पूजा अर्चना में (कुंभ) कलश का विधान योग
किसी भी प्रकार के मांगलिक कार्य में सामग्री के साथ-साथ कई वस्तुओं का उपयोग किया जाता है। जैसे जल, पुष्प, दीपक, घंटी, शंख, आसन, कलश आदि जिनका अलग-अलग विशिष्ट महत्व एवं प्रतीकात्मक अर्थ होता है। कलश या कुंभ की भारतीय संस्कृति में एक कल्पना की गई है। कुंभ को समस्त ब्रह्मांड का प्रतीक माना गया है क्योंकि ब्रह्मांड का आकार भी घट के समान है। इसको यों भी कहा जा सकता है कि घट में समस्त सृष्टि का समावेश है। इसमें सभी देवी-देवता, नदी, पर्वत, तीर्थ आदि मौजूद हैं।
फ्यूचर पाॅइन्ट | 21-Jun-2018
Views: 9783