बुध का कुम्भ राशि में गोचर

ज्योतिष शास्त्र में बुध ग्रह को प्राकृतिक रूप से शुभ ग्रह माना गया है। हालांकि बुध ग्रह शुभ ग्रह के संपर्क में आने पर शुभफल व अशुभ ग्रह के संपर्क में आने पर बुरे प्रभाव देने लगता है। ज्योतिष में बुध को बुद्धि का कारक ग्रह माना गया है। नवग्रहों में बुध को ‘राजकुमार’ की उपाधि प्राप्त है। बुध ग्रह को बुद्धि, वाणी, तर्क शक्ति, गणित, व्यापार, सांख्यिकी और यात्राओं का कारक माना गया है। इस ग्रह के प्रभाव से व्यक्ति स्वभाव में सौम्य होता है और उन्हें कई भाषाओं की जानकारी होती है। बुध ग्रह को मिथुन और कन्या राशि का स्वामित्व प्राप्त है। वहीं बुध अश्लेषा, ज्येष्ठा और रेवती नक्षत्र के स्वामी होते हैं। बुध के शुभ प्रभाव वाले जातक आमतौर पर एक अच्छे वक्ता, तर्क शक्ति और गणितीय कार्यों में निपुण होते हैं। बौद्धिक कार्यों में सफलता पाने के लिए और कारोबार की स्थिति को सुधारने के लिए भी बुध ग्रह की पूजा-अर्चना की जाती रही है।

हिंदु शास्त्रों के अनुसार बुध हमारी प्रज्ञा के देवता हैं। इसी लिए यदि बुध अगर कुंडली में शुभ ग्रहों के साथ विराजमान है तो जातक को जीवन में समृद्धि मिलती है। वहीं आपकी कुंडली में बुध अगर अनुकूल अवस्था में न हो तो आपको बुध से जुड़े उपाय करने चाहिए। बुध ग्रह जिसे ग्रहों में युवराज कहा जाता है वो मार्च के महीने में राशि चक्र की ग्यारहवीं राशि कुम्भ में गोचर करने वाला है। किसी इंसान की कुंडली में बुध की अच्छी स्थिति व्यक्ति को तार्किक क्षमता देती है इसके साथ ही व्यक्ति गणितीय विषयों में अच्छा प्रदर्शन करने में भी सफलता प्राप्त करता है। ऐसे में अगर ग्रहों के इस राशि परिवर्तन का अपने जीवन पर सटीक और व्यक्तिगत असर जानना चाहते हैं।

बुध ग्रह 06 मार्च, रविवार की सुबह 11 बजकर 22 मिनट पर मकर राशि से निकलकर अपने मित्र शनि के स्वामित्व वाली कुम्भ राशि में प्रवेश करेंगे। ज्योतिष में बुध ग्रह को एक शुभाशुभ ग्रह माना गया है। जिस जातक की जन्म कुंडली में बुध ग्रह लग्न भाव में होता है वह व्यक्ति सुंदर होता है और अपनी उम्र से कम आयु का दिखता है, तथा अपनी वाणी के प्रभाव से दुनिया का मन मोह लेता है। तो आइए जानते हैं कि बुध के कुम्भ राशि में गोचर का सभी राशि के जातकों पर क्या प्रभाव पड़ने वाला है।

मेष राशि (Arise)

बुध ग्रह का गोचर आपके ग्यारहवें भाव में होगा। इस भाव से हम लाभ, सफलता और उपलब्धियों आदि का विचार करते हैं। इस दौरान आपके अच्छे व्यवहार से रिश्तों में मजबूती आएगी। आपकी बौद्धिक क्षमता में भी परिवर्तन होगा। इस राशि के जो लोग नौकरी पेशा हैं उन्हें उच्च अधिकारियों से सम्मान की प्राप्ति होगी और कार्यक्षेत्र के हर काम में सफलता मिलेगी। वहीं जो लोग नौकरी की तलाश कर रहे हैं उन्हें अपनी मनचाही संस्था में जॉब मिल सकती है। पारिवारिक जीवन में आपके भाई-बहन उन्नति करेंगे, और उन्हें धन की प्राप्ति होने के योग भी बनेंगे। इस दौरान दोस्तों से जितना हो सके मदद लीजिये, प्रेमिका /प्रेमी के साथ कुछ अच्छे लम्हे बिताने के भी अच्छे आसार हैं। आपकी आय में इस दौरान वृद्धि हो सकती है। जो इच्छाएं आपने दिल में दबाकर रखीं थी वो इस अवधि में पूरी हो सकती हैं।

उपाय- सूर्य देव की उपासना करें और उन्हें जल चढ़ाएँ।

वृषभ राशि (Taurus)

बुध का गोचर वृषभ राशि के जातकों के दशम भाव में होगा। इस भाव से हम समाज में आपकी पद प्रतिष्ठा, पिता के साथ आपके संबंध आदि का विचार करते हैं। कार्यस्थल पर आपका प्रदर्शन अच्छा होगा, लोगों से आपके सम्बन्ध बेहतर होंगे, आपकी निर्णय क्षमता की प्रशंसा होगी और आपको यश का भागीदार भी बनाया जा सकता है। वहीं व्यावसायिक रूप से, आपकी रचनात्मकता और संगठन कौशल में वृद्धि होगी और आप उन कार्यों को मूर्त रुप देने में सक्षम होंगे जिनके परिणामस्वरूप उत्पादकता और दक्षता में वृद्धि हो। इससे सहकर्मियों और उच्च अधिकारियों के बीच आपकी छवि बेहतर होगी। सिनेमा, मनोरंजन और अन्य क्षेत्रों जैसे क्रिएटिव मैनेजमेंट में काम करने वाले जातकों को इस अवधि में अच्छे परिणाम और लाभ प्राप्त होने की पूरी संभावना है। इस गोचर के दौरान आपके अंदर समर्पण की भावना विकसित होगी इसके साथ ही आप ऊर्जा से भरे रहेंगे और अपने अटके हुए कामों को आराम से पूरा कर पाएंगे। इस वजह से कार्यक्षेत्र में सीनियर्स की वाहवाही आपको मिल सकती है।

उपाय- सूर्योदय के समय प्रतिदिन “विष्णुसहस्रनाम” का पाठ करें।

मिथुन राशि (Gemini)

बुध का गोचर मिथुन राशि के जातकों के नवमें भाव में होगा। इस भाव से हम भाग्य, धर्म, आध्यात्मिकता और उच्च शिक्षा आदि का विचार करते हैं। इस राशि के जातकों को हर काम में इस दौरान भाग्य का साथ मिलेगा। हालांकि बावजूद इसके अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में आपको निरंतर प्रयास और कठिन परिश्रम करने की जरुरत है। अपने ज्ञान का सही इस्तेमाल आप इस दौरान कर पाएंगे। इस गोचर काल के दौरान आपका मान सम्मान बढ़ेगा और सामाजिक स्तर पर आप अच्छी पहचान बना पाएंगे। मिथुन राशि के जातक आध्यात्मिकता की तरफ बढ़ सकते हैं और जीवन के गूढ़ रहस्यों को जानने की कोशिश कर सकते हैं। आध्यात्मिक और धार्मिक पुस्तकों का इस दौरान आप अध्ययन कर सकते हैं। पारिवारिक जीवन सामान्य रहेगा। पिता के साथ किसी बात को लेकर अनबन हो सकती है। शादीशुदा लोगों के लिए यह गोचर शुभ है।

उपाय- जरूरतमंद बच्चों और छात्रों को किताबें दान करें।

कर्क राशि (Cancer)

कर्क राशि के जातकों के अष्टम भाव में बुध ग्रह का गोचर होगा। इस भाव से हम आयु, परिवर्तन, शोध, जीवन में अचानक होने वाली घटनाओं आदि का विचार करते हैं। बुध बहुत तेजी से गति करने वाला ग्रह है इसलिए आपके जीवन में कुछ तेज और त्वरित बदलाव ला सकता है, जिसके परिणामस्वरूप शुरुआत में बेचैनी और चिंता आपको हो सकती है। लेकिन यह परिवर्तन कर्क राशि के लोगों को उनके कम्फर्ट जोन और जो सीमाएं उन्होंने अपने लिए बनायी हुई थीं उनसे बाहर निकालने में मदद करेगा। हालांकि बुध ग्रह आपके संचित धन के द्वितीय भाव पर सीधी दृष्टि डाल रहा है इसलिए आपका खर्चा इस दौरान बढ़ सकता है, जिससे संचित धन कम हो सकता है। अत: इस गोचर के दौरान अपने संसाधनों का आपको अच्छी तरह से इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है। दूर की यात्रा आदि के भी संयोग हैं। धार्मिक स्थलों पर जाने के लिए अच्छा समय है और यदि संभव है तो अपको वहाँ जाना चाहिए ।

उपाय- ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः’ मंत्र का जप करें।

सिंह राशि (Leo)

सिंह राशि के जातकों के सातवें भाव में बुध ग्रह का गोचर होगा। इस भाव से हम जीवनसाथी, जीवन में होने वाली साझेदारियों आदि का विचार करते हैं। इस दौरान आप अपनी संवाद शैली से अपने जीवनसाथी को प्रभावित कर सकते हैं लेकिन किसी बात को लेकर विवाद की स्थिति भी बन सकती है। हालांकि यह विवाद ज्यादा समय तक नहीं चलेगा। नौकरी पेशा लोगों को इस गोचर से अच्छे परिणाम मिलेंगे। इस दौरान आपका प्रमोशन हो सकता है इसके साथ ही आय में भी वृद्धि हो सकती है। बुध ग्रह आपकी अवलोकन करने की क्षमता को बढ़ाएगा जिससे आप अपने काम को अच्छी तरह से पूरा कर पाएंगे और आपको अच्छे परिणाम प्राप्त होंगे। आपके सीनियर्स आपके काम की सराहना इस दौरान कर सकते हैं। इस राशि के कारोबारियों के लिए भी बुध का परागमन शुभ रहेगा लेकिन जो लोग पार्टनरशिप में बिजनेस कर रहे हैं उन्हें ज्यादा प्रॉफिट होने की संभावना है। वहीं स्वास्थ्य जीवन पर नजर डालें तो अपनी ऊर्जा में इस समय आप वृद्धि महसूस कर सकते हैं।

उपाय- बुध देव की विशेष कृपा प्राप्ति के लिए, सुबह "गणेश अथर्वशीर्ष" का पाठ करें।

कन्या राशि (Virgo)

कन्या राशि के जातकों के छठे भाव में बुध ग्रह का गोचर होगा। इस भाव से हम रोग-रिपु-ऋण, प्रतियोगीताओं आदि का विचार करते हैं। इस राशि के पेशेवर लोगों के लिए यह गोचर शुभ साबित होगा। इस समय आपको अपने सहकर्मियों से सहयोग प्राप्त होगा जिससे कार्यक्षेत्र में आपकी उत्पादकता में वृद्धि होगी। जो लोग जॉब में परिवर्तन करने की कोशिश कर रहे हैं उन्हें अपने पसंदीदा फिल्ड या संस्था में नौकरी मिल सकती है। इस राशि के जो जातक कारोबार करते हैं उनको भी बुध के इस गोचर के दौरान मुनाफा होगा और यदि आप बिजनेस को फैलाने के लिए लोन इत्यादि लेना चाहते हैं तो वो भी इस दौरान मंजूर हो सकता है। कोर्ट-कचहरी से जुड़े मामलों में आपको मनमाफिक परिणाम मिल सकते हैं। जिससे आपके जीवन की कई परेशानियां दूर हो जाएंगी। लेकिन इस अवधि में आपके शत्रु आप पर हावी हो सकते है, और कोई स्वास्थ्य से जुडी समस्या भी परेशां कर सकती है।

उपाय- दाहिने हाथ की छोटी उंगली में सोने की अंगूठी में पन्ना धारण करें।

तुला राशि (Libra)

तुला राशि के जातकों के पांचवें भाव में बुध ग्रह का गोचर होगा। इस भाव से आपकी बुद्धि, संतान, प्यार, रोमांस आदि का विचार किया जाता है। इस भाव में बुध के गोचर से छात्रों को अच्छे परिणाम मिलेंगे। शिक्षा के क्षेत्र में आप अच्छा प्रदर्शन कर पाएंगे। आपकी बौद्धिक क्षमता बढ़ेगी और जटिल समस्याओं को भी आप आसानी से हल कर पाएंगे। रचनात्मकता से हर काम को करने की आप कोशिश करेंगे। इस दौरान आपके कार्यक्षेत्र में बदलाव हो सकते हैं। वरिष्ठ अधिकारी आपके पक्ष में काम कर सकते है। वहीं कारोबारियों को अपनी योजनाओं से लाभ होगा। हालांकि इस दौरान कमाई गई राशि से आपको कोई ऐसा निवेश करना चाहिए जिससे आने वाले समय में आपको लाभ प्राप्त हो, ऐसा करना आपके भविष्य के लिए अच्छा रहेगा। प्रेम और रोमांस के लिए बुध का यह गोचर अच्छा रहेगा। इस राशि के जो जातक अभी तक सिंगल थे वो इस गोचर के दौरान अपने प्यार का इजहार किसी खास से कर सकते हैं, क्योंकि इस दौरान आपके प्रस्ताव पर सकारात्मक जवाब आ सकता है।

उपाय- गणेश जी की प्रतिमा को दूर्वा (घास) चढ़ाएँ।

वृश्चिक राशि (Scorpio)

वृश्चिक राशि के जातकों के चौथे भाव में बुध ग्रह का गोचर होगा। इस भाव से माता, घर, सुख-सुविधाओं आदि का विचार किया जाता है। आपके पेशेवर जीवन पर नजर डालें तो बुध आपके अष्टम भाव का स्वामी भी है जिससे परिवर्तन और अचानक से होने वाली घटनाओं के बारे में पता चलता है, इसकी सीधी दृष्टि करियर और प्रोफेशन के दशम भाव पर है। इससे पता चलता है कि आपके जीवन में कुछ उतार-चढ़ाव आ सकते हैं, आपको कार्यक्षेत्र में कुछ दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। इस दौरान आपको करियर क्षेत्र में अच्छे रिजल्ट पाने के लिए ज्यादा मेहनत करनी पड़ेगी। पारिवारिक जीवन के लिए यह गोचर बहुत शुभ है। परिवार के लोगों के बीच इस समय सामंजस्य देखने को मिलेगा। परिवार की अच्छी स्थिति आप के अंदर जोश भरेगी और इसके चलते निजी जीवन में भी आप अच्छा प्रदर्शन कर पाएंगे। इस राशि के कुछ लोग इस दौरान नया घर या वाहन खरीद सकते हैं। हालांकि कोई भी फैसला लेने से पहले यह जरूर देख लें कि इससे आपकी आर्थिक स्थिति न बिगड़े।

उपाय- प्रतिदिन सुबह "गजेंद्र मोक्ष स्तोत्रम" का पाठ करें।

धनु राशि (Sagittarius)

धनु राशि के जातकों के तीसरे भाव में बुध ग्रह का गोचर होगा। इस भाव से इच्छाओं, प्रयासों, छोटे भाई-बहनों, संचार आदि का विचार किया जाता है। इस भाव में बुध के गोचर से आपका ध्यान पूरी तरह से आपके लक्ष्य पर होगा। आप पूरी एकाग्रता से अपना कार्य कर पाने में सक्षम होंगे। इस समय आप अपने भाई-बहनों के साथ समय बिताएंगे, जिससे परिवार के माहौल में भी सकारात्मकता आएगी। इस राशि के जो जातक मीडिया, लेखन और मार्केटिंग व्यवसाय से जुड़े हैं उन्हें इस दौरान लाभ मिलेगा। वहीं संचार के साधनों जैसे इंटरनेट, सोशल मीडिया के जरिये धनु राशि के जातकों को कोई अच्छी खबर इस दौरान मिल सकती है। इसके साथ ही जो लोग लेखन या प्रकाशन से जुड़े व्यवसाय में हैं उन्हें अपने करियर क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए अच्छे अवसर प्राप्त हो सकते हैं। इस दौरान कार्यक्षेत्र से संबंधित छोटी दूरी की यात्रा करने से मुनाफ़ा मिलेगा। आपकी मेहनत और लगन की कार्यस्थल पर जमकर सराहना होगी, जिससे आपकी ऊर्जा और साहस में वृद्धि हो सकेगी।छात्रों को भी शिक्षा के क्षेत्र में अच्छे परिणाम मिलेंगे। इस अवधि में आपकी वाणी में मधुरता देखी जा सकती है।

उपाय- बुधवार को विष्णु सहस्त्रनाम का जाप करें।

मकर राशि (Capricornus)

बुध आपकी राशि के दूसरे भाव में गोचर करने जा रहे है। इस भाव से आपकी वाणी, खान-पान, परिवार आदि का विचार किया जाता है। बुध के द्वितीय भाव में गोचर के दौरान आप धन संचय कर पाने में सक्षम होंगे। नए बैंक खाते खोलने के लिए, लंबी अवधि के निवेश के लिए यह समय अच्छा है। आर्थिक उन्नति आपकी प्राथमिकता होगी, जिससे आप अपना और अपने परिवार का भविष्य सुरक्षित कर पाएंगे। इस समयावधि में आपको अच्छे व्यंजन खाने का मौका भी मिल सकता है। बुध वाणी का प्रतिनिधित्व भी करता है इसलिए बातचीत के दौरान शब्दों का इस्तेमाल सोच समझकर करें, ऐसा इसलिए है क्योंकि आपके द्वारा किया गया कोई मजाक सामने वाले को आहत कर सकता है। शादीशुदा हैं तो अपने जीवनसाथी की बातों को समझने की कोशिश करें। जीवनसाथी के स्वास्थ्य के प्रति भी इस दौरान आपको सचेत रहना होगा उनकी तबीयत बिगड़ सकती है। छात्रों के लिए यह गोचर सकारात्मक परिणाम लेकर आएगा। इस दौरान आप शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं।

उपाय- बुधवार के दिन ताज़े फलों का दान करें।

कुम्भ राशि (Aquarius)

बुध इस गोचर काल में आपकी राशि में ही गोचर करने जा रहे है, इस स्थिति में बुध दिग्बली अवस्था में रहेगा। बुध की यह स्थिति आपको आकर्षक व्यक्तित्व वाला बनाएगी इसके साथ ही आपका वार्तालाप कौशल भी शानदार रहेगा। आप लोगों को आकर्षित कर पाने में सफल होंगे। व्यवसाय और नौकरी पेशा लोगों के जीवन में कई नए अवसर आने की संभावना है जिससे इस समय आय में वृद्धि हो सकती है। बुध की यह स्थिति आपमें अत्यधिक जिज्ञासा जगाएगी। इसके कारण आप नए अनुभवों से गुजरेंगे जिससे भविष्य में आपके कौशल में और भी निखार आएगा। इस गोचर काल के दौरान कुम्भ राशि के जातकों के व्यवहार में लचीलापन देखने को मिलेगा, जिसके कारण आप अपनी सभी जिम्मेदारियों को आसानी से पूरा कर लेंगे। आपके सहकर्मी और सीनियर्स आपके काम से खुश होंगे। इस गोचर के चलते आपके स्वास्थ्य में भी कई सकारात्मक बदलाव देखने को मिल सकते हैं। वैवाहिक जीवन की सारी परेशानियां इस दौरान दूर हो जाएंगी और आप अपने जीवनसाथी के साथ अच्छा वक्त बिता पाने में सक्षम होंगे। पारिवारिक जीवन भी पहले से बेहतर रहेगा।

उपाय- नित्य प्रति भगवान गणेश जी की उपासना करें।

मीन राशि (Pisces)

बुध इस गोचर काल में आपकी राशि से बारहवें भाव में गोचर करने जा रहे है। इस भाव को व्यय और विदेश यात्राओं का भाव कहा जाता है। इस भाव में बुध के गोचर से आपके ख़र्चों में वृद्धि हो सकती है। इस दौरान आपको वाद-विवाद की स्थिति से बचकर रहना चाहिए, नहीं तो इसका नकारात्मक प्रभाव आपकी छवि पर पड़ सकता है। इस राशि के पेशेवर लोगों की बात की जाए तो यह गोचर आपके आत्मविश्वास में गिरावट ला सकता है और साथ ही आपको परेशान और चिंतित कर सकता है। इसलिए इस दौरान आपको कोई नया काम करने से बचना चाहिए और जो काम आप कर रहे हैं उसे मेहनत के साथ करते रहना चाहिए। इस दौरान कोर्ट-कचहरी से जुड़े मामलों में ना पड़ें नहीं तो धन खर्च हो सकता है। स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए इस दौरान आपको प्रयास करने चाहिए। व्यायाम और अच्छे खानपान से आप कई शारीरिक समस्याओं से बच सकते हैं। हालांकि इस दौरान मीन राशि के जातकों का पारिवारिक माहौल सुखद रहेगा।

उपाय- प्रतिदिन सूर्योदय के समय राम रक्षा स्तोत्र का पाठ करें।

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Dr. Arun Bansal

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