कुम्भ राशि में सूर्य का गोचर
नवग्रहों में सूर्य को मुख्य ग्रह के रूप में जाना जाता है। सूर्य का गोचर ज्योतिष के अनुसार बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि सूर्य देव को सभी ग्रहों का राजा कहा गया है और यह आरोग्य के देवता है, जो समस्त संसार को अपने प्रकाश से जीवन ऊर्जा प्रदान करते हैं। किसी व्यक्ति की कुंडली में यदि सूर्य मजबूत है तो व्यक्ति को नाम, प्रसिद्धि और प्रतिष्ठा प्राप्त करता है। यह आधिकारिक लोगों और उच्च रैंक वाले अधिकारियों के साथ संबंध बनाता है। यह शक्ति, अधिकार, स्थिति, नाम, प्रसिद्धि और जातक को श्रेष्ठ बनाता है। कुंडली में इसकी स्थिति प्रतिकूल होने पर आत्मविश्वास और सम्मान की कमी, कमजोर दृष्टि, वित्तीय और सामाजिक मुद्दों में परेशानी होती है। सूर्य लगभग 1 महीने में एक राशि का भोग करते हुए दूसरी राशि में प्रवेश करता है और इस प्रकार सूर्य का गोचर एक महीने में होता है।
सूर्यदेव मंगल की राशि मेष में उच्च और शुक्र की राशि तुला में नीच के होते हैं। सूर्य राशि चक्र की पंचम राशि सिंह का स्वामी है। सूर्य ग्रह जातक के जीवन में पिता, आत्मविश्वास और अधिकार का प्रतीक माना गया है। ज्योतिष के अनुसार सूर्य सरकार, प्रशासन, राजनयिक, सार्वजनिक क्षेत्र के प्रतिनिधि और राजनीति में एक आवश्यक भूमिका निभाता है। प्राकृतिक प्रकाश का स्रोत यह ग्रह अच्छे नैतिक मूल्यों और धार्मिक झुकाव के साथ एक व्यक्ति के व्यक्तित्व के बारे में जानकारी देता है।
सूर्यदेव जब गोचर कर एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करते हैं तो इस ज्योतिषीय घटना को संक्रांति कहा जाता है। इस बार सूर्य मकर राशि से गोचर कर कुम्भ राशि में प्रवेश करेंगे। जिसे कुम्भ सक्रांति कहा जाता है। फ्यूचर पंचांग के अनुसार सूर्य का कुम्भ राशि में परिवर्तन 13 फरवरी को प्रातः 03 बजकर 27 मिनट पर होने जा रहा है। ऐसे में आपकी राशि के अनुसार सूर्य का कुम्भ राशि में आना क्या परिणाम लेकर आ सकता है? आइये जानते हैं।
मेष राशि (Aries)
मेष राशि से एकादश भाव में सूर्य का गोचर होने जा रहा है। इस भाव से मुख्यरूप से आय और बड़े भाई बहनों के बारे में विचार किया जाता है। इस भाव में सूर्य का गोचर हर प्रकार से आपके लिए लाभदायक रहेगा और आपकी प्रगति होगी। सरकारी नौकरी में हैं तो अधिकारी आपको मदद करेंगे, वैसे भी आपको लोगों से जो आपसे बड़े हैं आगे हैं उनका साथ मिलेगा और आपकी उन्नति होगी। कोई प्रमोशन आदि रुका हुआ है तो उसके लिए प्रयास कीजिये, कोई पुराना काम बहुत दिन से अटका हुआ पड़ा हुआ है तो उसको निपटाने की कोशिश कीजिये, कोई न कोई सहायता ज़रूर मिलेगी। सूर्य के प्रभाव से आपके प्रेम जीवन में कुछ कठिनाइयाँ जन्म ले सकती हैं और विचारों में विरोधाभास की स्थिति पैदा होने से प्रेम जीवन में कुछ नीरसता आ सकती है। इसके लिए आपको आपसी संवाद का सहारा लेना होगा। यदि आप विद्यार्थी हैं तो शिक्षा के मामले में यह गोचर अधिक अनुकूल नहीं है, इसलिए आपको पूर्ण निष्ठा और एकाग्रता के साथ पढ़ाई पर ध्यान देना होगा, नहीं तो परिणाम भिन्न हो सकते हैं।
वृषभ राशि (Taurus)
इस गोचर के दौरान सूर्य आपकी राशि से दशवें भाव में विराजमान होने वाले हैं। दशम भाव में सूर्य को विशेष बल प्राप्त होता है, जिसे दिग्बल कहा जाता है। यह भाव सबसे मजबूत केंद्र भाव होता है। ऐसी स्थिति में सूर्य का गोचर आपके लिए कार्यक्षेत्र में जबरदस्त तरक्की के योग बनाएगा और आपको आपके कार्यक्षेत्र में या जहां आप नौकरी करते हैं, वहां पदोन्नति मिलने की पूरी संभावना रहेगी। आपके संबंध आप के वरिष्ठ अधिकारियों से भी बढ़िया बनेंगे और वे हर काम में आपकी मदद करेंगे। यदि आप सरकारी क्षेत्र में कार्यरत हैं तो यह गोचर आपके लिए और भी बढ़िया रहने वाला है। सरकार की ओर से कोई मान सम्मान या किसी प्रकार की सुविधा मिल सकती है। लेकिन पारिवारिक मोर्चे पर आपको इस दौरान संभलकर चलने की जरूरत है। इस गोचर के दौरान घर में किसी बात को लेकर वाद-विवाद की स्थिति बन सकती है। सूर्य के प्रभाव से इस दौरान आपका स्वभाव भी उग्र रहेगा। अपनी वाणी पर संयम रखने की कोशिश करें।
मिथुन राशि (Gemini)
सूर्य का गोचर आपकी राशि से नवम भाव में हो रहा है। इस भाव को धर्म भाव भी कहा कहा जाता है। इस भाव में सूर्य के गोचर से आपके मान सम्मान में खूब बढ़ोतरी होगी और कार्य-व्यवसाय में सफलता मिलेगी। इस दौरान आपको अपनी नौकरी में तरक्की और पदोन्नति के अवसर प्राप्त होंगे। आपकी आमदनी में वृद्धि होगी और कार्यक्षेत्र में आपकी साख मजबूत होगी। इस गोचर काल में सरकार से अर्थात सरकारी क्षेत्र से किसी प्रकार का लाभ मिलने के अच्छे संकेत दिखाई देते हैं। भाग्य आपका पूर्ण रूप से साथ देगा, और कार्य क्षेत्र तथा व्यापारिक स्तर पर भी आपको सफलता मिलेगी। जहाँ एक तरफ कार्य क्षेत्र में आप अपनी मेहनत से सभी चुनौतियों को पार करने में सफल होंगें वहीं दूसरी तरफ बिज़नेस में भी आपको मुनाफ़ा प्राप्त होगा। जो लोग शिक्षा उद्योग, परामर्श सेवाओं में हैं, वे इस अवधि के दौरान उन्नति पाएंगे। उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे लोगों को भी इस दौरान अच्छी सफलता मिलेगी।
कर्क राशि (Cancer)
कुंभ राशि से सूर्य का परिवर्तन अष्टम घर में हो रहा है। इस भाव में सूर्य के गोचर के चलते इस राशि के जातकों को जीवन में चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। इस भाव में गोचर के प्रभाव से आपके स्वास्थ्य में समस्याएं आ सकती हैं और आप बीमार पड़ सकते हैं। आपको अचानक से त्वचा संबंधित परेशानियां, पित्त रोग में वृद्धि, बुखार तथा यौन समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं, इसीलिए आपको अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना चाहिए। हालाँकि ऐसा तभी होगा, जब आपकी कुंडली में अशुभ ग्रहों की दशा चल रही हो। इस समय अवधि में आपकी कुछ अनचाही यात्राओं पर जाने की स्थिति बनेगी लेकिन आपको इनसे बचना चाहिए क्योंकि इससे न केवल आपका स्वास्थ्य खराब होगा बल्कि आपका धन भी व्यर्थ खर्च होगा। आप पर मानसिक रूप से काफी तनाव हावी रह सकता है और आपके पिताजी को भी इस दौरान धन की हानि हो सकती है। वहीं इस समय में आपकी वाणी में गर्व बढ़ेगा, इसलिए आपको सोच समझकर बोलना चाहिए क्योंकि बात का बतंगड़ बनने से स्थिति बिगड़ सकती है।
सिंह राशि (Leo)
आपकी राशि के स्वामी सूर्य है और इस गोचर के दौरान आपकी राशि से सातवें भाव में गोचर करेंगे। इस भाव से विवाह और साझेदारी आदि का विचार किया जाता है। इस भाव में सूर्य का गोचर आपके लिए मिश्रित परिणाम लेकर आएगा और आपको व्यापार में उत्तम लाभ की प्राप्ति होगी। केवल इतना ही नहीं, यदि आप नौकरी करते हैं तो आपको अच्छी पदोन्नति तथा तनख्वाह में वृद्धि होने के भी योग बनेंगे। आप पूरी लगन और मेहनत से अपने काम करेंगे, जिससे कार्यक्षेत्र में आपकी स्थिति बढ़िया बनेगी तथा आपको मान सम्मान मिलेगा। लेकिन सूर्य का इस भाव में गोचर करना दाम्पत्य जीवन की दृष्टि से ज्यादा अनुकूल नहीं होगा, इसलिए आपको थोड़ा सावधान रहना चाहिए क्योंकि इस गोचर काल में आपके दांपत्य जीवन में तनाव और टकराव दोनों बढ़ेगा। आपके जीवनसाथी के स्वभाव में बदलाव आएगा और संभव है कि आप दोनों में अहम का टकराव हो। याद रखिए यह स्थिति आपके रिश्ते के लिए अच्छी नहीं होगी, इसलिए आपको धैर्य का परिचय देना ही बेहतर होगा।
कन्या राशि (Virgo)
इस गोचरीय अवधि के दौरान सूर्य आपकी राशि से छठे भाव में स्थित होंगें। इस भाव से रोग ऋण शत्रु व कॉम्पिटिशन आदि का विचार किया जाता है। इस दौरान किसी अन्य के मामले में टांग अड़ाने से आपको बचना चाहिए क्योंकि ऐसा करके आप अपना ही नुकसान कर सकते हैं। गोचर का यह समय स्वास्थ्य जीवन के लिए, सबसे अधिक अनुकूल रहने वाला है। क्योंकि इस समय आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बेहतर होगी और आप शारीरिक रूप से खुद को बेहतर पाएंगे। यदि आप किसी प्रशासनिक पद या सरकारी पद पर कार्यरत हैं तो, आपकी सफलता निश्चित है। वो छात्र जो प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, उन्हें यह गोचर सफलता देगा। क्योंकि इस दौरान आप अपने परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन देने में सक्षम होंगे। यदि कोर्ट-कचहरी में कोई केस चल रहा था तो आपको इस दौरान विजय मिल सकती है।
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तुला राशि (Libra)
आपकी राशि के लिए सूर्य का गोचर पंचम भाव में होगा। यह आपके एकादश भाव का स्वामी हैं। पंचम भाव विशेष रूप से बुद्धि, ज्ञान, संतान और प्रेम संबंधों का भाव माना गया है। इस भाव में सूर्य के गोचर से आपकी आमदनी में वृद्धि होगी तथा व्यापार के सिलसिले में किए गए आपके प्रयास सार्थक साबित होंगे और आपको सरकारी क्षेत्र से जुड़कर काम करने में मदद मिलेगी। लेकिन सूर्य के इस भाव में गोचर करने से आपकी संतान को कुछ शारीरिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है और वे जिस क्षेत्र में काम कर रहे हैं, उसमें उन्हें अधिक एकाग्रता के साथ काम करना होगा। शिक्षा में व्यवधान आने के योग बनेंगे क्योंकि आपकी एकाग्रता इस समय में भंग हो सकती है। यह गोचर आपके प्रेम जीवन के लिए भी थोड़ा कमजोर हो सकता है क्योंकि इस समय में आपका प्रियतम किसी अहम भावना में बह कर आपको बुरा भला कह सकता है। ऐसे में आपको रिश्ते को बनाए रखने के लिए संयम का परिचय देना पड़ेगा। वहीं शारीरिक रूप से भी आप इस दौरान अपने अंदर गर्मी और पित्त की असंतुलित स्थिति को महसूस कर सकते हैं, जिससे आपके कामों में भी कुछ विलंब हो सकता है। महत्वपूर्ण परियोजनाएं अटक सकती हैं, जिसकी वजह से आपको और अधिक ध्यान देकर काम करने होंगे।
वृश्चिक राशि (Scorpio)
वृश्चिक राशि वालों के लिए बुध का परिवर्तन चौथे भाव में हो रहा है इस भाव से माता, सुख, भूमि-भवन, वाहन आदि का विचार किया जाता है। यदि आप नौकरी करते हैं तो नौकरी में आपको अच्छा इंक्रीमेंट और पदोन्नति मिल सकती है और यदि आप व्यापार करते हैं तो उसमें भी समय सुखद रहेगा लेकिन आपको किसी प्रकार की वाहन दुर्घटना से चोट लगने की संभावना हो सकती है, इससे आपको सावधान रहना चाहिए। इस गोचर के प्रभाव से आप की सुख-सुविधाओं में तो वृद्धि होगी लेकिन मानसिक रूप से आप अधिक संतुष्ट नहीं रहेंगे। आप को और अधिक सुकून की आकांक्षा होगी। गोचर के प्रभाव से परिवार का वातावरण ज्यादा अनुकूल नहीं रहेगा और उसमें व्यर्थ की बहस बाजी हो सकती है, जिससे लोगों के बीच तालमेल का अभाव देखने को मिल सकता है। इस समय काल में आपकी माताजी का स्वास्थ्य पीड़ित रहेगा और वे अपने खराब स्वास्थ्य के कारण परेशान हो सकती हैं। इस गोचर में सूर्य आपके कार्य स्थल को भी प्रभावित करेगा, जिसकी वजह से आप घर और नौकरी के बीच में तालमेल बिठाने का प्रयास करेंगे।
धनु राशि (Sagittarius)
आपकी राशि से सूर्य तीसरे भाव में परिवर्तन कर रहा है। इस राशि के जातक इस दौरान अपने साहस और आत्मशक्ति में वृद्धि महसूस करेंगे, और बेहद ऊर्जावान होंगे। जिसके कारण कई कार्यों को गति के साथ समय से पहले ही पूरा करने में सक्षम होंगे। आप हर काम को पूरी एकाग्रता और निष्ठा के साथ संपन्न करेंगे। भाग्य किस्मत के नवम भाव पर सूर्य की दृष्टि आपके भाग्य को मजबूत बनाएगी आपके करियर में वृद्धि करेगी और साथ ही इस दौरान वरिष्ठ लोग आपके प्रयासों को देखेंगे और सराहेंगे। इस दौरान कुछ यात्राएं भी आपको करनी होंगी,जो आपको कुछ नया मार्गदर्शन देंगी। गोचर की अवधि में आपको अपने कुछ पुराने मित्रों से मिलना भी संभव होगा, जिनसे मिलकर आप काफी खुश होंगे। यह गोचर आपके शत्रुओं पर भारी पड़ेगा और आप उन्हें किसी भी हाल में आगे बढ़ने नहीं देंगे, जिससे आप मानसिक तौर पर भी मजबूत दिखेंगे। यह समय आपके माता पिता के स्वास्थ्य के लिए थोड़ा कमजोर रहेगा।
मकर राशि (Capricorn)
मकर राशि वालों के लिए सूर्य का परिवर्तन आपकी राशि से दूसरे भाव में होने वाला है। इस भाव से आपकी वाणी, संपत्ति, परिवार, भोजन, आदि के बारे में विचार किया जाता है। इस गोचर के प्रभाव से आपकी वाणी में गुस्सा और कर्कशता दोनों की बढ़ोतरी हो सकती है और यह दोनों ही चीजें आपके पारिवारिक जीवन को प्रभावित करेंगी। इसकी वजह से आपके परिवार में किसी बात को लेकर असहमति और मनमुटाव की संभावना बन सकती है, इसका विशेष ध्यान रखें। हालाँकि इसका सकारात्मक पक्ष यह भी है कि आपको वाद-विवाद या किसी मुकदमे में लाभ होगा और आपकी धन की स्थिति मजबूत होगी। इस गोचर काल में स्वास्थ्य में कुछ बदलाव आएँगे और आपको बुखार, सिर दर्द जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। शिक्षा के मामले में गोचर अनुकूल साबित होगा और आपको बेहतरीन परिणाम मिलेंगे।
कुंभ राशि (Aquarius)
कुम्भ राशि के जातकों के लिए सूर्य का गोचर उनकी ही राशि में होने जा रहा है। सूर्य गोचर के फलस्वरूप आपकी ऊर्जा और आत्मविश्वास में गजब की वृद्धि होगी। स्वास्थ्य की दृष्टि से आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता काफी शानदार रहने वाली है। आप मुश्किल से मुश्किल समस्या का हल निकालेंगे और उस पर विजय प्राप्त करेंगे लेकिन आपके अंदर अभिमान भी जाग सकता है, जिसका असर आपके रिश्तों को खराब कर सकता है। सूर्य का यह गोचर आपके दांपत्य जीवन के लिए अनुकूल नहीं माना जा सकता और ऐसे में आप और आपके जीवनसाथी के मध्य मतभेद बढ़ सकते हैं और अहम का टकराव हो सकता है। इससे रिश्ते में सुखों की कमी देखने को मिल सकती है। वहीं आर्थिक रूप से आप एक अच्छी स्थिति में रहने वाले हैं जिसकी मदद से आप अपने सभी खर्चों को बेहद ही आराम से पूरा कर सकेंगे। यदि किसी इंजीनियरिंग या अन्य प्रतियोगी परीक्षा में आपने भाग लिया है तो उसमें सफल होने की पूरी संभावना होगी।
मीन राशि (Pisces)
आपकी राशि के लिए सूर्य पहले भाव के स्वामी होकर द्वादश भाव में गोचर करेंगे। यह समय आपके आत्मविश्वास में कुछ कमी ला सकता है। आप कुछ कार्यों को लेकर असहज भी हो सकते हैं। इस दौरान आपके ख़र्चों में वृद्धि होने की संभावना नजर आ रही है। इस गोचर के प्रभाव से आपको अपने खर्चों में बेतहाशा वृद्धि देखने को मिलेगी। हालांकि वे खर्चे अव्यवस्थित नहीं होंगे बल्कि किसी विशेष प्रयोजन से ही होंगे। सूर्य का यह गोचर आपकी अध्यात्मिकता को बढ़ाने वाला साबित होगा। बारहवें भाव में सूर्य के गोचर के कारण, आप कम ऊर्जावान महसूस करेंगे और आप चिड़चिड़े महसूस कर सकते हैं। इस दौरान प्रॉपर्टी से संबंधित कोई मामला यदि कोर्ट कचहरी में चल रहा है तो उसका नतीजा आपके खिलाफ जा सकता है, इसलिए ऐसे मामलों में ज्यादा इंवॉल्व न हों और हो सके तो इसे आगे के लिए टाल दें।