Grah Gochar 2025: अगस्त में बनेगा गजलक्ष्मी और लक्ष्मी नारायण राजयोग, इन पाँच राशियों पर होगी धनवर्षा और तरक्की
By: Future Point | 31-Jul-2025
Views : 52
साल 2025 ज्योतिषीय दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इस वर्ष अगस्त 2025 में ग्रहों की स्थिति एक विशेष प्रकार का संयोग बना रही है, जिसे गजलक्ष्मी योग और लक्ष्मी नारायण राजयोग कहा जाता है। ये दोनों योग अत्यंत शुभ, धन-लाभदायक और उन्नति देने वाले माने जाते हैं।
इन योगों का निर्माण खासतौर पर कुछ राशियों के लिए बहुत लाभकारी सिद्ध होगा। उनके जीवन में आर्थिक तरक्की, समाज में प्रतिष्ठा, नौकरी-व्यवसाय में उन्नति, और पारिवारिक सुख-संपन्नता का प्रवेश होगा।
गजलक्ष्मी योग क्या होता है?
गजलक्ष्मी योग तब बनता है जब चंद्रमा और शुक्र एक साथ शुभ स्थिति में हों, विशेष रूप से जब चंद्रमा केंद्र में और शुक्र त्रिकोण में हों या दोनों लग्न में शुभ दृष्टि डाल रहे हों। इस योग के प्रभाव से व्यक्ति को अपार धन की प्राप्ति होती है। स्त्रियों के क्षेत्र से सहयोग और समृद्धि मिलती है और भौतिक सुख-सुविधाओं में वृद्धि होती है।
लक्ष्मी नारायण राजयोग क्या होता है?
यह राजयोग तब बनता है जब बुद्ध (Mercury) और शुक्र (Venus) शुभ भावों में एक साथ या एक-दूसरे की दृष्टि में स्थित होते हैं और कोई पाप ग्रह बाधा न बना रहा हो। इस योग से उच्च पद, सत्ता, आर्थिक स्थिरता, व्यापार में तेजी, मानसिक शांति और शुभ समाचारों की प्राप्ति होती है। कई कार्यों में सफलता और समाज में मान-सम्मान भी बढ़ता है।
अगस्त 2025 में कब बनेगा यह योग?
गजलक्ष्मी योग 26 जुलाई से शुरू होकर 20 अगस्त या 21 अगस्त तक प्रभावी रहेगा।
लक्ष्मी नारायण राजयोग 21 अगस्त 2025 से प्रारंभ होगा और उसके बाद प्रभावित राशियों के लिए सकारात्मक परिणाम लाएगा।
इन तारीखों के दौरान शुक्र, बुध और चंद्रमा की स्थिति बहुत अनुकूल रहेगी, जिससे यह शक्तिशाली योग अस्तित्व में आएंगे।
इन 5 राशियों पर होगा सबसे शुभ प्रभाव
आइए जानते हैं कि ये दोनों योग किन 5 राशियों के लिए विशेष लाभकारी होंगे:
वृषभ राशि
गजलक्ष्मी योग इस राशि के द्वितीय भाव में प्रभाव देगा, जिससे आर्थिक लाभ, वेतन में वृद्धि, और धन संचय की संभावनाएं मजबूत होंगी।
क्या होगा लाभ:
व्यापारियों को अप्रत्याशित मुनाफा
निवेश में लाभ
घर-परिवार में सुख-शांति
बचत और संपत्ति में बढ़ोतरी
क्या करें:
शुक्र से संबंधित चीजों का दान करें — जैसे चांदी, सफेद वस्त्र या शीतल जल।
कर्क राशि
लक्ष्मी नारायण योग इस राशि के दशम भाव को प्रभावित करेगा जो कैरियर, नौकरी और समाजिक स्थिति का प्रतीक है।
क्या होगा लाभ:
प्रमोशन या नई नौकरी
सरकारी क्षेत्र से लाभ
समाज में मान-सम्मान
वरिष्ठ अधिकारियों का सहयोग
क्या करें:
गुरुवार को पीले वस्त्र पहनें और केले के पेड़ की पूजा करें।
सिंह राशि
यह योग सिंह राशि के एकादश भाव में बन रहा है, जो लाभ और इच्छाओं की पूर्ति का घर होता है।
क्या होगा लाभ:
लंबे समय से रुका हुआ धन प्राप्त होगा
कोई बड़ा प्रोजेक्ट हाथ लग सकता है
जीवन में नए स्रोतों से आय
लक्ष्य पूरे होने के संकेत
क्या करें:
हर शुक्रवार माता लक्ष्मी के मंत्र का जाप करें – “ॐ श्रीं महालक्ष्म्यै नमः” 108 बार।
तुला राशि
शुक्र की राशि होने के कारण तुला पर गजलक्ष्मी योग का विशेष प्रभाव रहेगा। भाग्य और धर्म स्थान (नवम भाव) से यह योग तुला राशि को उच्चतर लाभ और आध्यात्मिक सफलता देगा।
क्या होगा लाभ:
विदेश यात्रा या विदेश से लाभ
उच्च शिक्षा में सफलता
गुरुजनों से मार्गदर्शन
धार्मिक और अध्यात्मिक विकास
क्या करें:
गाय को गुड़ और रोटी खिलाएं। किसी वृद्ध या शिक्षक को उपहार दें।
मीन राशि
यह योग इस राशि के सप्तम और पंचम भाव को प्रभाव देगा। यह व्यापार, प्रेम, संतान और साझेदारी के मामलों में शुभ फल देगा।
क्या होगा लाभ:
• प्रेम संबंधों में स्थिरता
• व्यापार में साझेदारी से लाभ
• संतान पक्ष से शुभ समाचार
• क्रिएटिविटी और बुद्धि से नाम कमाएंगे
क्या करें:
हर बुधवार तुलसी में जल अर्पित करें और हरे वस्त्र धारण करें।
अन्य राशियों के लिए क्या संकेत हैं?
बाकी राशियों के लिए भी यह योग नुकसानदायक नहीं हैं, लेकिन अपेक्षाकृत लाभ कम रहेगा। मेष और मकर राशि को मेहनत के बाद फल मिलेगा। धनु और वृश्चिक राशि वालों को संतान या शिक्षा के क्षेत्र में थोड़ी चुनौतियाँ रह सकती हैं। कन्या और कुंभ राशि को निवेश में सावधानी बरतने की जरूरत है।
इन योगों में क्या उपाय करें?
• हर शुक्रवार और बुधवार श्रीसूक्त और लक्ष्मी स्तोत्र का पाठ करें।
• घर में तुलसी के पास दीपक जलाएं।
• किसी निर्धन कन्या को वस्त्र या श्रृंगार सामग्री का दान करें।
• घर के उत्तर-पूर्व कोना साफ-सुथरा रखें, वहां लक्ष्मी यंत्र या चित्र रखें।
• श्री गणेश और माता लक्ष्मी की संयुक्त पूजा करें।
किन क्षेत्रों पर होगा प्रभाव?
इन दोनों योगों का असर केवल आर्थिक रूप से नहीं, बल्कि व्यक्ति के पूरे जीवन पर पड़ता है। मुख्य प्रभाव निम्नलिखित क्षेत्रों में देखने को मिलेगा।
1. आर्थिक लाभ
धन की प्राप्ति, निवेश से लाभ, रुके हुए पैसे वापस मिलना, व्यापार में मुनाफा आदि।
2. नौकरी और प्रमोशन
जो लोग नौकरी में हैं उन्हें प्रमोशन या उच्च पद की प्राप्ति हो सकती है।
3. व्यवसाय में सफलता
नए व्यापार के आरंभ या विस्तार के लिए बेहतरीन समय।
4. विदेश यात्रा या विदेशी संपर्क से लाभ
कुछ लोगों को विदेश से आय के स्रोत मिल सकते हैं।
5. सौंदर्य, कला, और मनोरंजन के क्षेत्र में चमक
मॉडलिंग, अभिनय, डिज़ाइन, संगीत या फैशन से जुड़ी राशियों के लिए ये योग खास चमक लाएंगे।
ग्रह योगों में क्या सावधानी रखें?
-
पाप ग्रहों की युति से बचें: यदि आपके कुंडली में शुक्र या बुध पर शनि या राहु की दृष्टि है तो उपाय करें।
-
कर्ज न लें: ऐसे योगों में यदि धन लाभ हो भी रहा हो, तो कर्ज लेकर निवेश करना नुकसानदेह हो सकता है।
-
दूसरों से ईर्ष्या न करें: शुभ योगों में अहंकार और प्रतिस्पर्धा से बचें, नहीं तो फल उल्टा भी हो सकता है।
गजलक्ष्मी और लक्ष्मी नारायण योग का मानसिक व आध्यात्मिक प्रभाव
ज्योतिष में केवल आर्थिक उन्नति ही नहीं देखी जाती, बल्कि मानसिक और आध्यात्मिक क्षेत्र में भी इन योगों का असर होता है।
मानसिक शांति और संतुलन:
• शुक्र और बुध दोनों ही मन और बुद्धि से जुड़े ग्रह हैं।
• इनकी शुभ स्थिति मानसिक तनाव को कम करती है।
• जिन जातकों की कुंडली में चंद्रमा कमजोर है, वे भी राहत महसूस करेंगे।
• ध्यान, योग, और मेडिटेशन के लिए यह समय सर्वश्रेष्ठ रहेगा।
आध्यात्मिक विकास:
बृहस्पति (गुरु) का मिथुन राशि में होना ज्ञान और विवेक को जाग्रत करता है। जिन लोगों की रुचि साधना, वेद, मंत्र और तंत्र साधना में है, उन्हें इस समय विशेष अनुभूतियाँ हो सकती हैं।