आगामी चुनाव मॉरीशस (Upcoming Mauritius Elections)
By: Dr. Arun Bansal | 15-Jun-2019
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मॉरीशस
12 मार्च 1968, 12:00 दोपहर, पोर्टलुईस, मॉरीशस
मॉरीशस की कुंडली वॄषभ लग्न और कर्क राशि की है। इस समय कुंडली में मंगल महादशा में बुध की अंतर्द्शा प्रभावी है। महादशानाथ मंगल सप्तम और द्वादश भाव के स्वामी हैं और आय भाव में स्थित है। अंतर्द्शानाथ बुध पंचमेश और द्वितीयेश है एवं दशम भाव में स्थित है। भारत देश की तरह मॉरीशस की कुंडली भी वृषभ लग्न और कर्क राशि की है। इनके आय भाव में राहु, मंगल और कर्मेश शनि स्थित है। तथा दशम भाव में भी पंचमेश बुध, चतुर्थेश सूर्य एवं आयेश शुक्र है। भारतीय संस्कृति और भारतीय परिवेश की छाप इस देश पर पूर्ण रुप से देखी जा सकती है। यह दोनों देशों की ग्रह स्थिति से भी स्पष्ट हो रहा है। इस समय शनि लग्न भाव से अष्टम भाव पर गोचर कर रहे हैं, जनवरी 2020 के बाद शनि इनके भाग्य भाव पर गोचर करने लगेंगे, एवं मार्च 2020 से शनि को गुरु का साथ भी प्राप्त होगा।
शनि-गुरु की युति मकर राशि में होने की अवधि में मॉरीशस उन्नति की ओर आगे बढ़ेगा। नियोजित योजनाएं बेहतर तरीके से क्रियांवित होंगी। इससे पूर्व जनवरी 2017 से शनि इनके अष्टम भाव पर गोचर कर रहे थे, और चंद्र से भी- शनि की स्थिति छ्ठे भाव पर होने के कारण ऋण और विरोधी अधिक प्रभावी बने हुए थे, यह समय संघर्ष, परेशानियों और दिक्कतों का रहा होगा। परन्तु 2020 जनवरी से जब शनि भाग्य भाव मकर राशि पर गोचर करेंगे, यह समय भाग्य का साथ मिलेगा और कम प्रयास से भी बड़े कार्य पूर्ण होंगे। दिक्कतों का समय निकल चुका है, आने वाले समय को विकास और उन्नति का समय कहा जा सकता है।
नवीन राम गुलम
11 अप्रैल 1947, 21:30, पोर्टलुईस, मॉरीशस
आपकी कुंडली वृश्चिक लग्न और धनु राशि की है। इस समय आपकी कुंडली में गुरु महादशा में शुक्र ग्रह की अंतर्द्शा प्रभावी है। महादशानाथ गुरु आपके लिए पंचमेश हैं और लग्न भाव में स्थित है, पंचमेश का लग्न भाव में स्थित होना शुभ योग का निर्माण कर रहा है। अंतर्द्शानाथ शुक्र आपके लिए सप्तमेश और द्वादशेश है और चतुर्थ भाव में स्थित है, केंद्र भाव के स्वामी का केंद्र में स्थित होना भी शुभ योगों की श्रेणी में आता है। वर्तमान में धनु राशि पर शनि की साढ़ेसाती का द्वितीय चरण चल रहा है। शनि एवं केतु आपकी जन्म राशि पर गोचरस्थ है। जिन्हें इस समय मंगल और राहु की दृष्टि प्राप्त हो रही है। करियर और राजनैतिक पक्ष से शनि साढ़ेसाती का यह समय अतिउत्तम फल देने वाला रहेगा। आपकी कुंडली काफी हद तक भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की कुंडली से समानता रखती है। उनका भी वृश्चिक लग्न है। और उनकी भी इस समय साढ़ेसाती चल रही है। इसी साढ़ेसाती ने इन्हें प्रचंड बहुमत से जीताया। ऐसी ही कुछ स्थिति आने वाले आपके चुनाव में आपके लिए हो सकती है। इसके अतिरिक्त एक अन्य विशेष बात आपकी कुंडली में बनी हुई है कि आपके सफलता, उन्नति और मनोकामना पूर्ति के स्वामी बुध ग्रह पंचम भाव में कर्मेश सूर्य और लग्नेश मंगल के साथ स्थित हो, लाभ भाव को विशेष बल प्रदान कर रहे हैं। लग्नेश, कर्मेश और आयेश की युति जीवन में ऊंचाईयों पर लेकर जाती है। कुल मिलाकर ग्रह स्थिति, ग्रह योग और ग्रह गोचर आपके पक्ष में बने हुए है। 24 जनवरी 2020 से शनि आपकी जन्मराशि से द्वितीय भाव पर गोचर करने लगेंगे, तब से आपके पराक्रम में ओर अधिक वृद्धि हो सकती है। 28 अप्रैल 2022 तक आप पर शनि साढ़ेसाती का प्रभाव रहेगा, व उसके बाद लग्न से चतुर्थ ढ़ैय्या होने के कारण जन्मता में आपकी प्रसिद्धि बढ़ेगी। इस प्रकार अग्रिम पांच वर्ष आपके करियर और राजनैतिक कार्यकाल के लिए स्वर्णिम काल कहा जा सकता है। बड़े बहुमत के साथ आपके प्रधानमंत्री बनने के प्रबल योग इस समय बन रहे है।
प्रवीन जगन्नाथ
25 दिसम्बर 1961, 12:00 दोपहर, पोर्टलुईस, मॉरीशस
आपकी कुंडली मीन लग्न और कर्क राशि की है। इस समय आपकी कुंडली में चंद्र महादशा में शुक्र की अंतर्द्शा प्रभावी है। शुक्र तृतीयेश व अष्टमेश होने के कारण इस कुंडली में बिल्कुल भी शुभ नहीं है। अत: इस समय चल रही चंद्र-शुक्र की अंतर्द्शा अशुभ हो सकती है। चंद्र महादशा का समय अक्तूबर 2010 से लेकर अक्तूबर 2020 तक का रहेगा। महादशानाथ चंद्र पंचमेश है तथा पंचम भाव में स्वराशि कर्क में राहु के साथ स्थित है। एकादश भाव के स्वामी शनि का एकादश भाव में स्थित होना, आपको जीवन में उन्नति और सफलता दे रहा है। एकादश भाव में कर्मेश व लग्नेश गुरु, आयेश शनि और केतु के साथ है। कर्मेश और लग्नेश की युति अपने बल पर जीवन में सफलता देती है। द्वितीयेश मंगल भी कर्म भाव में चतुर्थेश बुध, षष्ठेश सूर्य और अष्टमेश शुक्र के साथ स्थित है। कर्म भाव में चार ग्रहों का एक साथ होना, कर्म क्षेत्र में उच्च सफलता और उन्नति दे रहा है।
गोचर में शनि कर्म भाव से अपनी तीसरी दॄष्टि से व्यय भाव को सक्रिय कर रहे हैं, कर्मभाव पर शनि के गोचर के कारण आपको राजनीतिक सफलता प्राप्त हुई लेकिन व्यय भाव में कुम्भ राशि होने के कारण पिछले तीन वर्षों में व्यय और संघर्ष की स्थिति बनी रही। गुरु भी 05 नवम्बर से मार्च 2020 के मध्य आपके कर्म भाव पर ही होंगे, अत: कर्म अधिक और फल कमजोर रहने के योग बन रहे है। शनि का रुख मकर राशि की ओर होने के कारण, जो राजनैतिक, पद प्रतिष्ठा आपको 2017 में मिली, पुन: प्राप्त होने के आसार कम हैं। आपकी और नवीन जी की पत्रियों का तुलनात्मक अध्ययन करने पर लगता है कि भावी चुनाव में नवीन जी की पत्री भावी चुनाव में आपको मात दे सकती है।
अनिल बैचू
06 सितम्बर 1953, 22:00, पोर्टलुईस, मॉरीशस
आपकी कुंडली मेष लग्न और सिंह राशि की है। इस समय आपकी कुंडली में राहु में मंगल की दशा चल रही है। महादशानाथ राहु जन्मपत्री में आपके दशम भाव में स्थित है। और इस समय गोचर में आपके पराक्रम भाव पर गोचर कर रहे है। और अन्तर्द्शानाथ मंगल लग्नेश होकर पंचम भाव में स्थित है। नवम्बर 2019 के बाद आपकी जन्मपत्री में गुरु की महादशा प्रारम्भ होने वाली है। गुरु आपके भाग्येश है, और जन्मपत्री में भाग्य भाव को दॄष्टि देकर भाग्य को प्रबल कर रहे हैं। गुरु की यह दशा अवधि आपके लिए शुभ रहेगी। गोचर में शनि लग्न से नवम और चंद्र से पंचम भाव पर गोचर कर रहे है। जो राजनैतिक करियर के लिए बहुत अच्छा कहा जा सकता है। यह समय भाग-दौड कम और परिणाम अधिक अनुरुप आने के योग बन रहे है। 2017 जनवरी से शनि आपके नवम भाव पर गोचर कर रहे हैं, तब से लेकर अभी तक का समय आपके लिए मध्यम शुभ रहा होगा। आने वाले चुनाव में शनि का दशम भाव की ओर रुख होने और आयेश शनि के गोचर से आय भाव सक्रिय होने के कारण आने वाले चुनाव में आपके स्तर, पद और अधिकार शक्ति में बढ़ोतरी होगी और आप एक नए रुप में सामने आयेंगे। जन्मराशि से गुरु और शनि का गोचर अनुकूल होने के कारण आने वाले चुनाव में परिणाम अनुकूल आने के योग बन रहे है। इस चुनाव में आप नवीन राम गुलम जी के दाहिने हाथ के रुप में सामने आ सकते है।
अरविंद बुलेल
03 मई 1953, 09:00 प्रात:, पोर्टलुईस, मॉरीशस
आपकी कुंडली वृषभ लग्न और धनु राशि की है। इस समय आपकी कुंडली पर गुरु महादशा में गुरु का अंतर चल रहा है। अगस्त 2019 के बाद शनि की अंतर्द्शा चलेगी, जो फरवरी 2022 तक रहेगी। चुनाव के समय शनि की अंतर्द्शा रहने और शनि के इस लग्न के लिए बाधकेश होने के कारण यह समयावधि आपके लिए अनुकूल नहीं कही जा सकती है। गुरु नवम्बर से आपके अष्टम भाव पर गोचर कर रहे होंगे और आपकी जन्मराशि पर गोचर कर रहे होंगे। लग्न और जन्मराशि दोनों से गुरु की यह स्थिति अनुकूल नहीं है। इसके अतिरिक्त शनि इस समय आपकी जन्मराशि पर गोचर कर रहे है। जन्मलग्न से चंद्र अष्टम भाव पर स्थित है, और इस स्थिति में चंद्र से बनने वाली शनि साढ़ेसाती के शुभ फल आपको पूर्ण रुप से प्राप्त नहीं हो पायेंगे, अंतर्दशा शनि की होने और भाग्येश शनि के होने के कारण प्रतिकूल फल प्राप्त होने के योग बन रहे है।
निष्कर्ष - भावी चुनाव में नवीन राम गुलाम जी के प्रधानमंत्री पद पर आसीन होने के योग बन रहे है। नवीन राम गुलाम जी के हाथों देश की बागडोर रहने की अवधि मॉरीशस देश के लिए प्रगतिशील, उन्नतिशील और विकासशील रहने वाली है। नवीन राम गुलाम जी को इस कार्य में अनिल बैचू जी का कर्मठ सहयोग प्राप्त होगा। जिस प्रकार भारत में मोदी जी और अमित शाह जी की जोड़ी कार्य कर रही है, उसी प्रकार मॉरीशस में आप दोनों की जोड़ी देश में तरक्की लाएगी। इन दोनों के नेतृत्व में मॉरीशस देश आगे बढ़ेगा और विश्व में अपने हितों को सुरक्षित रखते हुए, प्रगतिपथ पर अग्रसर रहेगा। मॉरीशस के लिए अगले ५ वर्ष का काल स्वर्णिंम युग होगा।