रजनीकांत को अपने चुनावी सफर में मिलेगी - रिकार्ड तोड़ सफलता
By: Future Point | 02-Jan-2018
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कहने को तो रजनीकांत दक्षिणी फिल्मों के सुपर स्टार हैं, लेकिन सही मायने में ये पूरे भारत के सबसे लोकप्रिय सुपर स्टार हैं। इनका नाम किसी परिचय का मोहताज नहीं। यह एक ऐसा नाम है, जिससे आज शायद ही कोई अनजान हों, रजनीकांत अपने आप में ही एक पहचान हैं। पूरे विश्व में रजनीकांत के नाम से मशहूर इस सुपर स्टार का वास्तविक नाम शिवाजी राव गायकवाड हैं। रजनीकांत की शोहरत का यह आलम है कि इनकी जीवन पर आधारित सीबीएससी ने एक पाठ भी छात्रों के पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाया है। कहते है कि रजनीकांत के फैन्स पर इनकी दीवानगी सिर चढ़ कर बोलती हैं। इनकी फिल्में रिलीज़ के समय सुबह 3 बजे का समय भी ले लिया जाता है, स्कूल, कालेजों की छुट्टियां कर दी जाती है। गजब की लोकप्रियता रजनीकांत को मिली हुई है। रजनीकांत के जीवन का उदाहरण फर्श से अर्श तक जाने का सबसे अच्छा उदाहरण है। इससे पहले भी जमीन से आसमान को छूने की कहानियां वास्तविक रुप लेती रही हैं और आगे भी लेती रहेंगी। लेकिन अपार सफलता अर्जित करने वाले रजनीकांत की कहानी किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं हैं।
एक मामूली कारपेंटर से अपने करियर की शुरुआत, फिर कुलीगीरी, कंडेक्टर और विश्व से सबसे लोकप्रिय सुपर स्टार बनने की यात्रा में इन्होंने एक बार जो आगे बढ़ना शुरु किया, फिर कभी पीछे मुड़्कर नहीं देखा। अपने फिल्मी करियर में इन्होंने अनेक अवार्ड प्राप्त किये, जिसमें इन्हें बेशुमार शोहरत, दौलत और मान-सम्मान मिला। यहां तक कि एक मंदिर भी इनके नाम से बनाया गया है। जिसमें इनकी बाकायदा पूजा भी होती है। लाखों करोड़ो प्रशंसकों के दिलों में इनकी अमिट छाप है। इसी श्रंखला को आगे बढ़ाते हुए एक बार फिर से 67 वर्ष की आयु में रजनीकांत अपने करियर को एक नई दिशा दे रहे हैं या यूं कहें कि एक नया सफर शुरु कर रहे हैं। इस बार इन्होंने अपनी योग्यता सिद्ध करने के लिए राजनीति के क्षेत्र का चयन किया है।
31 दिसम्बर 2017 की रात्रि को रजनीकांत ने ऐलान किया कि वे राजनीति में कदम रख रहे हैं। इस समय इन्होंने अपनी एक नई राजनैतिक पार्टी बनाने का भी ऐलान कर दिया। मई २०१८ में होने वाले विधानसभा चुनाव लड़ने की बात इन्होंने कही। दक्षिण भारत की राजनीति में जयललिता के निधन के बाद काफी कुछ शांत हो गया था। कोई मजबूत और लोकप्रिय चेहरा दिखाई नहीं दे रहा था। जिसकी कमी भी महसूस की जा रही थी, इसी कमी को रजनीकांत अपनी लोकप्रियता से पूरा करेंगे। उनके इस ऐलान को कुछ राजनैतिक पार्टियों ने स्वागत किया है तो कुछ ने सेहत कारणों को लेकर इनकी आलोचना करनी शुरु कर दी हैं।
आज हम इनकी कुंडली से इनके राजनैतिक सफर का कुंडली विश्लेषण कर बताने जा रहे हैं कि इनका यह सफर कैसा रहेगा। जैसा कि इन्हें अब तक सफलता मिलती रही है, कुछ ऐसी ही सफलता इन्हें अपने इस नए करियर में भी मिलेगी या राजनीति में आने का इनका फैसला गलत साबित होगा।
कुंडली विश्लेषण
रजनीकांत की कुंडली सिंह लग्न, मकर राशि की हैं। 26 जनवरी 2017 से इनकी जन्मराशि पर शनि की साढ़ेसाती प्रभावी है। यदि बात करें वर्तमान द्शा की तो इस समय इनकी कुंडली पर जनवरी, 1999 से जनवरी 2018 तक के मध्य शनि की महादशा चल रही थी। 19 जनवरी 2018 से बुध महादशा का प्रभाव शुरु हो जाएगा। बुध इनकी कुंडली में आयेश और धनेश है। पंचम भाव में कर्मेश शुक्र के साथ युति संबंध में हैं। अन्य किसी शुभ/अशुभ ग्रह के प्रभाव से मुक्त है। यहां से आयेश बुध अपने भाव से दृष्टि देकर उसे बली कर रहे हैं। कर्मेश और आयेश दो शुभ ग्रहों का एकादश भाव को देखना उन्नति, सफलता और जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में शोहरत के साथ साथ इन्हें लाखों करोड़ों फैंस का स्नेह भी इन्हें दे रहे हैं। इनकी कुंडली में चक्रवर्ती राजयोग का निर्माण हो रहा है। जो इन्हें प्रसिद्धि, सम्मानित, देश विदेशों में प्रतिष्ठा, और अपने क्षेत्र में सर्वोच्च पद दे रहा हैं।
12/12/1950, 23:49, Banglore
रिकार्ड तोड़ सफलता मिलेगी
इस समय गोचर में शनि इनके पंचम भाव पर गोचरस्थ हैं। यहां से शनि एकादश भाव, सप्तम भाव और धन भाव में स्थिति जन्म शनि को दृष्टि दे रहे हैं। इसके अलावा गुरु इनके पराक्रम भाव पर गोचर कर भाग्य और एकादश भाव को शुभ आशीर्वाद दे रहे हैं। इस समय राहू इनके द्वादश भाव पर हैं। राहु की स्थिति इन्हें स्वास्थ्य में कमी और शारीरिक अनियमितता दे रही हैं। जन्मकुंडली में आयु कारक शनि, आयु भाव को देख लम्बी आयु और लम्बी आयु तक कार्य करने की शक्ति इन्हें दे रहे हैं। 2018 के साथ ही 19 साल की शनि की बड़ी महादशा का प्रभाव समाप्त हुआ है। गुरु और शनि की महादशाओं ने इन्हें सफलता की ऊंचाईयां दी। एक मामूली कंडेक्टर को एक सफल अभिनेता बना दिया। विचारणीय तथ्य यह है कि जनवरी मध्य से शुरु होने वाली बुध की महादशा भी इनके आय भाव से संबंधित होने के कारण और सभी बड़े ग्रहों के योग, दशा और गोचर का सीधा संबंध आय भाव से आने के कारण सफलता और रिकार्ड सफलता प्राप्त होने के प्रबल संकेत मिल रहे हैं।