2019 चुनाव और मोदी सरकार ज्योतिष
By: Future Point | 11-Jan-2019
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नवम्बर माह में पांच राज्यों में चुनावों की घोषणा होने के साथ ही 2019 के चुनावों की सरगर्मियां तेज हो गई हैं। 2014 से 2019 तक का सफर भारतीय जनता पार्टी के लिए किसी चुनौती से कम नहीं था। नोटबंदी, जीएसटी, पैट्रोल की बढ़ती कीमतें और सीलिंग जैसे फैसले भारतीय जनता पार्टी के आने वाले भविष्य का निर्धारण करेंगे। बीजेपी आज नरेंद्र मोदी जी के बल पर एक बार फिर से चुनावी मैदान में उतरने के लिए कमर कस चुकी हैं। यह सर्वविदित है कि 2014 के बाद बीजेपी अपनी पार्टी का विस्तार करने में सफल रही हैं और जिन राज्यों में बीजेपी की सरकार नहीं हैं उन राज्यों में बीजेपी की सरकार लाना बीजेपी का लक्ष्य हो सकता हैं।
परन्तु जिन राज्यों में बीजेपी सरकार विजयी हो अपनी सत्ता स्थापित कर चुकी हैं, उन राज्यों में बीजेपी को पहले से अधिक मेहनत करनी होगी। चुनावी बिगुल बजते ही राजनैतिक मौसम बदलता नजर आ रहा है। सत्तारुढ़ पार्टी से खफा जनता का झुकाव बीजेपी के विरोध में जा सकता हैं। बीजेपी और मोदी जी की कुंडली का विश्लेषण यह कहता है कि आने वाले चुनावों में भारतीय जनता पार्टी सरकार बनाने योग्य सीटें तो जीत लेती परन्तु वह 2014 जैसा बहुमत पाने में असफल रहेंगी। 2019 के लोकसभा चुनाव कांग्रेस के लिए परीक्षा की घड़ी साबित होंगे और वह 2014 में प्राप्त सीटों की संख्या में कुछ बढ़ोतरी करने में ही सफल रहेंगी। फिर भी उस चुनाव को बदलाव का चुनाव कहा जा सकता हैं।
मोदी जी के नेतृत्व में चुनावी कार्यों को आगे बढ़ाया जाएगा, मोदी जी की वाकशक्ति और उनकी चुनावी रैलियों का करिश्मा कुछ फिका पड़ता नजर आ रहा हैं। इस चुनाव में यदि बीजेपी पार्टी के सारे विरोधी एक हो जाते हैं तो वो तख्ता पलटने में अवश्य कामयाब हो सकते हैं। आने वाले चुनावों में राहुल गांधी का नेतृत्व उभर कर सामने आएगा, इस स्थिति में मोदी और अमित शाह की अजेय जोड़ी के लिए सत्ता प्राप्ति सहज नहीं होगी।
2019 के चुनावों को लेकर भाजपा सरकार के लिए सबसे अच्छी बात यह है कि चुनाव सिर पर हैं परन्तु अभी तक विपक्षी पक्ष एकजुट नहीं हुआ हैं। विपक्षी दलों के बिखरे होने का लाभ मोदी ग्रुप उठा सकता हैं।
बीजेपी पार्टी कुंडली
बीजेपी पार्टी की स्थापना 6 अप्रैल, 1980 को हुई थी। भारतीय जनता पार्टी आज संघ परिवार की सबसे बड़ी सदस्य है। "संघ परिवार" को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के नाम से भी जाना जाता है। भारतीय जनता पार्टी और आर एस एस दोनों पर हिन्दू राष्ट्रवादी पार्टी और संघ के नाम से जानी जाती हैं। यह माना जाता है कि यह पार्टी विशेष रुप से कट्टरहिन्दुवादिता को बल देने का कार्य करती हैं।
बीजेपी पार्टी की कुंडली मिथुन लग्न और वॄश्चिक राशि की है। लग्नेश एवं चतुर्थेश बुध नवम भाव में केतु के साथ स्थित है। नवमस्थ बुध को चार ग्रह आयेश मंगल, कर्मेश गुरु, भाग्येश शनि और राहु अपनी दॄष्टि दे रहे हैं। इसके अतिरिक्त कुंडली में तृतीयेश सूर्य और कर्मश गुरु दोनों में राशि परिवर्तन हो रहा हैं। भाग्येश शनि का भाग्य भाव को देखना पार्टी के भविष्य को उज्जवल बना रहा है। छ्ठे घर में नीचस्थ चंद्रमा और विदेश भाव में स्वाराशिस्थ शुक्र विदेश से ॠण आगमन और बड़े खर्च होने का संकेत दे रहा हैं। दशम भाव में मित्र राशि में सूर्य की स्थिति सत्ता क्षेत्रों को मजबूती दे रहा हैं।
यह पार्टी के सत्ता में आने का प्रबल सूचक हैं। सूर्य और लग्न के अंशों में निकटता पार्टी को दीर्घकालीन बना रही हैं। वर्तमान में पार्टी की चंद्र महादशा में चंद्र की अंतर्द्शा प्रभावी हैं। यह दशा मई 2018 से शुरु हुई हैं। तथा चंद्र महादशा की अवधि १० वर्ष की होती हैं। चंद्र इस लग्न के लिए धनेश होते हैं और रोग भाव में स्थित होने के कारण बहुत अच्छी स्थिति में नहीं हैं। धनेश चंद्रमा छ्ठे भाव में होने के कारण पार्टी को अंतरकलह की स्थिति देता हैं, संघर्ष और तनाव देता है। पार्टी की कुंड्ली आने वाले चुनाव के फल संतोषजनक न होने की स्थिति बना रही हैं।
आईये अब मोदी जी की कुंडली पर विचार करते हैं-
नरेंद्र मोदी की कुंडली उतनी ही मजबूत है जितनी उनकी वाणी का ओज। भारतीय जनता पार्टी में चंद्र की स्थिति को ध्यान में रखते हुए देखा जाए तो चंद्र ग्रह भाजपा के लिए बहुत शुभफल देने वाला ग्रह नहीं हैं। मोदी जी की कुंडली में लग्न भाव में नीचस्थ चंद्र लग्नेश मंगल के साथ स्थित हैं। चंद्र-मंगल की युति व्यक्ति को अपने लक्ष्यों के प्रति जिद्दी तो बनाती है, साथ ही व्यक्ति का प्रभाव उत्तम रहता है। इसके अलावा यह योग व्यक्ति को सामर्थ्यवान और शक्तिशाली भी बनाता है। चन्द्रमा एकाग्रता देता है तथा मंगल सामर्थ्य देता है। दोनों की युति व्यक्ति को एकाग्रचित्त होकर जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा देती हैं। व्यक्ति की आर्थिक स्थिति भी अच्छी रहती है। राजनीति और सत्ता सुख प्राप्ति के लिए जन्मपत्री में सूर्य की स्थिति का विचार किया जाता हैं।
इस कुंडली में सूर्य कर्मेश होकर उच्चस्थ आयेश बुध के साथ हैं। इसके अतिरिक्त चतुर्थ भाव को चतुर्थेश शनि दृष्टि देकर मोदी जी को जनता का समर्थन और बहुमत प्रदान कर रहा हैं। निम्नवर्ग और जनता का नैसर्गिक कारक शनि स्वयं कर्म भाव में स्थित हैं। अत: इनके कार्यक्षेत्र का प्रत्यक्ष संबंध जनता से आ रहा हैं। शनि पर गुरु ग्रह की दॄष्टि व्यक्ति को विशिष्ट उपलबधियां देकर सफलता का मार्ग प्रशस्त करती हैं। भाग्येश और लग्नेश का लग्न में एक साथ होना केंद्र त्रिकोण के सम्बन्ध से भी राज योग बना रहा है, मोदी जी की कुंडली में दशमेश सूर्य और लाभेश बुध का लाभ स्थान में बना योग भी समृद्धि और उच्च पद की प्राप्ति कराता है, कुंडली में स्वराशि का मंगल लग्न में होने से बना रूचक योग तो कुंडली को विशेष बल दे ही रहा है साथ ही यहाँ वक्री बृहस्पति की भाग्य स्थान पर पड़ने वाली उच्च दृष्टि जीवन में बड़ी सफलता देती है।
श्री नरेंद्र मोदी जी के व्यक्तित्व, वक्तवय और प्रतिनिधित्व से आज कौन व्यक्ति प्रभावित नहीं होगा उनका दमदार व्यक्तित्व और शानदार प्रतिनिधित्व आज अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर एक अमिट छाप बन चुका है, उनकी दृढ निश्चयता और निर्भयता के साथ साथ गहन उदारता भी उनके व्यक्तित्व की एक बड़ी विशेषता है तो आईये देखते हैं नरेंद्र मोदी जी की कुंडली में कौनसे विशेष ग्रह योग हैं जो उन्हें प्रभावपूर्ण व्यक्तित्व और सफल प्रतिनिधित्व की क्षमता देते हैं।
वर्तमान में श्री नरेंद्र मोदी जी की कुंडली में चन्द्रमाँ की महादशा में बुध की अंतर्दशा चल रही है जो फरवरी २०१९ तक रहेगी चन्द्रमाँ यहाँ भाग्येश है तथा नीचभंग राजयोग बना रहा है और बुध उच्च राशि में है दोनों ही दृष्टि से वर्तमान और आगे का समय मोदी जी के लिए सकारात्मक और अनुकूल है पर विशेष रूप से 26 जनवरी 2017 को शनि का धनु राशि में आना श्री मोदी जी के लिए बहुत शुभ साबित हो रहा हैं। वर्तमान में शनि गोचरवश धनु राशि धन भाव पर गोचर कर रहा हैं। नरेंद्र मोदी जी की जन्मराशि पर शनि की साढ़ेसाती का अंतिम चरण प्रभावी हैं, यह साढेसाती 2020 के प्रारम्भ तक रहेगी। तब तक मोदी जी की स्थिति राजनीति के क्षेत्र में मजबूत बनी हुई हैं।