गणेश चतुर्थी 2025 पर बना अद्भुत संयोग: क्या आपकी राशि के लिए भाग्य बदलेगा?
By: Future Point | 29-Jul-2025
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गणेश चतुर्थी 2025: हर साल भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को गणेश चतुर्थी का पर्व श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया जाता है। इस दिन भक्त गणपति बप्पा की मूर्ति को अपने घर या पंडालों में स्थापित करते हैं और विधिवत पूजा-अर्चना के द्वारा उन्हें प्रसन्न करने का प्रयास करते हैं। वहीं इस बार कुछ ग्रह ऐसी स्थिति में हैं जो आपकी राशि के अनुसार जीवन में पॉजिटिव चेंज ला सकते हैं। करियर, पैसा, रिलेशनशिप और मानसिक शांति, हर राशि के लिए कुछ नया हो सकता है। आइए जानते हैं कि वर्ष 2025 में यह शुभ पर्व आपके लिए कैसा रहेगा।
Ganesh Chaturthi 2025: गणेश चतुर्थी जिसे विनायक चतुर्थी भी कहा जाता है, भाद्रपद महीने के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाई जाती है। मान्यता है कि इसी दिन भगवान गणेश का अवतार हुआ था, इसलिए यह तिथि उन्हें समर्पित मानी जाती है। हर साल भक्तगण इस दिन गणपति बप्पा की मूर्ति को अपने घरों या मंडपों में स्थापित करते हैं और अगले 10 दिनों तक विधिपूर्वक उनकी पूजा करते हैं। भगवान गणेश को विघ्नों को दूर करने वाला, बुद्धि और सौभाग्य का देवता माना जाता है। यह महोत्सव अनंत चतुर्दशी के दिन गणपति विसर्जन के साथ पूर्ण होता है। चलिए जानते हैं कि वर्ष 2025 में गणेश चतुर्थी किस दिन पड़ेगी।
कब है गणेश चतुर्थी 2025?
हिंदू पंचांग के अनुसार, गणेश चतुर्थी 2025 बुधवार, 27 अगस्त को मनाई जाएगी। चतुर्थी तिथि 26 अगस्त दोपहर 1:54 बजे से शुरू होकर 27 अगस्त दोपहर 3:44 बजे तक रहेगी। गणेश स्थापना का शुभ मुहूर्त 27 अगस्त को सुबह 11:05 से दोपहर 1:40 बजे तक रहेगा।
क्या है शुभ मुहूर्त?
गणेश स्थापना और पूजा शुभ मुहूर्त में की जाए, तो घर में सुख-शांति, संपन्नता और सफलता आती है। सभी विघ्नों का नाश होता है और कार्यों में रुकावटें दूर होती हैं। 27 अगस्त 2025 (बुधवार) को शुभ समय सुबह 11:05 बजे से दोपहर 1:40 बजे तक है। यह समय मध्यान्ह काल का है, जो गणपति स्थापना के लिए विशेष रूप से शुभ माना जाता है।
गणेश विसर्जन कब करें
10 दिन बाद, विसर्जन (अनंत चतुर्दशी) 6 सितंबर 2025, शनिवार को किया जाएगा।
क्या करें?
गणेश चतुर्थी पर आपको दिन में कम से कम 11 बार "ॐ गं गणपतये नमः" मंत्र का जाप करना चाहिए और गणेश जी को उनके फेवरेट मोदक का भोग ज़रूर लगाएं।
क्या ना करें ?
गणेश उत्सव पर किसी से लड़ाई-झगड़ा ना करें और शिकायतों से दूर रहें।
गणेश चतुर्थी पर चंद्र दर्शन करने से बचें
मान्यता और कारण :
• कहा जाता है कि इस दिन चंद्रमा देखने से मिथ्या दोष लगता है, यानी झूठा कलंक या अपशकुन हो सकता है।
• यह दोष विशेष रूप से विषम माना जाता है और कई परिवारों में इसे बड़ी सावधानी से टाला जाता है।
अगर गलती से चंद्रमा दिख जाए तो इस मंत्र
सिंहः प्रसेनमवधीत्सिंहो जाम्बवता हतः।
सुकुमारक मारोदीस्तव ह्येष स्यमन्तकः॥ का जाप करें।
किस रंग के वस्त्र धारण करें ?
गणेश चतुर्थी पर पीला, लाल या गुलाबी रंग के कपड़े पहनना शुभ रहेगा।
अब आइए देखते हैं कि आपकी राशि के लिए इस बार की चतुर्थी पर क्या खास रहने वाला है।
मेष
गणेश चतुर्थी के शुभ अवसर पर आपका आत्मविश्वास और उत्साह चरम पर रहेगा। करियर में नए अवसर प्राप्त होंगे और पुरानी परेशानियां दूर होंगी। कोई महत्वपूर्ण कार्य सफलता से संपन्न होगा। स्वास्थ्य में सुधार होगा, लेकिन तनाव से बचें। पारिवारिक माहौल सकारात्मक रहेगा। गणपति की पूजा से कार्यों में बाधाएं कम होंगी और मनोबल बढ़ेगा।
- क्या करें: गणपति जी की सफेद या लाल रंग की मूर्ति की स्थापना करें। दूर्वा और लाल फूल अर्पित करें।
- शुभ रंग: लाल, सफेद
- सुझाव: ध्यान और योग करें, अपने क्रोध पर नियंत्रण रखें।
वृषभ
धन-संपत्ति के मामले में बढ़ोतरी होगी। निवेश के लिए अनुकूल समय है, लेकिन सोच-समझकर निर्णय लें। परिवार में खुशहाली बनी रहेगी और संबंध मधुर होंगे। कोई पुराना विवाद सुलझ सकता है। शिक्षा और करियर में प्रगति के अवसर मिलेंगे। गणपति जी की पूजा से मानसिक शांति और सफलता मिलेगी।
- क्या करें: पीले रंग के कपड़े पहनें। हल्दी और केसर से बनी पूजा सामग्री का उपयोग करें।
- शुभ रंग: पीला, नारंगी
- सुझाव: परिवार के साथ मिलकर पूजा करें और दान दें।
मिथुन
रचनात्मकता और नए विचारों में वृद्धि होगी। सामाजिक क्षेत्र में आपकी लोकप्रियता बढ़ेगी। नए मित्र बनेंगे और पुराने मित्रों के साथ मेलजोल बेहतर होगा। कार्यक्षेत्र में प्रतिस्पर्धा से बचकर चलें। ध्यान और योग में मन लगेगा। गणपति की कृपा से आप ऊर्जा और प्रेरणा से भरपूर रहेंगे।
- क्या करें: गणेश जी को हरे रंग के फूल चढ़ाएं। तुलसी के पत्ते अर्पित करें।
- शुभ रंग: हरा, नीला
- सुझाव: सामाजिक कार्यों में भाग लें और लोगों की मदद करें।
कर्क
परिवार के साथ समय बिताने और रिश्तों को मजबूत करने का अच्छा अवसर मिलेगा। घर के बड़े बुजुर्गों का आशीर्वाद मिलेगा। शिक्षा और आध्यात्मिक गतिविधियों में रुचि बढ़ेगी। स्वास्थ्य का ध्यान रखें, विशेषकर पाचन तंत्र पर ध्यान दें। गणपति पूजा से मानसिक शांति मिलेगी और घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा।
- क्या करें: सफेद या हल्के नीले रंग के वस्त्र पहनें। गाय के दूध से बनी वस्तुएं दान करें।
- शुभ रंग: सफेद, आसमानी नीला
- सुझाव: अपने घर में शांति और सद्भाव बनाए रखें।
सिंह
आपका नेतृत्व कौशल उभरकर सामने आएगा। नौकरी या व्यवसाय में बड़े फैसले लेने का समय है। आत्मविश्वास से भरे रहेंगे और नई परियोजनाएं सफल होंगी। परिवार में सुख-शांति बनी रहेगी। गणपति जी की पूजा से आपके सभी प्रयास सफल होंगे और आप मान-सम्मान प्राप्त करेंगे।
- क्या करें: लाल और सुनहरे रंग की सामग्री से पूजा करें। लाल चंदन का प्रयोग करें।
- शुभ रंग: लाल, सुनहरा
- सुझाव: अपनी क्षमताओं पर विश्वास रखें और नेतृत्व करें।
कन्या
मेहनत का फल मिलेगा और कार्य सफल होंगे। वित्तीय स्थिति मजबूत होगी, लेकिन व्यय पर नियंत्रण रखें। स्वास्थ्य अच्छा रहेगा, पर आराम भी ज़रूरी है। नए अवसर आपके सामने आएंगे, खासकर शिक्षण या लेखन के क्षेत्र में। गणपति जी की आराधना से मन की शांति और आत्मविश्वास बढ़ेगा।
- क्या करें: हल्के गुलाबी या सफेद रंग के फूल चढ़ाएं। सफेद मोमबत्ती जलाएं।
- शुभ रंग: गुलाबी, सफेद
- सुझाव: कार्यों में व्यवस्थित रहें और धैर्य बनाए रखें।
तुला
रिश्तों में सौहार्द और समझ बढ़ेगी। परिवार और मित्रों के साथ मिलजुलकर कार्य करने का मौका मिलेगा। कोई यात्रा हो सकती है जो लाभदायक होगी। वित्तीय स्थिति स्थिर रहेगी। गणेश पूजा से आपके मनोबल और सकारात्मकता में वृद्धि होगी।
- क्या करें: गुलाबी या हल्के नीले रंग के वस्त्र पहनें। जल और फूल से पूजा करें।
- शुभ रंग: गुलाबी, हल्का नीला
- सुझाव: संबंधों में संतुलन बनाए रखें और मेलजोल बढ़ाएं।
वृश्चिक
धैर्य और संयम से काम लें। कठिन परिस्थितियों में भी आप सफलता पाएंगे। निवेश के लिए अनुकूल समय है, पर सावधानी रखें। स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें। गणपति जी की कृपा से आपकी चिंताएं दूर होंगी और मनोबल बढ़ेगा।
- क्या करें: गहरे लाल या काले रंग का प्रयोग करें। लौंग और तेजपत्ते से पूजा करें।
- शुभ रंग: गहरा लाल, काला
- सुझाव: संयम रखें और मन की शांति पर ध्यान दें।
धनु
आध्यात्मिक उन्नति के साथ-साथ ज्ञान प्राप्ति का भी अवसर मिलेगा। शिक्षा और प्रतियोगिता में सफलता के योग हैं। परिवार में सामंजस्य बढ़ेगा। यात्रा शुभ होगी। गणपति जी की पूजा से आपका आत्मविश्वास और ऊर्जा बढ़ेगी।
- क्या करें: नारंगी या गेरुआ रंग की वस्तुएं पहनें। दही और गुड़ दान करें।
- शुभ रंग: नारंगी, गेरुआ
- सुझाव: आध्यात्मिक अभ्यास करें और सत्संग में भाग लें।
मकर
व्यापार या नौकरी में लाभ के संकेत हैं। पुराने मामले सुलझेंगे और नए अवसर आएंगे। परिवार में खुशहाली बनी रहेगी। आर्थिक मामलों में सावधानी रखें। गणपति जी की आराधना से आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी होंगी और घर-परिवार में शांति बनी रहेगी।
- क्या करें: नीले या भूरे रंग के कपड़े पहनें। तिल और गुड़ से बने व्यंजन चढ़ाएं।
- शुभ रंग: नीला, भूरा
- सुझाव: मेहनत जारी रखें और धैर्य न खोएं।
कुम्भ
नई योजनाएं बनेंगी और नए संपर्क स्थापित होंगे। वित्तीय स्थिति में सुधार होगा। कार्यक्षेत्र में आप सम्मान और प्रशंसा पाएंगे। मन प्रसन्न रहेगा। गणपति जी की कृपा से जीवन में सकारात्मक बदलाव आएंगे।
- क्या करें: आसमानी नीले या सफेद रंग के वस्त्र पहनें। जल और चमेली के फूल से पूजा करें।
- शुभ रंग: आसमानी नीला, सफेद
- सुझाव: नए विचारों को अपनाएं और सकारात्मक सोच बनाए रखें।
मीन
रचनात्मक कार्यों और कला में रुचि बढ़ेगी। सामाजिक मान-सम्मान मिलेगा। परिवार में खुशहाली रहेगी। स्वास्थ्य का ध्यान रखें, खासकर मानसिक तनाव से बचें। गणपति पूजा से आपके प्रयास सफल होंगे और मनोबल बढ़ेगा।
- क्या करें: हल्के नीले या समुद्री रंग के कपड़े पहनें। कमल के फूल चढ़ाएं।
- शुभ रंग: समुद्री नीला, हल्का नीला
- सुझाव: कला और संगीत में मन लगाएं, ध्यान करें।