17वीं लोक सभा चुनाव 2019

By: Dr. Arun Bansal | 16-Mar-2019
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17वीं लोक सभा चुनाव 2019

सत्रहवीं लोकसभा के गठन के लिए चुनावों का ऐलान हो गया है। चुनाव 7 चरणों में होंगे और 11 अप्रैल से 19 मई के मध्य आयोजित होंगे। चुनावों के परिणाम 23 मई को सबके सामने आयेंगे। 2014 के बाद एक ओर जहां इस चुनाव में भाजपा को अपना वर्चस्व बनाए रखने का प्रयास करना होगा, वहीं कांग्रेस सत्ता में वापसी का प्रयास करेगी। इस चुनाव की स्थिति क्या रहेगी, यह जानने के लिए सर्वप्रथम हम भारतवर्ष की कुंडली का विश्लेषण करते हैं-

भारतवर्ष


भारतवर्ष की कुंडली वृषभ लग्न एवं कर्क राशि की है। वर्तमान में भारत की कुंडली में चंद्र की महादशा में गुरु की अंतर्दशा प्रभावी रहेगी। गुरु की अंतर्दशा दिसम्बर मध्य 2019 तक रहेगी। गुरु अष्टम भाव में शनि एवं केतु के साथ युति संबंध बनाएंगे। अष्टमेश के साथ भाग्येश और कर्मेश की युति राजनीति में जोड़-तोड़ और न्याय व्यवस्था, धार्मिक स्थल से जुड़े ऐतिहासिक निर्णय सामने आने की स्थिति दर्शा रहा है क्योंकि दशम भाव सत्ता पक्ष, नवम भाव न्याय-प्रणाली और धर्म क्षेत्रों से जुड़ा होने तथा अष्टम भाव फैसलों में जोड़-तोड़ होने के साथ-साथ गुप्त समझौते होने का संकेतक है।

17 वीं लोकसभा चुनाव 11 अप्रैल के दिन शुरु होंगे, इस समय गुरु धनु राशि में गोचर कर अप्रत्याशित लाभ की स्थिति बना रहे हैं, परन्तु चुनाव परिणाम आते-आते गुरु वृश्चिक राशि में वापसी कर वक्री अवस्था में रहेंगे, इस स्थिति में चुनावी परिस्थितियां बहुत अनुकूल नहीं बनी हुई हैं। कुल मिलाकर देश के लिये हर क्षेत्र में यह समय उतार-चढ़ाव के संकेत दे रहा है। अतः यह समय उथल-पुथल का रहेगा। 30 अक्तूबर के बाद का समय भारतवर्ष की शांति को भंग करने वाला और कानून व्यवस्था को बिगाड़ने वाला रहेगा। लेकिन धीरे-धीरे स्थिति शांत होगी और सन् 2020 के बाद आने वाला समय अति शुभ रहेगा।

भाजपा


भाजपा की स्थापना 6 अप्रैल, 1980 को हुई थी। भाजपा की कुंडली मिथुन लग्न और वृश्चिक राशि की है। चुनाव के समय पार्टी की चंद्र महादशा में मंगल की अंतर्दशा प्रभावी रहेगी। अंतर्दशानाथ मंगल लाभेश है और पराक्रम भाव में है, गोचर में मंगल उस समय लग्न भाव पर गोचर करेंगे, चुनावी रण में मनोनुकूल विजय हासिल करने के लिए अतिरिक्त मेहनत करने का संकेत दे रहा है। सरकार बनाने के लिए बीजेपी को गठबंधन कर नए दलों को जोड़ना पड़ सकता है।

नरेंद्र मोदी


मोदी जी की कुंडली में लग्न भाव में नीचस्थ चंद्र लग्नेश मंगल के साथ स्थित है। वर्तमान में श्री नरेंद्र मोदी जी की कुंडली में चन्द्रमा की महादशा में केतु की अंतर्दशा चल रही है। चन्द्रमा यहाँ भाग्येश है तथा नीचभंग राजयोग बना रहा है और बुध उच्च राशि में है। दोनों ही दृष्टि से वर्तमान और आगे का समय मोदी जी के लिए सकारात्मक और अनुकूल है पर विशेष रूप से 26 जनवरी 2017 को शनि का धनु राशि में आना श्री मोदी जी के लिए बहुत शुभ साबित हो रहा है। वर्तमान में शनि गोचरवश धनु राशि धन भाव पर गोचर कर रहा है। नरेंद्र मोदी जी की जन्मराशि पर शनि की साढ़ेसाती का अंतिम चरण प्रभावी है, यह साढ़ेसाती 2020 के प्रारम्भ तक रहेगी। तब तक मोदी जी की स्थिति राजनीति के क्षेत्र में मजबूत बनी हुई है।

कांग्रेस पार्टी


कांग्रेस की कुंडली मीन लग्न और कन्या राशि की है। वर्तमान में इनकी गुरु में शुक्र की दशा प्रभावी है। अंतर्दशानाथ शुक्र तीसरे और आठवें भाव के स्वामी हैं एवं कर्म भाव में षष्ठेश सूर्य के साथ हैं। यह अंतर्दशा इनके लिए प्रतिकूल फलदायक साबित होगी। गोचर में शनि, केतु इनके दशम भाव और राहु, मंगल चतुर्थ भाव पर गोचरस्थ रहने वाले है। गुरु ग्रह गोचर में चुनाव के समय नवम भाव पर रहेंगे। जन्मराशि से शनि चतुर्थ भाव पर है इसलिए शनि ढैय्या का प्रभाव इस पार्टी को मध्यम स्तरीय सफलता अवश्य देगा फिर भी यह चुनाव इस समय इनके लिए मनोनुकूल साबित नहीं होने वाला है।

राहुल गांधी


19 जून 1970 को दोपहर 05 बजकर 50 मिनट पर दिल्ली में जन्मे राहुल गांधी की कुंडली मिथुन लग्न और वृश्चिक राशि की है। वर्तमान में इनकी मंगल महादशा में शनि की अंतर्दशा प्रभावी है। महादशानाथ मंगल आयेश होकर लग्न भाव में स्थित है और अंतर्दशानाथ शनि अष्टमेश और नवमेश है तथा एकादश भाव में स्थित है। शनि की अंतर्दशा राहुल गांधी के लिए सत्ता सुख भोगने के मार्ग खोलने में सहयोगी साबित हो सकती है। मिथुन लग्न की कुंडली में नीच का एकादशस्थ शनि जीवन में राजयोग का कारण बनता है।

आम आदमी पार्टी


आम आदमी पार्टी का गठन धनु लग्न और मेष राशि में हुआ। वर्तमान में शुक्र में राहु की दशा प्रभावी है। साल 2019 में पार्टी की शुक्र में राहु की अन्तर्दशा चल रही है। महादशानाथ शुक्र आयेश है, बली स्थिति में है, अन्तर्दशानाथ राहु द्वादश भाव में सूर्य के साथ है। यह समयावधि जोड़तोड़ से सफल होने की ओर संकेत करती है। अप्रैल माह 2019 में केतु और शनि लग्न भाव पर गोचर कर रहे होंगे, ऐसे में पार्टी इस समय संघर्ष के बाद सफलता की ओर कदम बढ़ा सकती है।

अरविंद केजरीवाल


अरविंद केजरीवाल की कुंडली वृषभ लग्न, वृषभ राशि की है। वर्तमान में इनकी कुंडली में गुरु महादशा में राहु का अंतर चल रहा है। अंतर्दशानाथ राहु इनके राजनैतिक करियर को विस्तार देंगे। इन्हें आशा से अधिक सफलता और सम्मान मिलेगा। चुनाव परिणाम आने के समय शनि की वक्री स्थिति का लाभ इन्हें सकारात्मक रुप में प्राप्त होगा। सातवें भाव पर वक्री गुरु धन सबंधी परेशानियों को बढ़ा सकते हैं। राहु दूसरे भाव पर गोचर कर इनकी पार्टी का विस्तार और सफलता दे सकते हैं।

बहुजन समाज पार्टी


बसपा की कुंडली कन्या लग्न और वृश्चिक राशि की है। इस समय पार्टी पर साढ़ेसाती का अंतिम चरण चल रहा है। शुक्र में गुरु की दशा प्रभावी है। महादशानाथ शुक्र भाग्येश और गुरु चतुर्थेश व सप्तमेश है। सप्तमेश की दशा समझौते, गठबंधन और करार के लिए अनुकूल मानी जाती है। इस समय यही स्थिति पार्टी के लिए बन रही है। उच्चस्थ राहु दशम भाव पर गोचर कर रहे हंै, यह इन्हें आने वाले लोकसभा चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करने की स्थिति दे रहा है।

मायावती


बसपा प्रमुख मायावती जी की कुंडली के अनुसार बुध में शुक्र की अन्तर्दशा प्रभावी है। कुंडली के शत्रु भाव पर शनि-केतु की युति इस समय गोचर में इनके शत्रुओं को मजबूती दे रही है। सप्तमेष शनि का शत्रु भाव में राहु /केतु अक्ष में होना इन्हें छुपे हुए शत्रुओं से हानि का संकेत दे रहा है। यह लोकसभा चुनाव इनके लिए सम्मान बचाने वाला साबित होगा। अति विश्वास इनके लिए हानि का कारण बन सकता है। अतः सावधानी और नीतियों को गुप्त रखने से स्थिति बेहतर हो सकती है।

समाजवादी पार्टी


मिथुन लग्न और धनु राशि में समाजवादी पार्टी का जन्म हुआ। इस समय शनि इनके सप्तम भाव पर जन्मराशि पर गोचर कर रहे हैं जिन्हें केतु का साथ प्राप्त हो रहा है। राहु लग्न भाव में उच्चस्थ अवस्था में गोचर कर रहे हैं। पार्टी की कुंडली में चंद्र में शुक्र की दशा प्रभावी है। दशा अनुकूल है परन्तु सप्तम भाव में राहु-केतु प्रभाव, शनि की स्थिति प्रतिकूल होने के संकेत दे रही है। इस स्थिति में किये गए समझौतों में परेषानियां आ सकती है।

अखिलेश यादव


कन्या लग्न और मिथुन राशि में अखिलेश का जन्म हुआ। इस समय केतु में चंद्र की दशा चल रही है। जन्मराशि पर राहु उच्चस्थ अवस्था में गोचर कर रहे हैं, राहु की कूटनीति का सहयोग इन्हें इस चुनाव में मिल रहा है। गुरु तीसरे भाव पर गोचर कर भाग्य और लाभ दोनों भावों को सक्रिय तो कर रहे हैं, यहाँ गुरु वक्री होने की वजह से मित्रों और रिश्तेदारों का सहयोग न मिलने के योग भी बना रहे हैं। अतः अच्छे परिणामों की उम्मीद अखिलेष जी न करें।

सार: कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी दोनों की कुंडलियों के अनुसार लोकसभा चुनाव 2019 में बीजेपी विरोधी पार्टियां एक नया गठबंधन बना सकती है जिसमें बहुजन समाज पार्टी, समाजवादी पार्टी, टीएमसी, जनता दल महत्वपूर्ण भूमिका निभायेंगे। भाजपा के लिए यह गठबंधन परेशानी का कारण बन सकता है। भाजपा 2014 की तुलना में कमजोर रहेगी। अप्रैल माह के बाद होने वाले चुनावों का लाभ कांग्रेस और अन्य विरोधी दलों को मिल सकता है।

इसके विपरीत भारतीय जनता पार्टी और नरेंद्र मोदी जी की कुंडली के अनुसार यह समय सावधानी और कूटनीति का है। शनि की साढ़ेसाती के प्रभाव के समय में इन्हें अपने सेवकों, अधीनस्थों और अपने निम्न कर्मचारियों का आदर, सेवा और सहयोग करने की कोशिश करनी चाहिए। बड़बोलेपन से बचना चाहिए एवं विरोधियों के विषय में व्यंग्यात्मक शब्दावली का प्रयोग करने से बचना चाहिए और बातों को बढ़ा-चढ़ा कर बोलने से भी इन्हें बचना होगा। जिस प्रकार प्रयागराज में मोदी जी ने सफाई कर्मियों के पैर धोकर सेवा की, सर्जिकल स्ट्राइक कराई और राम मंदिर मध्यस्थता पीठ का निर्माण कराया, इसका लाभ मोदी जी को मिल सकता है। उम्मीद है कि नरेन्द्र मोदी जी ही भावी सरकार बनाएंगे।


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