पॉजिटिव सोच, धन सेविंग और वास्तु टिप्स

By: Future Point | 15-Jan-2019
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पॉजिटिव सोच, धन सेविंग और वास्तु टिप्स

किसी विद्वान ने एक बार कहा था कि “आप जैसा सोचते है, आप वैसे ही बन जाते हैं” यूं तो परिवार में सबकी सोच सकारात्मक होनी चाहिए। विशेष रुप से घर की महिलाओं की, क्योंकि महिलाएं परिवार की धुरी होती हैं। घर की सभी गतिविधियां, क्रियाएं घर की महिलाओं के चारों ओर घूमती है। घर की बड़ी महिला यदि स्वयं पॉजिटिव रहती हैं तो वह घर के सभी सदस्यों को अपने जैसा बना सकती है। आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में जिसे देखो तनाव में हैं, सभी के पास समय कम हैं और कार्यों की अधिकता है।

यही वजह है कि स्वयं को स्फूर्तिवान, ऊर्जायुक्त और जोश से भरा बनाए रखने के लिए और अपने को तनावरहित रखने के लिए सोच को पाजीटिव रखना आवश्यक है। पहली बार सुनने में लगता है कि आशावादी रहना बहुत मुश्किल कार्य हैं, किंतु ऐसा नहीं है, बहुत सहज हैं, अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में छोटी-छोटी बातों को अपने जीवन में उतार कर घर की महिलाएं पॉजिटिव रहते हुए अपनी जिम्मेदारियों को पूरा कर सकती है। एक बार कोशिश करके देखिए यह मुश्किल सा दिखने वाला काम आपको सरल लगेगा। आप यह किस प्रकार कर सकती हैं, आईये जानें-

थैंक यूं बोलने की आदत डालें


जीवन में सुख का समय चल रहा हों या दु:ख का। समय कैसा भी हों, प्रतिदिन सुबह अपने इष्ट देव का दर्शन-पूजन करने के बाद अपने जीवन, खुशियों के लिए थैंक यूं बोलिए। बहुत अधिक नहीं तो दिन में कम से कम तीन बार ऐसा जरुर करें। अपने जीवन की तीन बातें लिखकर, इसके लिए अपने देव को धन्यवाद करने का स्वभाव बनाएं। हम जो दूसरों को देते है वही लौट कर हमारे पास आता है। थैंक यूं बोलने से खुशियां दौगुणी होकर वापस आती है।

फेस को स्माईली से सजायें


यदि एक स्माईल आपकी सेल्फी को सुंदर बना सकती हैं तो जरा सोचिए कि आपका हंसता-मुस्कुराता चेहरा क्या आपका दिन नहीं बना सकता। मुस्कुराहट देने में कंजूसी ना करें। जिससे मिलें खुलकर मुस्कुराते हुए सबका स्वागत करें। घर हों या आफिस सबको आगे बढ़कर सहयोग करें, फिर भी स्वयं की कार्य अधूरे रह जायें ऐसा बिल्कुल ना करें। अपनी सहूलियत के हिसाब से ही सहयोग करना चाहिए। घर से बाहर जब भी हों अपने आसपास के लोगों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए, आगे बढ़े। छोटी-छोटी बातों के लिए धन्यवाद बोलने की आदत आपको तो खुश रखेगी ही, दूसरों को भी उत्साह देगी।

हंसना है बेस्ट थैरेपी


एक हंसी सौ रोगों को दूर करती है। विज्ञान कहता है कि जब हम हंसते हैं तो हमारे दिमाग की ग्रंथियों से कुछ ऐसे एंजाइम बाहर निकलते हैं जो हमें तनावमुक्त रखने में सहयोग करते हैं। हंसना एक चमत्कारी दवा का कार्य करता है। आयुर्वेद की लाफ्टर थैरेपी भी यही काम करती है। हंसने के लिए अपने मनपसंद काम करें, चाहें तो मित्रों से पुरानी यादें ताजा करें और चाहे तो कोई कॉमेडी सीरियल देख मन बहलायें। तरीका कोई भी हों, मतलब खुश रहने और हंसते रहने से है।

शिकायत करने से बचें


बार बार शिकायत करना, नेगेटिव होने की निशानी है। हम महिलाएं इस आदत की सबसे जल्दी शिकार होती हैं। छोटी छोटी बातों पर अधिक सोचना और मौका मिलते ही शिकायतें करना शुरु कर देना, उनके नेचर में चाहे-अनचाहे आ ही जाता है। अपनी इस आदत को विराम देते हुए हमें शिकायत करने से बचना होगा। इससे जल्द ही हम अपना नजरिया बदल सकती है। इसे पॉजिटिव रहने की पहली सीढ़ी भी कहा जा सकता है।

अपने को समय देने की आदत


आप सबका ध्यान रखती हैं, सिवाय अपने। सबकी खुशियों का ख्याल रखती हैं, कुछ समय अपने आप को भी दें। आप को क्या अच्छा लगता हैं, आप क्या चाहती है। याद कीजिए अपने स्कूल-कॉलेज के दिनों को मस्ती में कैसे सबका मूड आप एक मिनट में ठीक कर देती थी। गाना हों या गुनगुनाना या कोई खेल जो आपकी पसंद हों उसे समय दें। आप देखेंगी कि आप नई ऊर्जा से भर गई है।

ईश्वर में भरोसा बनाए रखें


अपनी सोच को पॉजिटिव रखने और जीवन के हर पल का आनंद लेकर जीने के लिए यह आवश्यक है कि आप ईश्वरीय शक्ति पर अपना भरोसा कम न करें। यह मानकर चलिए कि अपना 100 % देना आपके हाथ में हैं परन्तु 100 % फल पाना आपके हाथ में नहीं है। अपनी पूरी मेहनत करने के बाद बाकि सब ईश्वर पर छोड़ दीजिए। सोच बदल कर आप अपनी जीवन शैली को बदल सकती है।

सेहत बहुत बड़ी नीधि है, इसके सामने बड़े से बड़ा धन कोई मायने नहीं रखता। हम कई बार देखती हैं कि हम बहुत मेहनत करके धन कमाते हैं परन्तु वह कब घर में आया और कब चला गया। हमें पता हीं नहीं चलता। मनी सेविंग करने में दिक्कतों का सामना हम सभी को जीवन में कभी न कभी करना ही पड़ता है। ज्योतिष और वास्तु शास्त्र में ऐसे कुछ टिप्स के बारे में बताया गया है जिन्हें अपनाकर हम अपने धन को बचा सकती हैं। इन टिप्स से ग्रहों की अशुभता दूर होती हैं और ग्रहों की शुभता में वृद्धि होती हैं। यह किस प्रकार संभव हैं आईये जानें-

  • घर आये मेहमानों को साफ बर्तन में पानी पिलाना चाहिए। इससे राहु ग्रह की अशुभता दूर होती है और व्यर्थ के विषयों पर व्यय होने से बचाव होता है।
  • परिवार के सदस्यों को यह आदत डालें कि खाना खाने के बाद झूठे बर्तन को उठाकर साफ करने के स्थान पर रखें। वरना धन आगमन में बाधाएं आती हैं और पैसों की बचत नहीं हो पाती है। यह उपाय करने से चंद्र और शनि की शांति होती है।
  • घर में पेड़-पौधे लगाकर उनकी देखभाल करना एक ओर जहां समय बिताने का बेस्ट उपाय हैं वही इससे बुध, सूर्य व चंद्र की शुभता को बल मिलता है। यह घर की नेगेटिव एनर्जी को भी कम करता है।
  • घर में या घर के आसपास थूकते रहने की आदत भी ग्रह दोष बढ़ाती है। इस तरह की आदतों को जल्द से जल्द छोड़ देना चाहिए या इनमें समय रहते बदलाव करना चाहिए। इससे भी शनि ग्रह की शांति होती है।
  • बाहर से जब भी घर वापस आयें तो जूते या चप्पल आदि को इधर-उधर घर में उतारने की जगह, घर में एक निश्चित जगह पर उन्हें रखें। इससे शनि ग्रह के दोष दूर होंगे। ईशान कोण में इन्हें कभी न रखें।
  • ऑफिस से अन्य दिन भर के काम को करने के बाद जब भी घर जायें तो खाली हाथ घर जाने की जगह कुछ न कुछ घर के बच्चों व बुजुर्गों के लिए लेती जायें। इससे शुक्र ग्रह को शुभता मिलेगी।
  • खाना खाते समय कभी भी झूठन ना छोड़े। आप और आपका परिवार जब ऐसा करता है तो नवग्रहों की शांति होती है।

वास्तु शास्त्र इस धन सेविंग के बारे में क्या कहता हैं। एक नजर आईये इस पर भी डालते हैं-

दिशानुसार धन टिप्स


  • घर में पैसों को बचाने के लिए यह आवश्यक है कि घर का धन रखने के लिए उत्तर दिशा के स्थान को चुनना चाहिए। एक बार यह करके देखे। यह दिशा धन के देवता कुबेर जी की दिशा है। यहां के कमरे में गल्ला, तिजोरी व पैसे रखने के लिए अलमारी रख सकती है।
  • यदि किसी कारणवश यह संभव ना हो तो घर के जिस भी जगह पर आप अपने पैसे रखती हैं वहां का स्थान साफ-सुंदर होना चाहिए। किसी भी तरह की गंदगी उसके पास नहीं होनी चाहिए।
  • ईशान कोण (उत्तर-पूर्व) में पूजा घर बनाना और उत्तर दिशा में धन रखना एक ओर जहां मनी सेविंग करने में सहयोग करता हैं। वहीं दूसरी ओर इससे घर की महिलाओं की सेहत भी अच्छी रहती है।
  • महालक्ष्मी और श्री विष्णु जी का प्रतिदिन पूजन दर्शन करने से धन की बचत होती है। सोमवार का व्रत करने से चंद्र देव की शुभता से धन संचय सहज होता है।
  • सायंकाल में घर के मंदिर में दीपक जलाकर आरती करना धन सेविंग कराता है।
  • संभव हो तो महालक्ष्मी यंत्र की स्थापना कर पूजन करें।

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