्ती और नजर बट्टू लेकर जायें. हनुमान जी का पूजन करते समय इन सभी वस्तुओं की भी पूजा करें. ऊँ हनुमते नमः मंत्र का कम से कम एक माला जाप करें. साथ में लाए गए नजरबट्टू को हनुमान जी की प्रतिमा से छूआएं. प्रसाद के रुप में हनुमान जी को गुड़ अर्पित करें. इसके पश्चात इस नजरबट्टू को आप स्वयं धारण कर सकते हैं या फिर अपने व्यापारिक स्थल के मुख्य द्वार के कोने पर काले धागे से बांध दें. कुछ ही दिनों में आप देखेंगे कि आपकी मनोकामना पूर्ण हो जाएगी।
स्वास्थ्य सुख प्राप्ति के लिए होली के अवसर पर एक चौकोर टुकड़ा चांदी का, पुराना सिक्का, कुछ अक्षत और पांच गोमती चक्रों को एक लाल रंग के वस्त्र में बांध कर सायंकाल से पूर्व बहते जल में बहा दें. यह उपाय आपकी आकर्षण शक्ति को बढ़ाएगा और साथ ही आपको प्रभावशाली भी बनाएगा।
कार्यक्षेत्र में यदि कोई न कोई परेशानी बनी रहती हो तो शनि मंत्र का जाप होली की परिक्रमा करते हुए करें, यह जाप कम से कम एक माला से लेकर ग्यारह माला तक किया जा सकता है।
यदि विवाहित जोड़ों में मतभेद है या उस मामले में अक्सर छोटी-छोटी बातों पर झगड़े होते हैं, तो 5 गोमती चक्र, 1 लघु (छोटा) नारियल आदि वस्तुएं लाल वस्त्र में बांधकर (जीवनसाथी) के सिर के चारों ओर से एंटी क्लाक वाईस सात बार घुमाकर होलिका दहन की अग्नि में डाल दें. यह उपाय करने के बाद घर लौट आये, ध्यान रखें कि पीछे मुड़कर ना देंखे. घर आकर हाथ, पैर और मुंह धो लें. कुछ ही दिनों में आप देखेंगे कि पारिवारिक जीवन की उलझने सुलझ गई है।
होली के अचूक टोटके
आज सभी अपने जीवन की किसी न किसी समस्या से जुझ रहे हैं। संसार में ऐसा कोई नहीं जो पूर्णत: सुखी हो। किसी को पारिवारिक समस्या है, तो किसी को आर्थिक समस्या, तो कोई व्यवसाय या नौकरी की समस्याओं का सामना कर रहा है। किसी व्यक्ति के परिवार में कलह है, तो किसी का विवाह नहीं हुआ है, और कोई विवाहित है तो उसे संतान की प्रतीक्षा है। इसी तरह की अनेक समस्याओं, दुखों और कष्टों का नाम जीवन है। प्रत्येक व्यक्ति चाहता है कि उसके जीवन में कोई दुख ना हो, उसके जीवन की हर समस्या का समाधान हो जाएं। इस बार होली पर्व आने पर आप निम्न उपाय कर अपने जीवन को सुखमय बना सकते हैं-
- यदि आप अपने व्यवसाय में वृद्धि या अपनी नौकरी में प्रगति की आकांक्षा रखते हैं, तो आपको जितने वर्ष काम करते हुए हो गए है, उतनी संख्या में गोमती चक्र लें, परिक्रमा करते हुए इन्हें एक-एक कर होलिका की अग्नि में समर्पित करते जाएं। यह माना जाता है कि इस प्रकार उपाय करने से कार्यक्षेत्र से जुड़ी समस्याओं का समाधन होता है, और योग्यतानुसार उन्नति होती है।
- बहुत प्रयास करने पर भी यदि व्यापार में उन्नति नहीं हो पा रही हैं तो होली का पर्व आपके लिए खास हो सकता है। इस होली पर आप हनुमान जी के मंदिर में धूप, दीप, फूल, अगरबत्ती और नजर बट्टू लेकर जायें। हनुमान जी का पूजन करते समय इन सभी वस्तुओं की भी पूजा करें। ऊँ हनुमते नमः मंत्र का कम से कम एक माला जाप करें। साथ में लाए गए नजरबट्टू को हनुमान जी की प्रतिमा से छूआएं। प्रसाद के रुप में हनुमान जी को गुड़ अर्पित करें। इसके पश्चात इस नजरबट्टू को आप स्वयं धारण कर सकते हैं या फिर अपने व्यापारिक स्थल के मुख्य द्वार के कोने पर काले धागे से बांध दें। कुछ ही दिनों में आप देखेंगे कि आपकी मनोकामना पूर्ण हो जाएगी।
- किसी का किया कराया हो, तो उसे निष्फल करने के लिए होलिका दहन की रात्रि में सरल सा उपाय करें- उपाय के रुप में जिस स्थान पर होलिका दहन होने वाला हो उस स्थान पर एक छोड़ा गड़्ढ़ा खोद लें, उस गड़्ढे में पहले से अभिमंत्रित कौड़ियां लेकर मिट्टी में दबा दें। अगले दिन प्रात:काल में उस स्थान पर जायें, जहां आपने वस्तुएं द्बाई थी, उस गड़्ढ़े को खोदकर सामान वापस निकाल लें। नीले रंग का वस्त्र लेकर उसमें व्यवसायिक स्थल की थोड़ी सी मिट्टी, और कौड़ियां बांधकर किसी नदी या बहते जल में बहा दें। इससे यदि आप पर किसी ने कुछ किया होगा, तो वह समाप्त हो जाएगी।
- स्वास्थ्य सुख प्राप्ति के लिए होली की रात्रि में एक सफेद रंग का वस्त्र लें, उसमें 11 गोमती चक्र, 21 जोड़े नागकेसर, 11 पीली कौड़ियां, हरसिंगार व चंदन इत्र लगाकर बांध लें। और भगवान शिव के मंदिर में दान कर दें। इसके बाद यह उपाय प्रत्येक सोमवार को करें और लगातार सात सोमवार तक करें।
- कार्यसिद्धि के लिए एक काले रंग का वस्त्र लेकर उसमें काली हल्दी, सूखे नारियल को काट कर उसमें घी और बूरा भर दें। होलिका दहन की सुबह इसे ले जाकर पीपल के पेड़ के नीचे गड़ढ़ा बनाकर उसमें इसे दबा दें। सायं:काल में इस पेड़ की जड़ों के निकट सरसों के तेल का दीपक जलायें, धूप, दीप और फूल चढ़ायें, एवं मीठा जल भी चढ़ायें। 11 गोमती चक्र उस स्थान पर छोड़कर बिना मुड़े आपस आ जायें। अगले दिल प्रात: फिर जायें और गोमती चक्र वापस लाकर अपनी जेब में रख लें। इस प्रकार यह धन वृद्धि करेगा। इन गोमती चक्रों को यदि आप किसी बीमार व्यक्ति के सिरहाने रखते हैं तो रोग से राहत मिलती है।
- आर्थिक स्थिति को बेहतर करने के लिए होलिका दहन की सुबह जिस स्थान पर होलिका दहन किया जाना है, उस स्थान पर गड्ढ़ा खोदकर कुछ चांदी, पीतल और लोहा धातु दबा दें। आपको यह ध्यान रखना है कि इन धातुओं का छल्ला बनवाना है। जिसे आप मध्यमा अंगुली में धारण करेंगे। जिस स्थान पर वस्तुएं दबाई गई है, उस स्थान के ऊपर लाल रंग का गुलाल लेकर स्वास्तिक का चिन्ह बना दें। सायंकाल में होलिका पूजन करते समय ठीक इसी स्थान पर एक पान के पत्ते पर कपूर, हवन सामग्री, एक जोड़ा घी में डूबोया हुआ लोंग और बताशा रखें। इन सभी सामग्रियों को दूसरे पान के पत्ते से ढ़क दें। तत्पश्चात होलिका दहन के बाद ऊं नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र का जाप परिक्रमा करते हुए करें। 7 परिक्रमा पूरी होने पर यह सारी सामग्री होलिका की अग्नि में समर्पित कर दें। इसके बाद घर आ जायें। अगले दिन जो सामग्रियां दबाई थी, उन्हें निकालकर ले आयें और इन धातुओं को समान मात्रा में मिलाकर मध्यमा अंगुली के आकार का छ्ल्ला बनवा कर पहन लें। आने वाले शुक्ल पक्ष के प्रथम गुरुवार के दिन अभिमंत्रित करा कर इसे धारण कर लें। यह उपाय आर्थिक संकट का सहज और उत्तम उपाय है।
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