Mangal rashi Parivartan 2022: वृष राशि में मंगल के गोचर का ज्योतिषीय आकलन
By: Future Point | 16-Aug-2022
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वैदिक ज्योतिष के अनुसार मंगल ग्रह को स्वभाव से पुरुषवादी अग्नितत्व का उग्र ग्रह माना जाता है। मंगल ग्रह का रंग लाल होता है जिसे क्रोध से भी दर्शाया जाता है। ज्योतिष के अनुसार मंगल ग्रह आत्मविश्वास, साहस, ऊर्जा, योद्धा का कारक है। साथ ही मंगल मेष और वृश्चिक राशि का स्वामी है। मकर राशि इसकी उच्च राशि और कर्क राशि नीच है।
व्यक्ति की कुंडली में मंगल ग्रह किस स्थिति में मौजूद है उसके आधार पर यह अनुकूल और प्रतिकूल दोनों ही तरह के परिणाम प्रदान करने के लिए जाना जाता है। यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में मंगल ग्रह शुभ स्थिति में स्थित है तो इससे जातक को जीवन में धन, समृद्धि और करियर और पेशेवर जीवन में अच्छी स्थिति प्राप्त होती है ऐसे जातक मानसिक रूप से सक्रिय, शारीरिक रुप से बलवान और महत्वाकांक्षी के साथ-साथ दृढ़-निश्चयी होते हैं। वहीं इसके विपरीत, जिन लोगों की कुंडली में मंगल ग्रह शुभ स्थिति में नहीं होता है वह स्वभाव में अभिमानी और ईर्ष्यालु स्वभाव के हो सकते हैं।
कुंडली में मंगल छोटे भाई-बहनों का प्रतीक होता है। यह मृगशिरा, चित्रा और धनिष्ठा नक्षत्र का स्वामी है। वहीं काल पुरुष कुंडली के अनुसार यह लग्न और अष्टम भाव का अधिपति है। अगर किसी जातक की कुंडली में मंगल शुभ और मजबूत स्थिति में हो तो यह उस जातक को कई तरह से सकारात्मक परिणाम देता है। इसके शुभ प्रभाव से जातक की पर्सनैलिटी आकर्षक, नेतृत्व क्षमता और साहस में वृद्धि होती है। मंगल के प्रभाव वाला जातक स्वतंत्र विचारों वाला होता है। जातक का व्यक्तित्व बेहद प्रभावशाली होता है।
एक राशि में मंगल ग्रह तकरीबन 45 दिनों तक रहता है। उग्र ग्रह मंगल 10 अगस्त 2022 को रात 21 बजकर 10 मिनट पर वृष राशि में गोचर करेगा। इसके बाद 16 अक्टूबर 2022 तक वह इसी राशि में स्थित रहेगा। मंगल ग्रह के इस गोचर का सभी 12 राशियों के जातकों के जीवन पर अलग-अलग प्रभाव पड़ेगा।
मेष राशि -
आपकी राशि से मंगल का गोचर दूसरे भाव में होगा। ज्योतिष में दूसरे भाव से धन, परिवार, प्रारंभिक शिक्षा, बाल्यकाल, वाणी आदि के बारे में विचार किया जाता है। इस गोचर के दौरान, आप अत्यधिक आक्रामकता महसूस कर सकते हैं जो आपके परिवार के सदस्य, मित्र मंडली और सहकर्मियों आदि सहित आपके आस-पास के व्यक्ति के साथ भी संबंध खराब कर सकता है। मंगल का यह गोचर आपके लिए शुभ है। आप कुछ धन अर्जित करने में सक्षम होंगे। परंतु बावजूद इसके आपको शुरुआत से ही अपने धन या निवेश को लेकर बहुत सावधान रहने की ज़रूरत होगी। अनदेखी समस्याओं के कारण विवाह में देरी हो सकती है। अपने रिश्ते को सम्मान और प्यार से संभालने की कोशिश करें। जो लोग शिक्षा या पेशेवर जीवन के लिए विदेश जाना चाह रहे हैं, उन्हें यह जानकर खुशी होगी कि सब कुछ उनके पक्ष में है। आपके रोमांटिक जीवन में आपका साथी या जीवनसाथी भरपूर साथ देगा। हालांकि, आपको अपने स्वास्थ्य को लेकर सतर्क रहने की आवश्यकता है।
उपाय - नित्य हनुमान चालीसा का पाठ करें।
वृष राशि -
मंगल आपके लग्न या प्रथम भाव में गोचर करेगा। प्रथम भाव स्वभाव, स्वयं, व्यक्तित्व और चरित्र को दर्शाता है। ऐसे में इस गोचर के दौरान आप अपने व्यवहार में कई बदलाव महसूस करेंगे। इस समय आप अपने आप को एक नई दिशा में ले जाने के लिए प्रोत्साहित करेंगे और आप अपने लेखन, बोलने और संचार कौशल को बेहतर बनाने पर ध्यान केंद्रित करेंगे। इस दौरान आप अच्छी तार्किक शक्ति और बुद्धि से लैस होंगे, यह समय आपको कई स्थितियों के बारे में अधिक जानकारी देगा। आप सफलता पाने के लिए अग्रसर हैं, जबकि भावनात्मक रूप से आप अधिक मजबूत होना सीखेंगे। आपको किसी दूसरी कंपनी से अच्छा ऑफर मिल सकता है। यदि आप साझेदारी में काम कर रहे हैं, तो आप अपने व्यावसायिक भागीदार के कारण लाभ प्राप्त करेंगे।
उपाय - शुक्रवार के दिन 11 वर्ष से छोटी कन्याओं को सफेद रंग की मिठाई, चावल की खीर, मिश्री या फिर बताशे खिलायें और उनके पैर छूकर उनसे आशीर्वाद लें।
मिथुन राशि -
मंगल का गोचर आपकी राशि से बारहवें भाव में होगा। कुंडली में यह भाव आपके सुख, अनिद्रा, विदेश मामले और यात्रा से संबंधित होता है। ऐसे में मंगल का ये गोचर आपके लिए बहुत अधिक अनुकूल नहीं रहने वाला है। क्योंकि इस दौरान आपको अपने प्रयासों में असफलता मिलेगी, जिससे आप कुछ असंतुष्टि महसूस कर सकते हैं।आपके विरोधी और प्रतियोगी भी इस समय सक्रिय होंगे और वे लगातार आप पर दबाव बनाते हुए, आपकी छवि खराब करने की कोशिश करते दिखाई देंगे। आपके आक्रामक रवैये के कारण विवाहित जोड़ों को कुछ गलतफहमी हो सकती है जिससे वैवाहिक जीवन में असामंजस्य पैदा हो सकता है। आपको विदेश यात्रा या बसने का भी मौका मिल सकता है। इस गोचर के दौरान आपको चुनौतियों और बाधाओं का सामना करना पड़ेगा और संभावना है कि देरी और भ्रम पैदा हो सकता है। खुद पर भरोसा करने और आत्मविश्वासी रहने की सलाह दी जाती है।
उपाय - बधामुक्ति यंत्र की स्थापना करें और प्रतिदिन पूजा करें।
कर्क राशि -
मंगल का गोचर आपकी राशि से ग्यारहवें भाव में होगा। कुंडली में ग्यारहवाँ भाव आय और लाभ को दर्शाता है। आप कार्यक्षेत्र पर अपने सहकर्मियों के साथ अच्छे संबंधों का आनंद लेते हुए बेहतर समय बिताएंगे। यदि आपकी पदोन्नति अभी तक किसी कारणवश लंबित थी तो यही वह समय है जब आपको अपनी मेहनत का फल मिल सकेगा। व्यापार से जुड़े जातकों के लिए भी समय विशेष फलदायी रहने वाला है। वहीं आर्थिक जीवन में भी आप खुद को पहले से अधिक तनावमुक्त पाएंगे। परन्तु बावजूद इसके आपको अपनी आर्थिक स्थिति को और अधिक मजबूत करने के लिए निरंतर मेहनत करने की और अपनी आमदनी के अतिरिक्त स्रोतों को बढ़ाने की ज़रूरत होगी। हालांकि कुछ जातकों को इस दौरान किसी प्रकार की अचल संपत्ति से लाभ मिलने के योग भी बन रहे हैं। जिससे आपकी आय में वृद्धि तो होगी ही, साथ ही आप अपने शत्रुओं पर भी विजय प्राप्त करने में सफल रहेंगे।
उपाय - पूजा के स्थान पर नर्मदेश्वर शिव लिंग की स्थापना करें और उसे प्रतिदिन दूध अर्पित करें।
सिंह राशि -
इस गोचर के दौरान मंगल देव आपके करियर और व्यवसाय के दशम भाव में विराजमान होंगे। मंगल का यह गोचरकाल करियर के लिहाज से आपको अनुकूल फल देगा। क्योंकि इस दौरान आपको खुद को साबित करने के कई अच्छे मौके मिलेंगे। यह वो समय होगा जब आप कुछ ऐसा करने में सक्षम होंगे, जिससे आप अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन देते हुए दूसरों के सामने उदाहरण पेश करेंगे। इस अवधि में अचानक लाभ मिलने की संभावना है, जो आपकी वित्तीय पृष्ठभूमि को मजबूत करेगा। आप आर्थिक रूप से अधिक स्वतंत्र होंगे और धन की बचत करेंगे। इसके बाद आपका आध्यात्मिक विषय की ओर रुझान बढ़ेगा। आप आध्यात्मिक गतिविधियों में सक्रिय रूप से भाग ले सकते हैं। आपको इस दौरान अनावश्यक यात्रा से बचना चाहिए और यात्रा के दौरान बहुत सावधान रहने की आवश्यता है। वाहन चलाते समय ट्रैफिक नियमों का पालन करें। यदि अधिक ज़रुरी न हो तो यात्रा करने से बचें।
उपाय - आर्थिक समृद्धि के लिए अपने घर में शिव का रुद्राभिषेक करें।
कन्या राशि -
मंगल आपकी राशि से नवम भाव में गोचर करेगा। कुंडली में यह भाव भाग्य, धर्म और पिता के बारे में बताता है। यह अवधि आपके आर्थिक जीवन के लिए अनुकूल रहेगी। क्योंकि इस दौरान आपकी आय में वृद्धि होगी और आप नए स्रोत बनाने में सफल होगी, जिससे आपको काफी हद तक अपनी सभी प्रकार की धन से जुड़ी समस्याओं से निजात मिल सकेगी। ये समय रियल एस्टेट व भूमि से जुड़े मामलों में भी विशेष सफलता देगा। हालांकि करियर के लिहाज से आपको शुरुआत से ही अपने शत्रुओं के प्रति सतर्कता बरतने की सलाह दी जाती है। क्योंकि ये वो समय होगा जब आपके विरोधी सक्रिय होंगे और लगातार आपकी छवि को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करते रहेंगे। इस गोचरकाल के दौरान आपका अपने पिता के साथ तर्क-वितर्क या गलतफहमी होने की आशंका है। साथ ही आपके पिता को कुछ स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का भी सामना करना पड़ सकता है। वहीं प्रेम संबंधों को देखें तो कुछ जातक किसी ख़ास व्यक्ति या प्रेमी के साथ किसी लंबी दूरी की यात्रा पर जाने की योजना भी बना सकते हैं।
उपाय - गोपाल सहस्रनाम का जाप करें। इससे कार्यक्षेत्र में आ रही बाधाओं से मिलेगी मुक्ति।
तुला राशि -
मंगल का गोचर आपकी राशि से अष्टम भाव में होगा। कुंडली में अष्टम भाव आकस्मिक चीज़ों के विषय में बताता है। ज्योतिष में इसे आयुर्भाव भी कहते हैं। इस गोचर के दौरान आपको अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। आप यह भी महसूस कर सकते हैं कि जो लोग आपको समृद्ध नहीं देखना चाहते हैं, वे आपके खिलाफ योजना बना रहे हैं और साजिश रच रहे हैं। हो सकता है कि आपके परिवार के सदस्य आपको ठीक से न समझें और कड़ी मेहनत करने के बावजूद खराब प्रदर्शन के कारण आप किसी के अधीर रहें। यह बदले में बेचैनी पैदा कर सकता है। इस दौरान आपके लिए जरूरी है कि आप अपने काम पर ध्यान दें और अपनी सेहत का भी ध्यान रखें। विवाहित जोड़ों को रिश्ते में खुशी की कमी महसूस हो सकती है और आपको अपने साथी से मन चाही प्रतिक्रिया नहीं मिलेगी। जितना हो सके मृदुभाषी और परिपक्व बनने की कोशिश करें।
उपाय - ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे। मंत्र का जाप करें।
वृश्चिक राशि -
वृश्चिक राशि के लिए मंगल साझेदारी और विवाह के सप्तम भाव में गोचर कर रहा है। यह भाव जीवनसाथी, व्यवसाय, साझेदारी और विदेशी संबंधों से संबंधित होता है। ऐसे में जहाँ वो लोग जो व्यापार या साझेदारी के व्यवसाय में हैं, उन्हें इस अवधि में लाभ की प्राप्ति होगी और जो नौकरी पेशा हैं उन्हें ये गोचर अपने कार्यालय में पदोन्नति देने के योग बनाएगा। बावजूद इसके आपको कार्यस्थल पर कुछ छोटी-मोटी समस्याएं हो सकती हैं, जिससे आपका पेशेवर जीवन थोड़ा प्रभावित होगा। इसलिए आपको इस दौरान सबसे अधिक धैर्य बरतने की आवश्यकता होगी, अन्यथा आप अपने सहकर्मियों के साथ किसी प्रकार के झगड़े में पड़ सकते हैं। इसके अलावा आर्थिक जीवन में आपको ये गोचर किसी निवेश से लाभ होने की संभावना बनाएगा। जिसके परिणामस्वरूप आपका कही लंबे समय से अटका हुआ धन आपको पुनः वापस मिल सकेगा।जीवनसाथी सहित अन्य लोगों के साथ व्यवहार करने के लिए यह अवधि बहुत अनुकूल नहीं है। आपका अहंकारी रवैया संबंधों को खराब कर सकता है।
उपाय - घर में श्रीयंत्र स्थापित करें और उसके सामने घी का दीपक जलाएं।
धनु राशि -
इस गोचर के दौरान मंगल आपकी राशि से छठे भाव में विराजमान होंगे जो ऋण, शत्रु, स्वास्थ्य, व्यवसाय और कठिन परिश्रम से संबंधित होता है। ऐसे में मंगल का यह गोचर आपके लिए अनुकूल साबित होगा। क्योंकि इस दौरान किसी भी समस्या के बावजूद आप अधिक ऊर्जावान और उत्साहित दिखाई देंगे। आपके मन में कई नए विचारों की उन्नति होगी और अतीत में की गई मेहनत व प्रयास आपको इस गोचर के दौरान पुरस्कृत परिणाम देने का कार्य करेंगे। यदि कोई रुका हुआ धन है तो इस गोचर की अवधि के दौरान वो आपको वापस मिलेगा। वहीं इस समय कार्यक्षेत्र पर, फिर चाहे आप नौकरी करते हो या बिजनेस से जुड़े हो आपके द्वारा किए गए सभी प्रयास सफल होंगे और इससे आपकी उन्नति व विकास भी होगा। जिन जातक का कोई केस कोर्ट में चल रहा था तो उससे भी आपको निकलने में मंगल देव मदद करने वाले हैं। इस समय आपकी रुचि धार्मिक गतिविधियों की ओर अधिक होगी। स्वास्थ्य के लिहाज़ से ये गोचर आपको अच्छा व स्वस्थ जीवन देगा। परंतु आप बीच-बीच में कुछ मामूली संक्रमण से पीड़ित हो सकते हैं। इसलिए अपनी सेहत के प्रति भी पहले से अधिक सावधानी बरतें।
उपाय - प्रत्येक मंगलवार तथा बृहस्पतिवार को पीपल वृक्ष को जल चढ़ा कर उसकी पूजा करें।
मकर राशि -
इस गोचर के दौरान मंगल आपकी राशि से पंचम भाव में विराजमान होंगे जो बुद्धि, विद्या, प्रेम संबंध और संतान को दर्शाता है। साथ ही ये अवधि कार्यस्थल पर आपको अतिरिक्त सतर्क रहने की ओर भी इशारा कर रही है। क्योंकि आशंका अधिक है कि आपको कार्यस्थल पर अन्य लोगों के षड्यंत्र के कारण समस्या हो। आर्थिक जीवन में भी यूँ तो आपकी स्थिति में सुधार होना शुरू हो जाएगा। परंतु बावजूद इसके यदि आप पर कोई कर्ज या ऋण लेना चाहते है तो आपको उसे चुकाना इस समय ख़ासा मुश्किल रहेगा। इस गोचरकाल के दौरान आपको किसी भी तरह के सट्टे बाज़ार या स्टॉक मार्किट में निवेश करने से भी बचना चाहिए, अन्यथा आपको भारी नुकसान संभव है। यदि आप प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं, तो उसमे सफल होने की संभावना अधिक है। आप अपने पेशेवर जीवन में नए अवसरों को प्राप्त करेंगे। आपको एक नई टीम का नेतृत्व करने या कार्यक्षेत्र का प्रबंधन करने का अवसर मिल सकता है। किसी भी तरह से, यह अवसर आपके करियर के लिए एक मील का पत्थर साबित हो सकता है। आपके अच्छे विचारों की लोग बहुत प्रशंसा करेंगे। इससे समाज में आपकी प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी।
उपाय - तामसिक वस्तुओं का सेवन न करें और अनैतिक कार्यों से बचें।
कुम्भ राशि -
मंगल ग्रह आपकी राशि से चौथे भाव में गोचर करेगा। यह भाव आपके सुख, परिवार, माता, वाहन और प्रॉपर्टी का कारक होता है। ये अवधि आपको अपने सभी बड़े कार्यों को पूरा करने में सफल बनाएगी और साथ ही आप अपने मित्रों और परिवार के सदस्यों का भरपूर सहयोग भी हासिल करने में सक्षम होंगे। इस गोचर काल के दौरान पेशेवर और व्यावसायिक जीवन में चीजें आपके पक्ष में आने लगेंगी। यदि आप नई कार खरीद रहे हों तो यह एक शुभ समय है। आपको कई निवेशों में लाभ प्राप्त होगा। छात्रों के लिए संभावना है कि आपको अपने रास्ते में कुछ बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है इसलिए आपको नए पाठ्यक्रम में शामिल होने या नई डिग्री हासिल करने से बचना चाहिए। जातक का स्वास्थ्य औसत रहेगा, लेकिन आप शारीरिक और मानसिक रूप से थका हुआ महसूस कर सकते हैं। इसलिए आपको अनावश्यक तनाव से बचने और फिटनेस के लिए व्यायाम करने की आवश्यकता है।
उपाय - शनिवार के दिन काली उड़द और सरसों के तेल का दान करें।
मीन राशि -
मंगल आपकी राशि से तीसरे भाव में गोचर करेगा। यह भाव साहस और भाई-बहन का प्रतिनिधित्व करता है। मंगल का गोचर आपके लिए उत्साहवर्धक साबित होगा और यह आपके लिए फायदेमंद भी साबित हो सकता है। आपका रचनात्मक दृष्टिकोण इस माह सकारात्मक परिणाम लेकर आएगा। यह वह महीना है जब आप में से कुछ के मन में अपने करियर और वित्तीय स्थिति को मजबूत बनाने के लिए कुछ आविष्कारशील विचार आ सकते हैं। आर्थिक रूप से यह अवधि आपको अच्छे परिणाम देगी और आप अपने सभी प्रयासों में प्रगति करेंगे। निजी तौर पर आपकी मुख्य चिंता आपका जीवनसाथी होगा। आपको अपने रिश्ते में समस्याओं का सामना करना पड़ेगा और यदि कोई ऋण है तो आप तनाव में आ सकते हैं, लेकिन यह अवधि जल्द ही समाप्त हो जाएगी। किसी भी उपकरण का उपयोग करते समय सतर्क और सावधान रहें। वैवाहिक जीवन में आपके पारिवारिक संबंध मधुर रहेंगे और अपनों के साथ छोटी यात्रा पर जा सकते हैं। इस गोचर के दौरान शैक्षणिक प्रगति में सुधार होगा और आप एक नए पाठ्यक्रम का भी आनंद ले सकते हैं। इस दौरान पिछले कुछ स्वास्थ्य मुद्दे ठीक होने लगेंगे और आपको राहत मिलेगी।
उपाय - शिव चालीसा का जाप करें और रुद्राक्ष की माला धारण करें।