Product Detail
आज ज्योतिष क्षेत्र में लाल किताब का नाम किसी के लिए अजूबा नहीं है। यदि फलादेश की सटीकता के लिए महर्षिपाराशर का नाम बड़े आदर-सम्मान के साथ लिया जाता है तो लाल किताब का नाम उसके टोटके और उपायों के लिए बड़े ही विश्वास और निष्ठा के साथ लिया जाता है। लाल किताब का इतिहास हमेशा ही विवादास्पद रहा है परंतु जितना यह विवादास्पद है उतनी ही यह रहस्यपूर्ण भी है।
प्रस्तुत पुस्तक लाल किताब के इन सभी रहस्यों को बहुत ही सरल और स्पष्ट विधि से उजागर करती है जिसको पढ़कर कोई भी पाठक चाहे वह ज्योतिष का विद्यार्थी हो या ज्योतिष का विद्वान हो लाल किताब के ज्ञान से लाभान्वित हो सकेगा। इस पुस्तक को नौ भागों में बांटा गया है जिसमें सबसे पहले लाल किताब के विशेष शब्दों की तर्कसंगत व्याख्या दी गई है। इसके पश्चात बारह भावों की व्याख्या, ग्रहों का, विभिन्न भावों में महत्व, बारह भावों में ग्रहों के फल और उनके उपाय, लाल किताब के द्वारा विशेष नियम, ग्रह और उनसे संबंधित बीमारियां, पितृ ऋण का ग्रह, कुछ अद्भुत योग एवं अंत में लाल किताब का वर्षफल दिया गया है।