बुध का मीन राशि में गोचर
वैदिक ज्योतिष में बुध को संचार और बुद्धि का कारक माना गया है। व्यक्ति की तर्क करने की शक्ति, निर्णय लेने और तार्किक सोच सभी बुध ग्रह के द्वारा ही शासित होते हैं। बुध ग्रह को जातक की बुद्धि, नाते रिश्तों में हमारी बहन, शरीर की त्वचा, वाणी, लोगों से सम्पर्क करने में हमारी योग्यता अर्थात हमारी संवाद शैली, तार्किक क्षमता, यात्रा, लेखन, गणित, ज्योतिष आदि का कारक भी माना गया है। जिस व्यक्ति की कुंडली में बुध ग्रह शुभ स्थिति में होता है ऐसे जातक अपनी उम्र से ज्यादा युवा दिखते हैं और उनकी दृढ़ शक्ति और चालाकी बेहद ही शानदार होती है। वहीं इसके विपरीत जिन लोगों की कुंडली में बुध अशुभ या फिर कमज़ोर स्थिति में होता है उनकी निर्णय लेने की शक्ति, संचार इत्यादि में कमी देखने को मिलती है और साथ ही ऐसे लोग अन्य लोगों को अपनी ओर प्रभावित करने में भी नाकाम होते हैं। बुध ग्रह समृद्धि और बहुतायत का भी प्रतिनिधित्व करता है और हास्य की अच्छी भावना भी देता है। पीड़ित होने पर यह तंत्रिका संबंधी समस्याएं और नींद संबंधी विकार भी पैदा कर सकता है। सूर्य के सबसे निकट होने के कारण बुध ग्रह सबसे तेज ग्रह है। सीधी गति में होने पर यह लगभग 24 दिनों में एक राशि से दूसरी राशि तक का सफर तय करता है।
ज्योतिष के अनुसार बुध लाभ भाव में अतिविशिष्ट कारक होता है। इसलिए बुध को लाभ देने वाला ग्रह भी माना गया है। लेकिन कई बार बुध जब क्रूर ग्रहों के संपर्क में आता है, तो अशुभ फल भी प्रदान करता है। कुंडली में बुध मजबूत अवस्था में हो, तो ऐसा जातक वाणी से बेहद कुशल और हाज़िर जवाब होता है तथा अपनी बातों से सबका का मन मोह लेता है। ऐसे जातकों को व्यापार में भी सफलता हासिल होती है। वैदिक ज्योतिष के मुताबिक बुध ग्रह जिस किसी जातक की कुंडली में शुभ अवस्था में होता है, वह जातक एक अच्छा वक्ता होता है, लेकिन यदि जातक की कुंडली में बुध कमजोर अवस्था में बैठा हो तो, ऐसे जातकों का गणित कमजोर होता है। वह चीजें समझने में देर लगाते है, या ठीक से समझ नहीं पाते हैं। उनको व्यापार में भी हानि उठानी पड़ सकती है। ऐसे लोग जीवन में दरिद्रता का मुंह देखते हैं। बुध मिथुन और कन्या राशि का स्वामी है। यह कन्या में उच्च का और मीन में नीच का होता है।
बुध ग्रह, हमेशा की तरह एक बार फिर अपना स्थान परिवर्तन करते हुए, 24 मार्च 2022, गुरुवार के दिन सुबह 10 बजकर 57 मिनट पर कुम्भ से निकलकर मीन राशि में प्रवेश करेंगे। जहां 08 अप्रैल 2022, शुक्रवार के दिन सुबह 11 बजकर 58 मिनट तक विराजमान रहेंगे। ऐसे में चलिए जानते हैं कि, बुध के मीन राशि में होने वाले इस गोचर का सभी 12 राशियों के जातकों पर क्या और कैसा प्रभाव पड़ने वाला है।
मेष राशि (Arise)
बुध आपके तीसरे और छठे भाव का स्वामी है और इस गोचर के दौरान यह आपके बारहवें भाव में प्रवेश करेगा। यह भाव व्यय, हानि अस्पताल में भर्ती होने, खर्च और विदेशी लाभ को दर्शाता है। इस दौरान भागदौड़ की अधिकता रहेगी। अत्यधिक खर्च के कारण आर्थिक तंगी का भी सामना करना पड़ सकता है ऐसे में हर कार्य तथा निर्णय बहुत सावधानी पूर्वक करें, भावनाओं में बहकर लिया गया निर्णय नुकसानदेय रहेगा। व्यावसायिक रूप से बारहवें घर में बुध की उपस्थिति, वित्तीय असंतुलन के कारण खर्च में लगातार वृद्धि ला सकती है। इस गोचरकाल के दौरान जीवनसाथी के साथ कुछ ग़लतफहमी होने की भी संभावना है, इसलिए अपने साथी के साथ शांति और विनम्रता से पेश आएं। संपत्ति संबंधी मामलों से दूर रहें और अपने परिवार के साथ अच्छा समय बिताने की कोशिश करें। कोर्ट कचहरी के मामलों में भी तनाव रहेगा। धर्म एवं आध्यात्म के प्रति रुचि बढ़ेगी।
उपाय- विवाहित महिला को लाल चूड़ियाँ भेंट करें।
वृषभ राशि (Taurus)
बुध आपके दूसरे और पांचवें भाव का स्वामी है और इस गोचर के दौरान यह आपके ग्यारहवें भाव में प्रवेश करेगा। इस दौरान आपको पेशेवर जीवन और व्यवसायी जीवन में शुभ परिणाम हासिल करेंगे और आप अपने पुराने कार्यों को पूरा करने में सफल होंगे। वहीं आर्थिक पक्ष के लिहाज से भी समय अनुकूल रहने वाला है, इस दौरान कई जगहों से आर्थिक लाभ होगा। आप अपना कोई पुराना लोन या बकाया चुकाने में सफल होंगे। प्रेम संबंधों में पड़े लोगों के लिए भी यह समय बेहद शुभ रहने वाला है। इस राशि के सिंगल जातकों के जीवन में किसी खास का आगमन हो सकता है। यदि आप पहले से प्रेम संबंधों में पड़े हैं और अपने साथी से विवाह के बंधन में बंधना चाहते हैं तो यह समय आपके लिए अति उत्तम है। पारिवारिक जीवन भी उत्तम बना रहेगा और आप अपने घर के लोगों और बच्चों पर धन खर्च करेंगे। इसके अलावा स्वास्थ्य भी आपके पक्ष में रहेगा और आप इस दौरान स्वस्थ और आनंदमय जीवन का खुलकर लाभ उठाएंगे।
उपाय- घर में तुलसी का पौधा लगाएं और उसकी देखरेख करें।
मिथुन राशि (Gemini)
बुध आपके पहले और चौथे भाव का स्वामी है और इस गोचर के दौरान यह आपके दशवें भाव में प्रवेश करेगा। इस गोचर काल में आप अपने कार्यस्थल और व्यवसाय में तरक्की प्राप्त करेंगे, इसके अलावा यदि आप अपने व्यवसाय का विस्तार करने का विचार कर रहे हैं तो आपको सफलता हासिल होगी। नौकरी में बदलाव की भी प्रबल संभावना है। बात करें आर्थिक पक्ष की तो समय यहां भी आपके पक्ष में रहेगा और पारिवारिक जीवन को मजबूत बनाने के लिए भी यह समय अवधि बेहद अशुभ रहने वाली है। इस दौरान आपकी रचनात्मकता में और ज्यादा सुधार भी देखने को मिलेगा। हालांकि, स्वास्थ्य पक्ष थोड़ा परेशान कर सकता है। विशेष रूप से अपने माता-पिता के स्वास्थ्य के प्रति चिंतनशील रहें। समाज के संभ्रांत लोगों से मेलजोल बढ़ेगा। सामाजिक जिम्मेवारी तथा पद प्रतिष्ठा में भी वृद्धि होगी।
उपाय- बुध की होरा में बुध मंत्र का जाप करें।
कर्क राशि (Cancer)
कर्क राशि वालों के लिए बुध ग्रह आपकी राशि से नवमें भाव में गोचर करेंगे। इस दौरान भाग्य का साथ थोड़ा काम मिलेगा। नौकरीपेशा जातकों के कार्यस्थल में परिवर्तन होने की संभावना है। इस समय कार्यक्षेत्र में आपको अपने कार्यों को पूरा करने के लिए अतिरिक्त प्रयास करने पड़ सकते हैं। इस अवधि में किसी कारण से आपके संबंध आपके बॉस के साथ ख़राब हो सकते हैं। ऐसे में आपको यह सलाह दी जाती है कि कार्यक्षेत्र में किसी भी मीटिंग में या फिर अपने वरिष्ठों से बात करते वक़्त अपनी वाणी और गुस्से पर नियंत्रण रखें अन्यथा परिस्थितियाँ आपके प्रतिकूल हो सकती हैं। आयात और निर्यात और विदेशी योजनाओं से जुड़े लोगों को इस अवधि के दौरान सफलता मिलने की संभावना है। धर्म और आध्यात्मिक विषयों में आपकी रुचि बढ़ेगी, धार्मिक कार्यों में इस दौरान आप हिसा ले सकते हैं। पारिवारिक स्तर पर देखें तो इस गोचर काल में आपकी और आपके पिता की सेहत कुछ खराब हो सकती है।
उपाय- बुधवार के दिन भगवान गणेश की पूजा करें, और उन्हें दूर्वा अर्पित करें।
सिंह राशि (Leo)
सिंह राशि वालों के लिए बुध ग्रह आपकी राशि से आठवें भाव में गोचर करेंगे। इस गोचर अवधि के दौरान अपने जीवन में आपको उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ेगा और साथ ही पेशेवर जीवन में कुछ बाधाएं आपको परेशान कर सकती हैं। इस दौरान सिंह राशि के जातकों के शत्रु सक्रिय रहने वाले हैं, ऐसे में उनसे बचकर रहने की सलाह दी जाती है। इस अवधि के दौरान, आपको सोच-समझकर बोलने की ज़रूरत है। सेहत की बात करें तो आपको त्वचा संबंधी कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। आपको सलाह दी जाती है कि इस दौरान अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें। वहीं आर्थिक पक्ष के लिहाज से यह समय कोई वाहन घर या बीमा पॉलिसी लेने के लिए अनुकूल है। रिश्तों को मजबूत बनाने के लिए संचार की डोर टूटने न दें और अपने जीवनसाथी और पार्टनर के साथ गलतफहमी को जल्द से जल्द खत्म करें।
उपाय- बुधवार के दिन भगवान गणेश को बूंदी के लड्डू चढ़ाएं।
कन्या राशि (Virgo)
कन्या राशि वालों के लिए बुध ग्रह आपकी राशि से सातवें भाव में गोचर करेंगे। यह भाव विवाह और साझेदारी को दर्शाता है। नौकरीपेशा जातकों के लिए कार्यस्थल पर चीज़ें थोड़ी अस्त-व्यस्त रहने की आशंका है। वहीं जो जातक साझेदारी में व्यवसाय कर रहे हैं, उन्हें इस दौरान अपनी वाणी पर संयम रखने की सलाह दी जाती है क्योंकि आपके द्वारा बोले गए कड़े शब्द साझेदार के साथ रिश्ते में मतभेद पैदा कर सकते हैं। कुछ कानूनी मामलों में आपकी हार हो सकती है। फिजूलखर्ची हो सकती है। आपकी आक्रामकता आपके खिलाफ जा सकती है, इसलिए बहुत सावधान रहें। कुछ भी करने से पहले दो बार सोचें। जबकि बुध का गोचर मेष राशि के प्रेम, वैवाहिक और व्यक्तिगत संबंधों के लिए एक मुश्किल समय होने जा रहा है। वहीं इस राशि के जो विवाहित जातक संतान की कामना कर रहे हैं उन्हें भी इस संदर्भ में शुभ समाचार मिलने की संभावना है, स्वास्थ्य मोर्चे पर भी यह गोचर अनुकूल परिणाम लेकर आएगा।
उपाय- बुधवार को हरे कपड़े या खाद्य पदार्थों का दान करें।
तुला राशि (Libra)
बुध आपके नवमें और बारहवें भाव का स्वामी है और इस गोचर के दौरान यह आपके छठे भाव में प्रवेश करेगा। इस भाव से हम रोग, जीवन में आने वाली रुकावटों, शत्रु पक्ष आदि के बारे में विचार करते हैं। नौकरीपेशा जातकों को इस अवधि में अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने और कार्यस्थल पर सफलता प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करने की आवश्यकता पड़ सकती है। वहीं अगर आप किसी प्रतियोगी परीक्षा में शामिल होने जा रहे हैं, तो इसमें सफल होने के लिए आपको कड़ी मेहनत करनी होगी। इस दौरान किसी भी तरह के तर्क-वितर्क से दूर रहने की कोशिश करें। अन्यथा आप इस दौरान खुद को कानूनी लड़ाई में उलझा सकते हैं। व्यक्तिगत मोर्चे पर बुध का गोचर आपकी सेहत में अचानक से कुछ बदलाव लेकर आएगा। आपके खर्च में कुछ अप्रत्याशित वृद्धि होगी और बचत भी कम हो सकती है। परिवार और प्रेम संबंधों को बनाए रखने में आपके लिए कठिन समय होगा। इस समय आपको त्वचा और पेट से संबंधित कुछ समस्याएं भी परेशान कर सकती हैं।
उपाय- प्रतिदिन सुबह घर में कपूर जलाएं।
वृश्चिक राशि (Scorpio)
बुध आपके आठवें और ग्यारहवें भाव का स्वामी है और इस गोचर के दौरान यह आपके पांचवें भाव में प्रवेश करेगा। यह भाव प्रेम, रोमांस, शिक्षा और बच्चों को दर्शाता है। इस राशि के जातकों को अपने शानदार संचार कौशल के दम पर नई नौकरी प्राप्त हो सकती है, हालांकि, आर्थिक पक्ष के लिहाज से आपके खर्चों में वृद्धि होने की भी संभावना नजर आ रही है। ऐसे में खर्चों को नियंत्रित करें और धन संचित करने के बारे में विचार करें। जो जातक सट्टा बाज़ारों जैसे कि स्टॉक मार्केट, शेयर मार्केट आदि से जुड़े हुए हैं, उनके लिए बुध का यह गोचर अधिक अनुकूल नहीं रहने की आशंका है। इस दौरान आपको इस क्षेत्र में कोई बड़ा नुकसान हो सकता है। वहीं इस अवधि में नौकरीपेशा जातकों की नौकरी में बदलाव होने की संभावना है। व्यक्तिगत जीवन के लिहाज से देखा जाए तो इस दौरान आपको अपने बच्चों के साथ संवाद करने में कुछ समस्या आ सकती है। वहीं इस राशि के कुछ जातकों को संतान पक्ष से खुशियां मिल सकती है। सेहत के लिहाज़ से, यह आपके लिए एक अनुकूल अवधि होगी, लेकिन फिर भी, आपको नियमित रूप से व्यायाम करने की सलाह दी जाती है।
उपाय- बुध के शुभ फल प्राप्त करने के लिए, “श्रीमद्भगवद्गीता” पढ़ें या सुनें।
धनु राशि (Sagittarius)
बुध आपके सातवें और दशवें भाव का स्वामी है और इस गोचर के दौरान यह आपके चौथे भाव में प्रवेश करेगा। कार्यक्षेत्र में इस दौरान आपकी कड़ी मेहनत को देखते हुए आपके उच्च अधिकारियों और वरिष्ठ प्रबंधन द्वारा आपकी सराहना की जा सकती है। व्यावसायिक पेशेवर प्रतिस्पर्धा से आगे रहने और अपने व्यापार में सुधार लाने के लिए प्रयासरत रहेंगे। जहां एक तरफ इस राशि के कुछ जातक नया घर खरीदने का विचार कर सकते हैं। वहीं आर्थिक पक्ष के लिहाज से आपको विशेष तौर पर सावधान रहने की सलाह दी जाती है। दूसरी ओर पारिवारिक स्तर पर कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। किन्तु आप अपने बुद्धिबल से सभी समस्याओं का समाधान कर पाने में सक्षम हो सकते हैं। किसी पर भी आँखे बंद करके विश्वास न करे अन्यथा धोखा मिल सकता है। सेहत की बात करें तो इस गोचरकाल के दौरान अपने स्वास्थ्य पर ध्यान रखें, क्योंकि अचानक उतार-चढ़ाव के कारण कुछ मानसिक तनाव पैदा हो सकता है। माता-पिता के स्वास्थ्य का ध्यान रखे अन्यथा परिणाम विपरीत भी हो सकते है।
उपाय- बुध ग्रह को प्रसन्न करने के लिए भगवान विष्णु की पूजा करें।
मकर राशि (Capricornus)
मकर राशि वालों के लिए बुध ग्रह आपकी राशि से तीसरे भाव में गोचर करेंगे। यह भाव संचार, छोटे भाई-बहनों, शौर्य और पराक्रम को दर्शाता है। इस अवधि में अपनी जिद एवं आवेश को नियंत्रण में रखकर कार्य करेंगे तो अधिक सफल रहेंगे। परिवार के वरिष्ठ सदस्यों तथा छोटे भाइयों से मतभेद न पैदा होने दें। यह समय अपने संचार का उपयोग करने के लिए उत्तम है। वहीं जो जातक ख़ुद के व्यवसाय में हैं, वे इस दौरान अपने व्यवसाय में विस्तार के लिए कुछ ज़रूरी योजनाओं पर काम कर सकते हैं और इसके लिए वे अपने व्यवसाय की मार्केटिंग और प्रचार-प्रसार पर ज़्यादा ध्यान देंगे जिससे मार्केट में आपके व्यवसाय का दायरा बढ़ेगा। धर्म एवं अध्यात्म के प्रति रुचि बढ़ेगी। विद्यार्थियों एवं प्रतियोगिता में बैठने वाले छात्रों को परीक्षा में अच्छे अंक लाने के लिए और प्रयास करने होंगे। स्वास्थ्य के लिहाज से समय थोड़ा तनावपूर्ण हो सकता है, ऐसे में योग और ध्यान से आप अपने स्वास्थ्य को उत्तम बना सकते हैं।
उपाय- बुधवार के दिन मंदिर में हरी मुंग की दाल का दान करें।
कुम्भ राशि (Aquarius)
कुम्भ राशि वालों के लिए बुध ग्रह आपकी राशि से दूसरे भाव में गोचर करेंगे। यह भाव खान-पान, परिवार, धन और वाणी को दर्शाता है। इस दौरान करियर में आपको नए मुकाम हासिल होंगे और साथ ही व्यवसायी जातकों को भी शुभ परिणाम मिलेंगे, हालांकि, दूसरी तरफ आपको आर्थिक पक्ष के लिहाज से ज्यादा सावधान और सजग रहने की सलाह दी जाती है। इस दौरान आपका अपनी माता या अपने ससुराल पक्ष के लोगों के साथ कुछ मतभेद हो सकता है। ऐसे में आपको यह सलाह दी जाती है कि अपने विचारों और दृष्टिकोण को समझाने के लिए उनके साथ थोड़ा ज़्यादा समय बिताएं और सभी मतभेदों को सुलझाने का प्रयास करें। वहीं आप घर और बाहर अच्छे भोजन का आनंद लेंगे, लेकिन किसी भी चीज़ का अत्यधिक सेवन आपके स्वास्थ्य के लिए परेशानी खड़ी कर सकता है, इसीलिए थोड़ा संभलकर रहें। प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वाले छात्रों को सलाह दी जाती है कि वे इस गोचर के किसी भी चिंता या तनाव को अपने ऊपर हावी न होने दें। जो जातक कला, मीडिया या संगीत आदि के क्षेत्र से जुड़े हैं, उनके लिए यह अवधि अनुकूल रह सकती है।
उपाय- "ऊँ भ्रां भ्रीं भ्रौं बुधाय नमः" मंत्र का रोज 108 बार जाप करें।
मीन राशि (Pisces)
बुध आपके चौथे और सातवें भाव का स्वामी है और इस गोचर के दौरान यह आपकी ही राशि में गोचर करेंगे। एक तरफ जहां पेशेवर जीवन और व्यवसायी जातकों को इस दौरान कुछ चुनौतियों और मुश्किल समय का सामना करना पड़ सकता है। वहीं इस दौरान आपको आर्थिक लाभ होने की प्रबल संभावना है। हालाँकि, ख़र्चों पर नियंत्रण रखने से आपको इस अवधि में अपने लक्ष्य तक पहुँचने में आपको मदद मिलेगी।इस दौरान आप स्वभाव से आलोचनात्मक यानी मुखर हो सकते हैं और आप अपनी टिप्पणियों और तुलनाओं से अपने प्रियजनों को भावनात्मक रूप से आहत कर सकते हैं। विवाहित जातकों को अपने जीवनसाथी के साथ कुछ मतभेदों के कारण अपने वैवाहिक जीवन में कुछ तनाव का सामना करना पड़ सकता है। यदि कारोबार के विस्तार की योजना बना रहे हैं तो अभी रुकने की सलाह दी जाती है। इस दौरान अपने सेहत की उचित देखभाल करना आपके लिए आवश्यक है, क्योंकि आपको कुछ स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
उपाय- गाय को हरी घास खिलाएं।