बुध का गोचर
बुध आकाशीय मंत्रिमंडल का राजकुमार है। किसी विशेष राशि में बुध ग्रह लगभग 23 दिन स्थित रहने के बाद, दूसरी राशि में गतिमान हो जाता है। वहीं बुध वक्री होने पर ४० से ४५ दिन तक भी एक राशि में लगा देते हैं। बुध के इस गोचर का क्या अर्थ होता है? बुध गोचर कितने समय तक रहता है? बुध गोचर व्यक्ति और उसकी राशि को कैसे प्रभावित करता है? इन सब सवालों के जवाब समझने की कोशिश करते हैं।
बुध गोचर का क्या अर्थ है?
बुध ग्रह को बुद्धि, वाणी और संचार का कारक माना जाता है। बुध ग्रह मिथुन और कन्या राशि के स्वामी ग्रह हैं। बुध अपनी राशि कन्या में उच्च और गुरु की राशि मीन में नीच का होता है। बुध का एक राशि से दूसरी राशि में गतिमान होना ही विभिन्न राशियों में बुध गोचर माना जाता है। बुध का गोचर लगभग 23 दिनों के अंतराल पर होने के कारण, और वक्री होने पर अधिक समय लगाने के कारण एक कैलेंडर वर्ष में इसके बारह गोचर होते हैं लेकिन किसी विशेष वर्ष में बुध के तेरह गोचर भी हो सकते हैं जिस कारण विभिन्न राशियों के जातकों पर इसका अलग-अलग प्रभाव देखने को मिलता है।
बुध का गोचर कितने समय तक चलता है?
बुध एक राशि में लगभग 23 दिनों तक रहने के बाद दूसरी राशि में गोचर करता है अर्थात् बुध एक वर्ष में बारह बार राशि बदलता है तथा कुछ विशेष वर्षों में तेरह गोचर भी हो सकते हैं।
बुध का गोचर कैसे प्रभावित करता है?
बुध एक पूर्ण वैश्य रूप का ग्रह है। जो वाक्-कौशल, बुद्धिमत्ता, मनोवृति, अभिव्यक्ति और संचार कौशल को दर्शाता है। व्यापार से जुडे़ होने वाला एक ग्रह है जो जातक को उसके कारक तत्वों से पुष्ट करने में सहायक बनता है। इसी के साथ व्यक्ति को अपनी बौधिकता का बोध भी हो पाता है और उसे सभी दृष्टियों से कार्यक्षेत्र में व्यापार करने वाला बनाता है। बुध ग्रह से प्रभावित कन्सल्टेंसी, एज्युकेशन, मीडिया, ड्रामा, फिल्म इण्डस्ट्री, कोमेडियन, नाटककार, डांसर, लेखन, एडवरटाइजिंग, ज्योतिषी, मेजिशियन, पब्लीशर, फ्रूट एवं वेजिटेबल्स, वनस्पति, स्टॉक मार्केट, वास्तु शास्त्री, कॉल सेंटर चलाने वाले, मेनेजमेंट, स्किल डेवलपर, मिडियेटर, लाइजनिंग का कार्य करने वाला और सभी प्रकार के सर्विस प्रोवाइडर का व्यापार करने वाला होता है। बुध का सकारात्मक गोचर जातकों के लिए अत्यधिक लाभकारी परिणामों वाला हो सकता है। हालांकि, किसी नकारात्मक ग्रह और भाव में बुध गोचर जातकों को हानिकारक परिणाम भी दे सकता है। मुख्य रूप से, इन परिणामों का व्यावसायिक जीवन, करियर, व्यवसाय, बच्चों और विवाहित जीवन में जातकों की पारस्परिक विचारधाराओं पर प्रभाव पड़ता है।
विभिन्न चंद्र राशियों पर बुध के गोचर का प्रभाव -
गोचर के दौरान बुध किशोर ऊर्जा, उत्सुकता, जोश, जुनून और उत्साह से लोगों के जीवन को प्रभावित करता है। यह आपके सभी विचारों और रुचियों को एक नया रूप देता है। यह सूर्य का सबसे नजदीकी ग्रह है और अपनी मार्गी गति में यह 23 दिनों के बाद एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करता है। लेकिन वक्री होने पर अधिक समय भी लगा लेता है। बुध के अगली राशि में गोचर करने पर बुध गोचर के विभिन्न प्रभाव होते हैं। बुध के प्रत्येक गोचर का जातकों की राशियों पर अलग-अलग प्रभाव पड़ता है। जैसे की बुध गोचर का प्रभाव वर्ष में बारह बार होता है तथा कुछ विशेष वर्षों में, एक वर्ष में तेरह गोचर हो सकते हैं जैसा कि प्रत्येक राशि में बुध के इन गोचरों के प्रभावों को ऊपर वर्णित किया गया है। आइये विस्तार से जानते हैं बुध गोचर के विषय में….