Vedic Palmistry & Pregnancy: जानिए, क्या कहती हैं आपकी हाथों की रेखाएं? | Future Point

Vedic Palmistry & Pregnancy: जानिए, क्या कहती हैं आपकी हाथों की रेखाएं?

By: Future Point | 20-Dec-2019
Views : 5764
Vedic Palmistry & Pregnancy: जानिए, क्या कहती हैं आपकी हाथों की रेखाएं?

हमारे हाथ की हथेली में बहुत सी रेखाएं होती हैं। हम इन रेखाओं के साथ पैदा होते हैं। इन रेखाओं में हमारी किस्मत लिखी होती है। ऐसा माना जाता है कि हमारे एक हाथ की रेखाएं स्थायी रहती हैं जबकि दूसरे हाथ की रेखाओं में बदलाव होते रहते हैं।

हस्तरेखा शास्त्र एक बेहद दिलचस्प विषय है। अंग्रेज़ी में इसे Palmistry या Chirology कहा जाता है। विश्व में इसकी अनेक विधाएं हैं। लेकिन इनमें भारतीय विधा बेहद पुरानी है। भारत में इसका आधार वैदिक ज्योतिष है। भारतीय विद्वान प्राचीन काल से ही इसका प्रयोग भविष्यवाणी के लिए करते रहे हैं।

अगर आप भी अपने भविष्य के बारे में जानना चाहते हैं तो भारत के सर्वश्रेष्ठ हस्तरेखा शास्त्र विशेषज्ञ, यशकरण शर्मा (Mr. Yashkaran Sharma) से संपर्क कर सकते हैं।

क्या कहती हैं आपकी हाथों की रेखाएं?

आमतौर पर माना जाता है कि शुक्र पर्वत से केवल प्रेम, विवाह और यौन जीवन के बारे में ही जाना जा सकता है लेकिन इससे महिलाओं और पुरुषों की जनन क्षमता के बारे में भी बहुत कुछ पता किया जा सकता है। मगर पुरुषों और महिलाओं में इन रेखाओं का मतलब अलग अलग हो सकता है।

  • जीवन रेखा और अंगूठे के बीच के भाग को शुक्र पर्वत कहते हैं। यदि हथेली के इस भाग में रेखाओं का जाल हो तो यह गर्भपात का संकेत देता है।
  • अगर मणिबंध रेखा शुक्र पर्वत की ओर बाहर की तरफ निकली हुई हो तो यह गर्भवती महिलाओं के लिए बुरा संकेत है। इन महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान अनेक दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
  • अगर मणिबंध रेखा बाहर की बजाए शुक्र पर्वत के अंदर की ओर मुड़ी हुई हो तो गर्भ धारण करने में दिक्कत होती है। ऐसी महिलाएं बहुत देर से मां बनती हैं।
  • अगर कनिष्ठा से एक सीधी रेखा निकलती हुई बीच वाली उंगली तक जाए तो यह किसी दुर्घटना का संकेत देता है।

हस्तरेखा शास्त्र में जन्म तिथि का महत्व

हस्तरेखा शास्त्र के विशेषज्ञ यशकरण शर्मा का मानना है कि हस्तरेखा विज्ञान में जन्म तिथि का विशेष महत्व है। इसके माध्यम से जातक के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त की जाती है। यह जानने का प्रयास किया जाता है कि उसका स्वभाव कैसा है। मुश्किल हालात में वो कैसी प्रतिक्रिया देगा।

हालांकि थोड़ी जानकारी हासिल कर आप इन रेखाओं को खुद भी पढ़ सकते हैं। लेकिन एक एक्सपर्ट की सहायता से ज्यादा सटीक अनुमान लगाया जा सकता है।

संतान रेखा से जानें लड़का होगा या लड़की?

आपकी कानी उंगली के नीचे के भाग को बुध पर्वत कहते हैं। हथेली के इस हिस्से में सीधी रेखा होती है जिसे संतान रेखा (Child Line) कहते हैं। ये एक या उससे अधिक हो सकती हैं। संतान रेखा से आप जान सकते हैं कि आपके कितने बच्चे होंगे? आपका बेटा होगा या बेटी?

अगर संतान रेखा ज़्यादा गहरी है तो संतान के रूप में आपको बेटा हो सकता है जबकि हल्की संतान रेखा बेटी की ओर इशारा करती है।

संतान रेखा के साथ ही विवाह रेखा भी होती है। ये दोनों रेखाएं प्रेम प्रसंगों और जनन क्षमता के बारे में और भी बहुत कुछ बताती हैं। इनके बारे में विस्तार से जानने के लिए आप हमारे विशेषज्ञ ज्योतिषियों को ऑनलाइन अपना हाथ दिखा सके हैं।

महिलाओं के हाथ में संतान रेखा

पुरुषों की बजाय महिलाओं के हाथों में संतान रेखा ज़्यादा स्पष्ट होती है। इसलिए उससे संतान के बारे में ज़्यादा सटीक अनुमान लगाया जा सकता है। अगर आपके हाथ में यह रेखा गहरी और सीधी है तो इसका अर्थ है कि आपकी संतान पूरी तरह स्वस्थ होगी। अगर यह रेखा लहरनुमा है तो इसका अर्थ है कि आपकी संतान का स्वास्थ्य अच्छा नहीं रहेगा। अगर संतान रेखा में से कोई एक रेखा अधिक लंबी है तो इसका अर्थ है कि आपके लिए कोई एक संतान अधिक महत्वपूर्ण होगी। संतान रेखा में अगर किसी तरह का क्रोस है तो गर्भपात हो सकता है।

इस रेखा से संतान के बारे में और भी बहुत कुछ पता किया जा सकता है। इसके बारे में और विस्तार से जानने के लिए आप हमारे विशेषज्ञ ज्योतिषी से बात कर सकते हैं।


Previous
Astrological tips for Board Exam 2020: परीक्षा में बेहतर परिणाम के लिए राशि के अनुसार करें ये उपाय

Next
ज्योतिष और अवसाद: हर आह का जवाब मिलेगा यहां