रिश्ते नाते करें मधुर - उपायों की चाशनी से | Future Point

रिश्ते नाते करें मधुर - उपायों की चाशनी से

By: Acharya Rekha Kalpdev | 29-Apr-2024
Views : 1153रिश्ते नाते करें मधुर - उपायों की चाशनी से

आज के समय में रिश्ते नातों को खुश रखना, उतना ही मुश्किल काम है जितना एक साथ दस मेंढक तराजू में तोलना। रिश्ते नाते इतने नाजुक हो गए है कि एक को मनाओ तो दूसरा रूठ जाता है। कई बार तो रिश्ते नातों में तालमेल बिठाते बिठाते ही जीवन बीत जाता है। अपनों को खोने का डर जीवन के और क्षेत्रों में मन नहीं लगने देता। फिर वह चाहे जीवनसाथी को खोने का डर हो या मित्र को, भाई बहन के रिश्ते हो, या माता-पिता के, सारे रिश्ते मधुर रहें, सब स्नेह से रहें, हर व्यक्ति यही चाहता है। क्या आप भी कुछ ऐसा ही सोच रहे है कि अपने जीवन में रिश्ते नातों को कैसे बचाएं। फिर वह चाहे जीवन साथी का रिश्ता हो या और कोई रिश्ता हो।

क्या आपके मन में भी ऐसा ही कोई विचार चल रहा है। हर किसी को अपने जीवन में कभी न कभी इस स्थिति का सामना करना पड़ता ही है। रिश्ता हमेशा विश्वास की डोर से बंधा होता है। लोगों का दृष्टिकोण और मत अलग अलग होने के कारण लोगों में मतभेद सामने आते है। एक साथ रह रहे लोगों के बीच में यह जरुरी नहीं है कि उनके बीच विश्वास और स्नेह का रिश्ता हो। सभी यह चाहते है कि उनके मध्य एक ऐसा रिश्ता हो, जहाँ दो लोगों के मध्य अनुकूलता हो, प्यार हो, विश्वास हो। कई बार अविश्वास और संचार की कमी से रिश्तों में मतभेद की स्थिति उत्पन्न होती है। आपस में मन न मिले तो एक दूसरे को दोष देने की जगह पर एक दूसरे को समझने का प्रयास करना चाहिये। हर व्यक्ति एक दूसरे से अलग होता है। हर व्यक्ति में दोष होता है, और सब के हालात भी अलग होते है।

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जीवन में जीतनी समस्याएं है उन सब का समाधान भी है। ज्योतिषीय उपायों से हम अपने जीवन को बेहतर कर सकते है। हम उपायों का प्रयोग समस्याओं का समाधान निकालने के लिए कर सकते है। फिर वह समस्या चाहे रिश्ते नातों की हों या जीवन के अन्य किसी क्षेत्र से जुडी हो, सभी का समाधान ज्योतिषीय उपायों से किया जा सकता है।

रिश्तों की कमी को दूर करने के लिए, बिगड़ते रिश्ते में सुधार करने के लिए उपायों का प्रयोग किया जा सकता है। हम जब किसी रिश्ते में होते है तो यह आवश्यक है कि एक ही बात पर बार बार बात करने से हमें बचना चाहिये। जिन विषयों पर बात करने से रिश्ते बिगड़ते है, उन विषयों पर हमें बात करने से बचाना चाहिए।

कोई भी रिश्ता अच्छा या बुरा ग्रहों कि स्थिति के कारण होता है। हमारी कुंडली के जिस भाव में ग्रह सुस्थित होता है उस भाव से जुड़े रिश्ते हमारे लिए मधुर रहते है, इसके विपरीत जब भाव, भावेश और कारक ग्रह अशुभ स्थिति में स्थित हो तो व्यक्ति के रिश्ते उस भाव विशेष से सम्बंधित ख़राब रहते है। उदाहरण के लिए किसी व्यक्ति की कुंडली में यदि केतु तीसरे भाव में स्थित है तो उस व्यक्ति के अपने छोटे भाई बहनों से रिश्ते कटे हुए रहने की संभावनाएं बनती है। इसी प्रकार राहु, शनि या मंगल जिस भावों से दृष्टि सम्बन्ध बनाते है, उन भावों से जुड़े रिश्तों के ग्रह दशा आने पर खराब होने की संभावनाएं बनती ही हैं। जन्मकुंडली में ग्रहों की नकारात्मक स्थिति की वजह से रिश्ते खराब होते है। रिश्तों को मधुर और मजबूत बनाने के लिए हम यहाँ कुछ उपाय दे रहे है- जिनका उपयोग कर आप अपने रिश्तों को अच्छा बना सकते है -

  • आज के समय में रिश्तों के ख़राब होने का प्रमुख कारण तर्क वितर्क है, चुभने वाले शब्द कहना है, क्रोध और आवेश में प्रतिक्रिया करना है, कम्युनिकेशन गेप होना, ग़लतफ़हमी और विवादित बातों का जवाब देना है। ऐसी स्थिति में सुधार करने के लिए हम उपाय के रूप में यह कर सकते है। बुधवार के दिन मौन व्रत का पालन करें। अगर पूरा दिन मौन न रह पाए तो कम से कम कुछ घंटे ही मौन व्रत का पालन करें। मौन व्रत का पालन करने से रिश्तों में सुधारा होना शुरू होता है और मधुरता आती है।
  • यदि जीवन साथी के साथ आपके किसी न किसी बातों को लेकर तकरार होती ही रहती है। दोनों शांति से एक दूसरे की बात सुनने तक तैयार नहीं रहते है तो आपको अपने जीवन साथी को बताएं बिना, उसके तकिये के नीचे कपूर रख देना चाहिए। अगले दिन सुबह सुबह उस कपूर को निकाल कर जला देना चाहिए। इस उपाय से जल्द ही रिश्तों में सुधार होना शुरू होता है। रिश्तों में मिठास लाने का यह एक सरल और सहज उपाय है।
  • वैवाहिक जीवन को सुखमय बनाने के लिए पति पत्नी दोनों एक साथ सुबह पूजा के समय घर के मंदिर के सामने बैठकर इस मंत्र का जाप करें -ऊँ श्रीं ह्रीं पूर्ण गृहस्थ सुख सिद्धये ह्रीं श्रीं ऊँ नम: मंत्र का 5 माला 21 दिन करने से गृहस्थ जीवन में सुख शांति आती है।
  • गृहस्थ जीवन को मधुर बनाने के लिए पति पत्नी दोनों सोमवार के दिन प्रात: भगवान् शिव की पूजा करने के बाद चंद्र ग्रह का दो मुखी रुद्राक्ष धारण करें। साथ में भगवान् शिव का मंत्र ॐ नम: शिवाय का जाप करें। शिव के आशीर्वाद से आपका वैवाहिक जीवन सुखमय होगा।
  • जो पति पत्नी दोनों सुबह और शाम दोनों समय एक साथ पूजा करते है उनका गृहस्थ जीवन मधुर रहता है। दोनों समय एक साथ पूजा न कर पाए तो एक समय जरूर दोनों साथ में पूजा करें।
  • पूजा करने के बाद यदि संभव हो तो कुछ वस्तुएं (भोजन या वस्त्र) जरूरतमंदों को दान करना चाहिए।
  • पति पत्नी दोनों को क्रोध कम आये उसके लिए जरुरी है कि दोनों लोग सुबह पूजा करने के बाद माथे पर चन्दन और हल्दी का तिलक लगाएं।

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  • घर के मंदिर में पूजा करने के लिए शुद्ध घी का प्रयोग करना चाहिए। शुद्ध घी का दीपक जलाने से वैवाहिक जीवन में आने वाली बाधाएं दूर होती है।
  • वैवाहिक जीवन में आ रही समस्याओं को दूर करने के लिए अपने जीवन साथी की एक छोटी फोटो ले, और थोड़े से चावल लें दोनों को एक साथ सफ़ेद कपडे में बांधकर घर कि उत्तर पश्चिम दिशा में रख दें। 41 दिन बाद इसे बहते हुए पानी में प्रवाहित कर दें।
  • यदि किसी के वैवाहिक जीवन में स्नेह की कमी हो, आपस में अनबन रहती हो, तो ऐसा व्यक्ति एक छोटी बोतल लेकर, उसमें अपने साथी का छोटा फोटो डालें और उसे शहद से भर दे। इसके बाद इस बोतल को दक्षिण पश्चिम दिशा में रख दें।
  • रिश्तों को बेहतर रखने के लिए घर में नमक और पानी दोनों को कभी भी व्यर्थ नहीं करना चाहिए। नमक और पानी दोनों को संभाल कर प्रयोग करना चाहिए। किचन की ये दोनों वस्तुएं नमक सूर्य और चंद्र पानी का प्रतिनिधित्व करता है। जिस कुंडली में सूर्य और चन्द्रमा बली हो, मजबूत हों, उस कुंडली को मजबूत स्थिति कहा जा सकता है।
  • निराशा और नेगेटिव विचारों के कारण भी सबंधों में खराबी आती है। घर को नकारात्मक सोच से बचाने के लिए घर के सभी कमरों में प्रकाश व्यवस्था होने चाहिए। संध्याकाल में घर के सभी कमरों में प्रकाश व्यवस्था करनी चाहिए।
  • घर की दीवारों पर उजले रंग करवाने चाहिए। गहरे, काळा, नील रंग करवाने से बचना चाहिए। और दिन के समय में घर में प्रकाश रखना चाहिए। दिन के समय में घर में अन्धेरा रखना सही नहीं माना जाता है। घर के माहौल का रिश्तों और परिवार के सदस्यों पर प्रभाव पड़ता है।
  • वैवाहिक जीवन को मधुर बनाये रखने के लिए पति को हमेशा पत्नी की मांग में सिंदूर भरना चाहिए और पत्नी को पति के माथे पर हल्दी या चन्दन का तिलक लगाना चाहिए। इससे दोनों में स्नेह और सौहार्द बना रहता है।
  • वैवाहिक जीवन की नई नई शुरुआत हुई हो तो वर वधु दोनों को लाल, गुलाबी और उजले रंग के कपड़ों का चयन करना चाहिए। विवाह के एक साल तक काले, नीले और सलेटी रंग के कपडे पहनने से बचना चाहिए। फीकी, सफ़ेद और गहरे काले रंग के कपडे पहनने से बचना शुभ रहता है।
  • क्रोध में कमी करने और खुद को आवेशरहित रखने के लिए प्रतिदिन गन्ने का जूस पीने का प्रयास करना चाहिए। क्रोध में अधिकता से भी रिश्ते ख़राब होते है। शिवलिंग पर प्रात: अभिषेक करने से भी धीरे धीरे क्रोध में कमी आती है।
  • वैवाहिक रिश्तों को बचाने के लिए शिव पार्वती जी का एक साथ दर्शन पूजन करना लाभकारी कहा गया है। जो दम्पति भगवन शिव और पार्वती जी की एक साथ पूजा करता है, उसके वैवाहिक जीवन में कभी कभी भी तनाव नहीं आता है।
  • घर में कभी भी लाइटर या माचिस के डब्बी गैस स्टोव के पास नहीं रखनी चाहिए। इससे घर के सदस्यों को जल्द क्रोध आता है और छोटी सी बात भी बढ़कर विवाद का रूप ले लेती है।
  • प्रत्येक शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को एक कलश पर जट्टा वाला नारियल रखें, और उसे लाल चुनरी से बांधे। उसी दिन की संध्या काल में नारियल को किसी बहती हुए जल में प्रवाहित कर दें। घर में कभी भी अन्न का अपमान न करें। थाली में सभी उतना ही भोजन लें, जितना खाया जाए। अधिक भोजन लेकर अन्न का अपमान न करें। फिर भी अगर कुछ बच जाए तो भोजन को गली के कुत्ते या गाय को खिला दें।
  • शनिवार के दिन पीपल के पेड़ के नीचे बैठकर शनि मंत्र - ॐ शं शनैश्चराय नमः का जाप करें। इससे निराशा और वैमनस्य में कमी आती है। रिश्ते मजबूत होते है।
  • रोटी बनाते समय आटे में एक चुटकी नमक और बेसन डालने की आदत डालें। घर में सुख समृद्धि का वास रहता है।
  • प्रात: काल में घर के मंदिर में पूजा करते समय ताम्बे के एक लोटे में पानी रखें, उसमें थोड़ा सिन्दूर डालकर रखे। पूजा करने के बाद इस जल को बरगद के पेड़ की जड़ों में अर्पित करें।
  • घर में कोई भी पकवान बनायें या भोजन बनायें, सबसे पहले भगवान् को भोग लगाएं। उसके बाद उसे स्वयं ग्रहण करें।
  • घर में सास ससुर की सेवा करने से आपसी रिश्ते मजबूत रहते है और घर में तनाव नहीं आता है।
  • जिस घर में पहली रोटी गाय को गुड़ के साथ खिलाई जाती है, उस घर में सास बहु के रिश्ते मधुर रहते है।
  • भगवान् श्री कृष्ण की पूजा प्रतिदिन करने से भी पारिवारिक शांति बनी रहती है।
  • बहु को अपने क्रोध को कम करने के लिए भगवान् श्री गणेश और हनुमान जी की पूजा आराधना करनी चाहिए। इससे सास बहु के रिश्ते मजबूत रहते है।
  • ससुराल से रिश्ते मजबूत बनाने के लिए बहुत को शिवलिंग पर शहद, दूध और जल का अभिषेक करना चाहिए।
  • प्रात: अपने इष्ट का दर्शन पूजन करने के बाद घर के बुजुर्गों का चरण स्पर्श कर आशीर्वाद लेना चाहिए।
  • घर में झाड़ू लगाने के बाद झाड़ू को ऐसे स्थान पर छुपा कर रखना चाहिए, जहाँ किसी की नजर न पड़े, इससे भी रिश्ते मजबूत रहते है।
    अपने घर में हमेशा बड़े बुजुर्गों के चरण स्पर्श करें ताकि उनका आशीर्वाद आप पर हमेशा बना रहे।
  • भाई भाई में अनबन हो तो दोनों भाइयों को मिलकर बरगद के पेड़ को गुरुवार के दिन मीठा दूध चढ़ाना चाहिए। भाइयों में स्नेह लाने का यह एक अचूक उपाय है।
  • भगवान् शिव की पूजा नित्य करने से भाइयों में सम्पत्ति विवाद जन्म नहीं लेते है।
  • शनिवार के दिन अपने सिर से एंटीक्लॉकवाइज एक जट्टा वाला नारियल सात बार वार कर भगवान् भैरव जी को अर्पित करने से भाइयों में स्नेह बना रहता है।
  • घर में तुलसी जी का पौधा लगाने और उसका नित्य दर्शन पूजन करने से भाई बहनों में स्नेह सौहार्द रहता है।
  • रविवार के दिन परिवार के सभी सदस्य मिलकर गायत्री मंत्र का जाप करें। इससे परिवार में एकता और स्नेह बढ़ता है।