किस्मत का साथ चाहते है- करें ये 7 उपाय | Future Point

किस्मत का साथ चाहते है- करें ये 7 उपाय

By: Acharya Rekha Kalpdev | 10-May-2024
Views : 1231किस्मत का साथ चाहते है- करें ये 7 उपाय

जीवन क्या है सुख दुःख का खेल। आशा और निराशा के झूले में झूलते हुए, व्यक्ति हर पल किस्मत को आजमाता है और किस्मत उसे आजमाती है। बाधाएं, समस्याएं और परेशानियां हर किसी के जीवन का अंग है। जीवन के एक भाग में हर किसी को ऐसी हालात का सामना करना ही पड़ता है। जब मेहनत से अधिक किस्मत पर यकीन करना ही पड़ता है। हम अक्सर अपने आसपास देखते है कि कई योग्यहीन, अशिक्षित और ज्ञानहीन लोगों पर किस्मत मेहरबान है और वो सुख, सफलता के झूले पर आनंद ले रहा है। हर कोई इन लोगों कि तरह भाग्यवान नहीं होता है। इसलिए कुछ को अपनी योग्यता से कम सफलता पर ही संतोष करना पड़ता है। किस्मत मेहरबान रहें, यह हर कोई चाहता है। कुछ पर जन्म से किस्मत मेहरबान रहती है और कुछ को उपायों के द्वारा किस्मत को अपने पक्ष में करना पड़ता है। किस्मत आप पर भी मेहरबान हो, इसके लिए हम आपको आज यहाँ कुछ उपाय बताने जा रहे है -

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हनुमान चालीसा का पाठ

जो किस्मत में नहीं है, उसे देने की क्षमता हनुमान जी में है। हनुमान जी की कृपा जिस पर हो जाएँ, उसकी किस्मत व्यक्ति का कभी साथ नहीं छोड़ती है। किस्मत को बली करने के लिए प्रतिदिन 11 बार राम नाम के जाप के बाद हनुमान चालीसा का 5 बार पाठ करने से किस्मत के मार्ग के सभी संकट कटते है। इससे जीवन के क्षेत्र में आने वाली सभी बाधाएं दूर होती है। संध्या काल में 8 से 9 बजे के मध्य लाल रंग के आसन पर बैठकर यह पाठ करना चाहिए। हनुमान जी अपने साधक के सभी संकट काटते है, इसीलिए वो संकटमोचन कहलाते है।

हथेलियों के दर्शन करना

सुबह आँख खुलने पर सबसे पहले अपने दोनों हाथों को मिलाकर, हथेलियों के दर्शन करने चाहिए। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार जो व्यक्ति ऐसा करता है, उसे घर में लक्ष्मी जी सदैव वास करती है। हाथ की हथेलियों का दर्शन करने से भाग्य के द्वार खुलते है। सुबह उठकर धीरे धीरे अपनी ऑंखें खोलनी चाहिए और धीरे धीरे अपनी हथेलियों को देहना चाहिए। देखने के बाद दोनों हथेलियों को अपने चेहरे पर रखना चाहिए और आँखों को हथेलियों से स्पर्श करना चाहिए।

गणेश जी की पूजा करें

अगर आपके जीवन में बार बार बाधाएं आती है। बनते बनते काम अंत में जाकर रुक जाते है, तो आपको भी नित्य प्रात: अपने इष्ट का दर्शन पूजन करने से पहले भगवान् श्री गणेश जी का पूजन करना चाहिए। गणेश जी को धूप, दीप और फूल अर्पित करें। साथ में उन्हें भोग के रूप में मोदक और दूर्वा भी अर्पित करें। इससे गणेश जी प्रसन्न होते है और भाग्य के विघ्नों का नाश होता है। भगवान् श्री गणेश जी सर्वप्रथम पूज्य है और विघ्ननाशक है। गणेश जी कि कृपा से भाग्य, किस्मत के रास्ते खुलते है। जब भी किस्मत खराब हो, गणेश जी कि शरण में चले जाना चाहिए।

सूर्य को अर्घ्य दें

अपनी किस्मत को जगाने के लिए सुबह उगते हुए सूर्य को जल देना चाहिए। सूर्य को अर्घ्य देते समय नियमों का पालन करना चाहिए। सूर्य को अर्घ्य हमेशा उगते हुए सूर्य को देना चाहिए। बिना स्नान के सूर्य को अर्घ्य नहीं देना चाहिए। स्नानादि क्रियाओं से निपटने के बाद एक लोटे में जल लें, उसमें लाल कुमकुम, अक्षत, फूल की पत्तियां डालें और सूर्य को देखते हुए जल दें। अर्घ्य देते समय दोनों हाथ ऊपर हो, जल की धार से सूर्य दृष्ट हो रहा हो। सूर्य को अर्घ्य देने के बाद वहीँ आसन पर बैठकर सूर्य आदित्य स्तोत्र का पाठ करें। यह उपाय नियमित रूप से करने से सूर्य को बल मिलता है और भाग्य बलवान होता है।

उजले रंगों का जीवन में प्रयोग करें

भाग्य की बाधाओं को हटाना चाहते है तो व्यक्ति को अपने दैनिक जीवन में गहरे, काले, नीले रंगों का प्रयोग कम से कम ही करना चाहिए। ऐसे रंगों के स्थान पर गुलाबी, लाल, और सुनहरे रंग के वस्त्रों का प्रयोग करना चाहिए। घर में कमरे की दीवारों का रंग भी उजले ही करवाने चाहिए। घर में पर्याप्त प्रकाश की व्यवस्था भी रखें। घर का कोई भी कमरा ऐसा न हो जहाँ अँधेरा हो या जहाँ प्रकाश व्यवस्था न हो। जिस कमरे में अँधेरा हो, वहां नेगेटिव ऊर्जा का वास हो सकता है। अत: रंगों के सही उपयोग से भी भाग्य को चमकाया जा सकता है।

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कमजोर लोगों की सहायता करें, झूठी गवाही कभी न दें

भाग्य और किस्मत के साथ की चाह हो तो व्यक्ति को ईमानदारी, निष्ठां और मेहनत में किसी भी प्रकार की कमी नहीं करनी चाहिए. कमजोर के अधिकारों का कभी भी फायदा नहीं उठाना चाहिए. अपने नौकरों, अधीनस्थों और सेवकों पर दया भाव रखना चाहिए. जो व्यक्ति दया धर्म का साथ नहीं छोड़ता है, भाग्य उसका साथ कभी नहीं छोड़ता है. सत्य और ईमानदारी का मार्ग छोड़ने पर शनि ग्रह अशुभ फल प्रदान करते है. शनि ग्रह कर्मों का फल देते है. न्याय और भाग्य के ग्रह है. शनि देव न्याय के देवता भी है, जो लोग झूठी गवाही देते है और लालच में आकर सत्य के मार्ग से हट जाते है, उन्हें शनि देव कष्ट देते है और भाग्य को अवरुद्ध कर देते है. इसलिए कभी भी लालच में आकर झूठी गवाही न दें।

घर के बुजुर्गों की सेवा करें

भाग्य का साथ न देना, बहुत मेहनत करने पर भी अनुकूल सफलता न मिलना, बहुत से लोगों के जीवन की समस्या है. यदि आपके जीवन में भी कुछ इसी प्रकार की समस्याएं आ रही है तो आपको यह देखना चाहिए कि कहीं आप के घर में बुजुर्गों की अनदेखी तो नहीं हो रही है. घर के बुजुर्ग प्रसन्न है तो कभी भी भाग्य साथ नहीं छोड़ता है. घर के बुजुर्गों की देखभाल ठीक से करें, उनकी सेवा में किसी प्रकार की कमी न करें. और जहाँ तक हो सके, उनकी सलाह, मशवरे का पालन करें. भोजन और अन्य वस्तुओं की उन्हें किसी प्रकार की समस्या न होने दें. जिस घर में बुजुर्ग प्रसन्न हो, उन्हें जीवन जीने की स्वतंत्रता है, उस घर में भाग्य बना रहता है. बुजुर्गों के साथ बैठकर खाना खाने, उनको समय देने और परिवार के महत्वपूर्ण निर्णयों में बुजुर्गों को शामिल करने से भाग्य उज्जवल रहता है।