हस्त नक्षत्र का फल

हस्त नक्षत्र का फल

आकाश मण्डल के 27 नक्षत्रों में हस्त नक्षत्र को 13वां नक्षत्र माना जाता है। यह नक्षत्र चन्द्रमा का नक्षत्र है, इस नक्षत्र के अधिष्ठाता देवता आदित्य है। हस्त नक्षत्र पांच तारों से बनी हथेली के समान आकृति को दर्शाता है। इस नक्षत्र से बनने वाली आकृति के नाम पर ही इसे हस्त कहा जाता है। हस्त का अर्थ हाथ से है जिसे हम हाथ बांटना, हाथ बढा़ना या हाथ थामना जैसे अनेक अर्थों से जोड़ कर भी देख सकते हैं। इस नक्षत्र के अरयानम और लिंग स्री है। इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले व्यक्तियों के स्वभाव में चन्द्र के गुण स्वत: होते है। इस नक्षत्र का व्यक्ति स्वभाव से बुद्धिमान प्रकृति का होता है।

यह पू ष ण ढ प्रथम नाम अक्षर से पहचाना जाता है। इस नक्षत्र का स्वामी चंद्रमा तो वहीँ राशि कन्या है जिसका स्वामी बुध है। चंद्र का बुध शत्रु है। आपमें जहाँ चंद्र के गुण होंगे वही राशि स्वामी बुध का भी प्रभाव जीवन भर रहता है। चन्द्रमा मन का कारक है। वहीं बुध ज्ञान और बुद्धि का कारक है। चंद्र प्रधान नक्षत्र में जन्म होने से जातक का स्वभाव शांत, भावना प्रधान दूसरों की मदद करने वाले आकर्षक व्यक्तित्व के धनी होते हैं।

हस्त नक्षत्र के जातक का व्यक्तित्व-

आप अनुशासनप्रिय हैं तथा जीवन में आने वाली हर परेशानियों का विवेक से सामना करते हैं। आपकी दृढ़ता और विचारों की स्थिरता आपको एक आम आदमी से भिन्नता और श्रेष्ठता प्रदान करती है। आप एक स्वतंत्र विजेता हैं जो अपने ज्ञान और समृद्धि के कारण जाने जाते हैं। आपका दिमाग़़ तेज़ है इसलिए आपके मस्तिष्क में नयी-नयी योजनाएँ आती हैं। स्वभाव से आप शांत हैं और आपकी मुस्कान में एक चुम्बकीय शक्ति है। आप संतोषी, मिलनसार और सबसे जल्दी घुल-मिल जाते हैं। पढ़ने-लिखने में आप बेहद तेज़ हैं और शब्दों के जादूगर हैं। किसी भी विषय को आसानी से समझने की योग्यता आपमें भरी हुई है। अपनी बातों से ही आप सिक्का जमा लेते हैं और आप में चतुरता व मधुरता भी है। दिमाग़ी क्षमता प्रबल होने के बावजूद आपकी कमी यह है की आप किसी भी विषय पर तुरंत निर्णय नहीं लेते हैं। आप शांतिप्रिय हैं इसलिए कलह व विवाद की स्थिति से दूर ही रहते हैं। आपके मन में एक झिझक रहती है, फिर भी आप नये-नये मित्र बना ही लेते हैं। मित्रों से काम निकालना भी आपको बख़ूबी आता है। अवसर आने पर आपको जहाँ लाभ दिखाई देता है आप उसी पक्ष की ओर हो लेते हैं।

नौकरी की अपेक्षा व्यवसाय करना आपको ज़्यादा पसंद है तथा व्यवसाय के प्रति लगाव के कारण ही आप इस क्षेत्र में काफ़ी तेज़ी-से उन्नति कर सकते हैं। हर प्रकार के सांसारिक सुखों का आप आनंद लेते हैं। आपका जीवन सुखमय है और अपने कार्यों से आपको समाज में मान-सम्मान व आदर प्राप्त है। अपनी धुन के आप पक्के हैं। मन में जो होता है आप वही करते हैं; लोगों के कहने से अपने निर्णय बदलना आपको नहीं आता है। जीवन में आपको प्रायः आर्थिक समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ता क्योंकि आप अपने दिमाग़़ का बख़ूबी इस्तेमाल करके धन कमाना जानते हैं। आप शांतिप्रिय, ज़रुरतमंदो की सहायता के लिए सदैव तत्पर और आडम्बर-शून्य हैं। आपके जीवन में अनेक उतार-चढ़ाव हैं फिर भी आप हमेशा मुस्कुराते रहते हैं। विवादों का निपटारा करने में आपको दक्षता प्राप्त है, इसलिए आप अच्छे सलाहकार भी हैं। हँसी-मज़ाक़ से लोगों को सीख देने में आप कुशल हैं क्योंकि आप जीवन को एक खेल और संसार को खेल का मैदान समझते हैं। शारीरिक और मानसिक रूप से आप सदा सक्रिय रहते हैं क्योंकि निठल्ले बैठना आपको पसंद नहीं है। भले ही आप विनोदी स्वभाव के हों परंतु अपने काम में किसी भी तरह की चूक या कमी आपको बर्दाश्त नहीं है। अपने प्रयास व योग्यता से मनोवांछित लक्ष्य को पाना ही आपका विशिष्ट गुण है। आप अपनी कुशाग्र बुद्धि के कारण किसी भी प्रकार के कार्यक्षेत्र में सफलता प्राप्त करने के योग्य हैं। आपका लक्ष्य कार्य में प्रभावी समाधान खोजना और कार्य को बिना अड़चन के पूर्ण करना होता है।

कार्य-व्यवसाय -

आपका मन नौकरी से अधिक किसी व्यापार को करने में लगता है। आपकी समाज सेवा और दूसरों की सहायता करने में भी विशेष रुचि होती है और इससे संबंधित काम में आपको पर्याप्त मान -सम्मान प्राप्त होता है। बुद्धिमानी का प्रयोग कार्यो में करने के कारण आपकी आर्थिक स्थिति प्राय: सुदृढ रहती है। आप हस्त कला निपुण, कारीगर, कलाकार, आरोग्यदाता, हस्तकलाविद होते हैं। यह हास्यप्रद तेज बुद्धि देता है। ये अच्छे मनोरंजक जादूगर, आध्यात्म का रास्ता अपनाने वाले, मेघावी, जनता के अच्छे वकील होते है। अपने कार्यक्षेत्र में आप पूर्ण अनुशासन का पालन करते हैं। किसी भी मामले में आप पीछे नहीं हैं – यह साबित करना भी आपको बख़ूबी आता है। आप जौहरी, शिल्पी या दस्तकार, एक्रोबैट, जिम्नास्टिक या सर्कस के कलाकार, काग़ज़ के उत्पादन से जुड़े कार्य, छपाई व प्रकाशन कार्य, शेयर-बाज़ार, पैकेजिंग से जुड़े काम, खिलौने बनाने के काम, दुकानदार, क्लर्क, बैंकिंग से जुड़े क्षेत्र, टाइपिस्ट, फ़िज़ियोथेरेपिस्ट, सौंदर्य प्रसाधन से जुड़े कार्य, डॉक्टर, मनोचिकित्सक, ज्योतिषी, वस्त्रों से जुड़े कार्य, कृषि, बाग़-बग़ीचे से जुड़े कार्य, रेडियो व दूरदर्शन, समाचार वाचज़, पत्रकारिता, चिकनी मिट्टी व सिरेमिक से जुड़े कार्य आदि करके जीवनयापन कर सकते हैं।

पारिवारिक जीवन-

घर परिवार के प्रति इनकी जिम्मेदारी बराबर रहती है। परिवार की सुख सम्पन्नता के लिए सामान जुटाना, संतान के लिए भरण पोषण और अच्छी शिक्षा देने की ज़िम्मेदारी पूर्ण रुप से उठाते हैं। आपकी प्रथम संतान पुत्र होती है। बच्चों को अच्छे संस्कार देना, परिवार में सभी के समक्ष सहयोग व सम्मान बनाए रखना और घर के माहौल को स्वस्थ एवं सुखदायी बनाए रखने की पूरी जिम्मेदारी के प्रति नजर बनाए रखते हैं और मेहनत भी करते हैं। आप आदर्श वैवाहिक जीवन का आनंद लेते हैं परन्तु वैवाहिक जीवन में छोटे-मोटे विवाद भी संभव हैं। आपके जीवनसाथी का स्वभाव अच्छा है।

हस्त नक्षत्र - स्वास्थ्य -

यह तेरहवाँ नक्षत्र है और इसका स्वामी चंद्रमा है। इसके अधिकार में आंते, अंतड़ियाँ, अंत:स्त्राव ग्रंथियाँ, इंजाइम्स आते हैं। हथेली, कलाई ऊंगलियां इस नक्षत्र में आते हैं। इस नक्षत्र के पीड़ित होने पर व्यक्ति को इन अंगों में पीड़ा होने की संभावना बनती है। इस नक्षत्र के जातक में वात तत्व की प्रधानता रहती है।

सकारात्मक पक्ष :-

नक्षत्र स्वामी चन्द्रमा तो राशि कन्या व इसका स्वामी बुध है। चन्द्र प्रधान नक्षत्र में जन्म होने से जातक स्वभाव से शांत, भावना प्रधान, दूसरों की मदद करने वाले व आकर्षक व्यक्तित्व के धनी होते हैं। ऐसे लोग अनुसंधानकर्ता, परामर्शदाता या चिकित्सक बन सकते हैं। हस्त नक्षत्र में जन्म होने से जातक उद्यमी, कार्यशील, कुशल कार्यकर्ता, व्यापारी, सिद्धांत एवं वेदों का ज्ञाता, मौलिक कार्य करने वाला तथा परिश्रम से उन्नति करने वाला होता है।

नकारात्मक पक्ष :-

चन्द्र का बुध शत्रु है। यदि चन्द्र और बुध की जन्म कुंडली में स्थिति खराब है तो इंसान दैनिक कार्यों में उलझा रहेगा और यह नेतृत्व करने के बजाय अनुयायी बनना पसंद करेगा। इनमें चोरी करने की भावना भी पैदा हो सकती है। इस भावना से जीवन में दुख पैदा होगा। दूसरों का मजाक उड़ान, क्रूरता या बेरहमी के गुण होंगे। झूठ बोलने की आदत से प्रतिष्ठा जाती रहेगी। शराब की लत लग सकती है। यदि ऐसा है तो सबसे खराब दिन देखने होंगे।

हस्त नक्षत्र वैदिक मंत्र-

ॐ विभ्राडवृहन्पिवतु सोम्यं मध्वार्य्युदधज्ञ पत्त व विहुतम

वातजूतोयो अभि रक्षतित्मना प्रजा पुपोष: पुरुधाविराजति ।

ॐ सावित्रे नम: ।

उपाय-

हस्त नक्षत्र के जातक के लिए सूर्य उपासना और सूर्य के 108 नामों का स्मरण करना उत्तम होता है।

आदित्य हृदय स्त्रोत का पाठ करना भी शुभफलदायी माना जाता है।

सूर्य को जल चढा़ना व मंत्र जाप कल्याणकारी माने जाते हैं।

भगवान विष्णु के दशरुपों की पूजा भी उत्तम होती है।

हस्त नक्षत्र अन्य तथ्य -

  • नक्षत्र - हस्त
  • राशि - कन्या
  • वश्य - नर
  • योनि - महिष
  • महावैर - अश्व
  • राशि स्वामी - बुध
  • गण - देव
  • नाड़ी - आदि
  • तत्व - पृथ्वी
  • स्वभाव(संज्ञा) - क्षिप्र
  • नक्षत्र देवता - सूर्य
  • पंचशला वेध - उत्तरा भाद्रपद
  • प्रतीक चिह्न - हाथ का पंजा
  • रंग - गहरा हरा
  • अक्षर - पू, ष, ण, ढ
  • वृक्ष - रीठा का पेड़
  • नक्षत्र स्वामी - चन्द्रमा
  • देवता - चन्द्रदेव, सावित्री या सूर्य
  • शरीरिक गठन - सामान्य शरीर
  • भौतिक सुख - माता, बहन और धन का सुख मिलेगा